जयपुर. राजस्थान में अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसको लेकर पिछले सात दिनों से सस्पेंस बरकरार है. इस बीच पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सिविल लाइन स्थित 13 नंबर बंगले पर एक बार फिर से विधायकों की आवाजाही से सियासी गलियारों में हलचल तेज हो गई. रविवार को करीब एक दर्जन विधायक राजे के निवास पहुंचे. इस दौरान कोटा उत्तर से भाजपा प्रत्याशी रहे प्रह्लाद गुंजल ने राजे को मुख्यमंत्री बनाने की पुरजोर पैरवी की.
ये नेता पहुंचे राजे निवास : पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे अपने बेटे व सांसद दुष्यंत सिंह के साथ वापस दिल्ली से जयपुर लौट आई हैं. राजे के जयपुर आने के साथ ही एक बार फिर सिविल लाइंस स्थित उनके बंगले पर हलचल बढ़ गई है और उनसे मिलने के लिए लगातार नवनिर्वाचित विधायक और भाजपा के नेता पहुंच रहे हैं, जिसमें पूर्व विधायक देवी सिंह भाटी अपने पोते नवनिर्वाचित विधायक अंशुमान सिंह भाटी के साथ पहुंचे. इसके अलावा विधायक अजय सिंह किलक, बहादुर सिंह कोली, बाबू सिंह राठौड़,अर्जुन लाल गर्ग, संजीव बेनीवाल, कालीचरण सर्राफ, अर्जुन लाल गर्ग, जगत सिंह भी राजे से मिले. इसके अलावा पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी और राजपाल शेखावत भी राजे से मिलने उनके निवास पहुंचे.
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राजे को सीएम बनाने की मांग : कोटा उत्तर से भाजपा प्रत्याशी रहे प्रह्लाद गुंजल ने रविवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा, ''पूर्व सीएम वसुंधरा राजे को लेकर पूरा राजस्थान मांग कर रहा है कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए. हालांकि, विधायक दल की बैठक के बाद सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे.'' आगे उन्होंने कहा, ''मुख्यमंत्री के चेहरे को फाइनल करने का अधिकार पार्टी आलाकमान के पास है.''
विधायक दल की बैठक में हो रही देरी पर कही ये बात : गुंजल ने कहा, ''विधायक की बैठक में सच में देरी हो रही है, लेकिन कुछ बड़े फैसले में वक्त तो लगता ही है. हालांकि, कांग्रेस जो सवाल उठा रही है, उसे इसका अधिकार नहीं है. साल 2018 में उन्होंने कितना जल्दी सीएम बनाया था, सभी जानते हैं. वहीं, भाजपा में कोई बगावत नहीं है, क्यों हम सभी पार्टी आलाकमना के साथ हैं.'' उन्होंने कहा, ''खैर, हम यही चाहते हैं कि कोई अनुभवी मुख्यमंत्री बने, जो राजस्थान को अच्छी तरीके से चला सके. इस बात को आप भी महसूस कर रहे हैं और मैं भी महसूस कर रहा हूं. इसके साथ ही आलाकमान को भी इस बात को देखना चाहिए.''
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राजस्थान की मांग राजे : गुंजल ने आगे जोर देते हुए कहा, ''पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ही मुख्यमंत्री बननी चाहिए. पूरे राजस्थान की भी यही मांग है.'' उधर, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने विधायक दल की बैठक के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति कर दी है. इसमें केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित तीन सदस्य शामिल हैं, लेकिन अभी तक विधायक दल की बैठक की तारीख तय नहीं हो पाई है. फिलहाल इसको लेकर कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है. पहले बताया जा रहा था कि रविवार को विधायक दल की बैठक हो सकती है, लेकिन पर्यवेक्षकों के नहीं आने से अब सोमवार को बैठक होने की बात कही जा रही है. साथ ही बताया जा रहा है कि सोमवार शाम को पर्यवेक्षक जयपुर पहुंचेंगे और मंगलवार को विधायक दल की बैठक बुलाई जा सकती है. हालांकि, पार्टी की ओर से अभी भी इसको लेकर कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है.