जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शांति एवं अहिंसा विभाग की वेबसाइट को लॉन्च किया. साथ ही उन्होंने अजमेर के गांधी स्मृति उद्यान और भीलवाड़ा कलेक्ट्रेट में बनी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति का अनावरण भी किया. इस दौरान गहलोत ने कहा कि महात्मा गांधी के नाम पर राजस्थान में जो काम चल रहा है वही कारण रहा कि गांधीवादी विचारक सुब्बाराव ने अंतिम सांस के लिए राजस्थान को चुना.
गहलोत ने कहा कि इस विभाग के जरिए हम देश को दिखा सकते हैं कि एक राज्य में महात्मा गांधी की सोच यहां तक पहुंच सकती है. राजस्थान में गांधी के विचारों को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए 50 हजार वॉलिंटियर्स बनाए जा रहे हैं. इनके जरिए अगले 6 महीनों में राजस्थान के गांव-गांव में पंचायत स्तर पर कैंप लगा सकते हैं. कैम्पों के जरिए होने वाले प्रशिक्षण शिविर के माध्यम से कैसे बच्चों को जोड़ें इसपर ध्यान देना चाहिए.
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हर जिले में सेमिनार का हो आयोजन- सीएम गहलोत ने कहा कि हम राजस्थान में महात्मा गांधी मिनिमम रोजगार गारंटी स्कीम ला रहे हैं. हर पंचायत और वार्ड स्तर पर महात्मा गांधी पुस्तकालय बनाए जा रहे हैं. इन स्थानों पर भी इन वॉलिंटियर्स का अच्छा उपयोग हो सकता है. उन्होंने कहा कि हम गांधी के संदेश को युवा पीढ़ी तक पहुंचाएं. हर जिले में संगोष्ठी और सेमिनार का आयोजन हो, इसका प्रयास होना चाहिए.
जिला कलेक्टरों के काम को सराहा- गहलोत ने अजमेर, भीलवाड़ा और चित्तौड़गढ़ में जिला कलेक्टर को महात्मा गांधी परिसर और गार्डन बनाए जाने पर शाबाशी देते हुए कहा कि लोग वहां आएंगे तो उन्हें प्रेरणा मिलेगी. उन्होंने कहा कि मनीष शर्मा जब से शांति एवं अहिंसा विभाग के डायरेक्टर बने हैं अच्छा काम हो रहा है. गांधीवादी जो भी बुजुर्ग हैं या जो खादी संस्था से जुड़े हुए हैं अगर वे सब एक अभियान और मिशन के रूप में चलेंगे तो अगले 6 महीने में हम गांधी की भावना, उनके संदेश को राजस्थान के गांव-गांव तक पहुंचाने में कामयाब होंगे.
राजस्थान का बजट भी महात्मा गांधी के संदेश के अनुरूप- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस बार राजस्थान के बजट में जो घोषणाएं हुई है उन घोषणाओं को पूरा करने का मतलब भी एक तरह से गांधी के संदेश को आगे पहुंचाना होगा. महात्मा गांधी का भी यही संदेश था कि अंतिम व्यक्ति तक राहत कैसे पहुंचे और हमारे बजट की भावना भी यही है. सोशल सिक्योरिटी देने और महंगाई को राहत देने के लिए बनाई गई योजनाएं उसी का एक स्वरूप है.
गांधीजी के भावनाओं को बजट में शामिल किया- गहलोत ने कहा कि गांधी के पद चिन्हों पर चलते हुए ही राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली, जिसमें बेरोजगारी, महंगाई, अमीर गरीब की खाई को कम करने और देश में प्यार, मोहब्बत और भाईचारा बढ़ाने की बात थी. इन्हीं भावनाओं को राजस्थान के बजट में भी शामिल किया गया है. गहलोत ने कहा कि मेरा मानना है कि गांधी जी के सिद्धांतों की ताकत के बल पर ही देश में नफरत फैलाने वाली ताकतों को शिकस्त दी जा सकती है.