जयपुर. सरकारी स्कूलों में नामांकन व्रद्धि करने के लिए प्रदेश में शिक्षा विभाग 9 मई को बड़े स्तर पर बाल सभा का आयोजन करवा तो करवा रहा है. लेकिन शिक्षण संस्थान प्रधानों को अभी तक कोई व्यवस्था के लिए बजट तक नहीं दिया है, जिसके कारण शिक्षक आक्रोशित है. शिक्षा विभाग ने सभी शिक्षकों आदेश भी जारी किए है कि वह बालसभा के लिए प्रयाप्त व्यवस्था सुनिश्चित करे और घर घर पीले चावल बांटकर ग्रामीणों को आमंत्रित करे. लेकिन बजट के आभाव से शिक्षक बालसभा की व्यवस्था और हजारों की संख्या में आने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर कैसे व्यवस्था करे.
शिक्षकों का कहना है कि मई की तेज गर्मी में होने वाली बालसभा के लिए जाहिर सी बात है कि चौपाल पर टेंट, पानी, चटाई, कुर्सियों जैसी कई व्यवस्था करनी होगी. शिक्षकों ने बताया कि भीषण गर्मी में अगर बिना पानी और छाया के कोई बच्चा बीमार हो जाता है तो उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी क्योंकि विभाग की ओर से अभी तक एक भी रुपए बालसभा के लिए शिक्षण संस्था प्रधानों को नहीं दिए गए है. साथ ही शिक्षकों को एक हफ्ते तक मशीन के तौर पर काम में लिया जाएगा तो शिक्षकों को यह चिंता सताने लगी है कि बालसभा में बालक बालिकाओं की व्यवस्था कैसे सुनिश्चित होगी साथ ही शिक्षकों ने सुरक्षा को लेकर भी सवाल उठाए है क्योंकि ग्रामीण क्षेत्र में कई असामाजिक तत्व मौजूद रहते है. शिक्षक संगठन ने विभाग से मांग की है कि वह सुरक्षा और बजट देने के बाद ही बालसभा का आयोजन करे.