जयपुर. 16वीं विधानसभा के पहले सत्र के दूसरे दिन बीजेपी की ओर से घोषित प्रत्याशी वासुदेव देवनानी को सर्वसम्मति से विधानसभा अध्यक्ष चुन लिया गया. देवनानी का चुनाव निर्विरोध हुआ है. बीजेपी ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए अपनी तरफ से विधायक वासुदेव देवनानी का नाम आगे किया था, कांग्रेस या अन्य विपक्षी दलों की तरफ से कोई नाम नहीं दिया, ऐसे में देवनानी का निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित हुए. राजस्थान विधानसभा में बिना किसी चुनाव के सर्वसम्मति से अध्यक्ष बनाने की परंपरा कायम रही.
स्पीकर चुनाव की प्रक्रिया : बता दें कि विधानसभा में अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल होते हैं. अगर दो या दो से अधिक नामांकन दाखिल होते हैं तो ऐसे में विधायकों के मतदान की प्रक्रिया होती है, जिसे बहुमत मिलता है वह विधानसभा अध्यक्ष चुना जाता है. हालांकि, राजस्थान में बीजेपी ने स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाई है. पार्टी के पास 115 विधायक और 5 से अधिक निर्दलियों का भी समर्थन है. विपक्ष के बाकी दल मिलकर भी अपनी तरफ से कोई नाम आगे नहीं किया. वासुदेव देवनानी विधानसभा अध्यक्ष बन गए.
बता दें कि देवनानी ने 20 दिसंबर को ही विधानसभा में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया था. पूर्व सीएम और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक गहलोत ने देवनानी के नाम का प्रस्ताव दिया. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और लक्ष्मणगढ़ विधायक गोविंद डोटासरा ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया था. पक्ष-विपक्ष के सदन के सदस्यों ने देवनानी को अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया.