जयपुर. राजधानी में मेडिकल स्टोर पर नशीली दवाएं बेचने के एक मामले का खुलासा करते हुए पुलिस आयुक्तालय की सीएसटी और मानसरोवर थाना पुलिस ने दो सगे भाइयों को गिरफ्तार किया है. ये उत्तर प्रदेश के आगरा से नशीली दवाएं लाकर जयपुर में अपने मेडिकल स्टोर पर बेचते थे. इनके कब्जे से नशीली दवाएं और एक देसी कट्टा जब्त किया है.
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (प्रथम) कैलाशचंद विश्नोई ने बताया कि पुलिस आयुक्तालय की सीएसटी की एक इकाई पुलिस निरीक्षक बनवारी लाल के नेतृत्व में गठित की गई और पुख्ता सूचना जुटाकर मानसरोवर थाना पुलिस के साथ इस कार्रवाई को अंजाम दिया है. इस टीम ने पहली कार्रवाई करते हुए उमेश राठौड़ को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से 367 शीशी नशीली दवाई जब्त की हैं. इसी तरह दूसरी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने विशाल राठौड़ को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से नशीली टेबलेट के 32 पत्ते और एक देसी कट्टा जब्त किया है. इसके खिलाफ आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट में मामला दर्ज किया गया है.
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अलवर के रहने वाले, मानसरोवर में मेडिकल स्टोरः उन्होंने बताया कि उमेश राठौड़ और विशाल राठौड़ दोनों सगे भाई हैं और मूलतः अलवर जिले के खो दरीबा गांव के रहने वाले हैं. ये मानसरोवर इलाके में किराए पर रहते हैं और स्वर्ण पथ पर मेडिकल स्टोर का संचालन करते हैं. ये अवैध नशीली दवाएं आगरा से लाकर अपने मेडिकल स्टोर पर बेचते हैं. इन नशीली दवाओं का सेवन ज्यादातर मजदूर वर्ग के लोग और कॉलेज के स्टूडेंट करते हैं. विशाल राठौड़ ने पूछताछ में बताया कि देसी कट्टा उसने किसी व्यक्ति से खरीदा था.