जयपुर. गहलोत सरकार के पूर्ण बजट में पिछली भाजपा सरकार में संचालित, करीब 4 योजनाओं से मिलती-जुलती योजनाओं का ऐलान किया गया. लेकिन उनके नाम अलग रखे गए है. यहीं कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इस पर भी क्रेडिट ले रही है. राजे ने एक बयान जारी कर कहां कि बजट में हमारी योजनाओं का नाम बदलकर मौजूदा सरकार ने हमारे कामों पर मुहर लगा दी है.
अशोक गहलोत सरकार के बजट पर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कटाक्ष किया है. बुधवार को विधानसभा में पेश हुए इस बजट के दौरान भले ही सदन में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे नहीं रही हो लेकिन अपनी विदेश यात्रा के दौरान भी उन्होंने कांग्रेस सरकार के बजट पर बयान जारी कर पलटवार किया है.
राजे ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने इस बजट में भामाशाह का नाम बदलकर राजस्थान जन आधार कार्ड, ग्रामीण गौरव पथ का नाम बदलकर विकास पथ, मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान का नाम बदलकर राजीव गांधी जल संचय योजना और किसान राहत आयोग का नाम बदलकर कृषक कल्याण कोष किया गया है.
राजे ने कहा कि प्रत्येक नगर निकाय क्षेत्र में अंबेडकर भवन की योजना भी उन्ही की सरकार की है. इससे साबित होता है कि उनकी सरकार की योजनाएं बेहतर थी, जिन्हें वर्तमान सरकार को भी जारी रखना पड़ रहा है. वसुंधरा राजे ने कहा कि सरकार का यह फैसला बजट था. जिससे प्रदेशवासियों को काफी उम्मीद थी लेकिन उन्हें निराशा ही हाथ लगी.
पूर्व सीएम राजे ने कहा कि ना संपूर्ण किसान कर्ज माफी हो सकी और ना ही बेरोजगारों को भत्ता मिला. कुल मिलाकर इस बजट से युवा, महिला, किसान, व्यापारी, गरीब और आमजन को भी निराशा ही हाथ लगी है.