जयपुर. राजस्थान विश्वविद्यालय में पहली मर्तबा कोई ट्रांसजेंडर शिक्षा लेने जा रही है. ट्रांसजेंडर नूर शेखावत का कॉलेज में पढ़ने का सपना अब पूरा होगा. 10 साल पहले 2013 में 12वीं कक्षा पास कर चुकी नूर को सेंटर एडमिशन कमेटी में स्पेशल केस मानते हुए महारानी कॉलेज में एडमिशन दिया गया है. कॉलेज ने ऑफलाइन आवेदन स्वीकार करते हुए नूर को एडमिशन दिया है.
बीए करेंगी नूर : राजस्थान विश्वविद्यालय के संघटक कॉलेज महारानी कॉलेज में 7 अगस्त से सभी विषयों की नियमित कक्षाएं शुरू होंगी. इस बार महारानी कॉलेज में ट्रांसजेंडर नूर शेखावत का एडमिशन लिया गया है. हाल ही में 19 जुलाई को ग्रेटर नगर निगम की ओर से नूर शेखावत को बर्थ सर्टिफिकेट दिया गया था. इसके बाद महारानी कॉलेज में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए नूर ने अप्लाई किया और उन्हें स्पेशल केस मानते हुए सेंट्रल एडमिशन कमेटी ने एडमिशन दिया है. अब नूर महारानी कॉलेज से बीए करेंगी.
ट्रांसजेंडर के लिए ये बहुत बड़ी जीत : फिलहाल नूर के सब्जेक्ट का चयन नहीं हो पाया है, लेकिन वो चाहती है कि उन्हें सोशियोलॉजी, साइकोलॉजी और पॉलिटिकल साइंस जैसे सब्जेक्ट मिले. उच्च शिक्षा प्राप्त करने की ओर कदम बढ़ाने वाली ट्रांसजेंडर नूर शेखावत ने कहा कि समाज में जिस समानता के लिए ट्रांसजेंडर लड़ते हैं, उस कड़ी में ये बहुत बड़ी जीत है. ट्रांसजेंडर के लिए हर जगह प्रावधान जरूर है, लेकिन उसे इंप्लीमेंट करना बहुत बड़ी बात होती है. इस बात को राजस्थान विश्वविद्यालय के एडमिशन कमेटी ने उन्हें दाखिला देकर प्रूव किया है.
जन्म के समय थे आदित्य प्रताप : उन्होंने कहा कि इससे समाज में एक पॉजिटिव मैसेज जाएगा. हर ट्रांसजेंडर जो पढ़-लिख कर, अपने सपनों को पूरा करना चाहते हैं, उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा. बता दें कि 1992 में जन्मी नूर शेखावत का जन्म के समय नाम आदित्य प्रताप सिंह था. इसी नाम पर उनका बर्थ सर्टिफिकेट भी बना हुआ था, जिसमें बदलाव करते हुए गजट नोटिफिकेशन निकलवा कर हाल ही में 19 जुलाई को नूर शेखावत का ट्रांसजेंडर सर्टिफिकेट उन्हें सुपुर्द किया गया था.