जयपुर. विधानसभा चुनाव के बीच लगातार कांग्रेस और बीजेपी में जुबानी जंग जारी है. इस बीच ED की हो रही कार्रवाई को भी राजनीती से जोड़ कर देखा जा रहा है. कांग्रेस ईडी की कार्रवाई पर सवाल उठा रही है तो उस पर बीजेपी ने पलटवार किया है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने शनिवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि पिछले 33 वर्षों में पीवी नरसिम्हा राव सरकार के समय से आज तक एक साल ऐसा नहीं गया, जब देश में कांग्रेस का कोई नेता कोर्ट या जांच एजेंसी के चक्कर लगाता हुआ न मिला हो.
हर साल एक नेता जांच एजेंसी के दायरे मेंः सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राजस्थान में लाल डायरी का मामला सदन के पटल पर उठाया जाता है, इसके तुरंत बाद मंत्री को बर्खास्त किया जाता है, इससे ज्यादा प्रमाणिक कुछ नहीं हो सकता, क्योंकि सरकार सदन के पटल पर बोल रही है और विधानसभा में उस लाल डायरी को छीनने के लिए मारामारी हो रही है. आज जब ED कार्रवाई करती हुई इनके घर पहुंच रही है तो कह रहे हैं चुनाव में परेशान किया जा रहा है. जांच एजेंसियों की जांच पर सवाल उठाने वाले लोगों को कहना चाहता हूं कि 1990 के दशक से पिछले 33 वर्षों में पीवी नरसिम्हा राव सरकार के समय से आज तक एक साल ऐसा नहीं गया जब देश में कांग्रेस का कोई नेता कोर्ट या जांच एजेंसी के चक्कर लगाता हुआ न मिला हो .
किसानों का कर्ज माफ़ी का क्या हुआ ?: सुधांशु त्रिवेदी ने प्रदेश में पांच साल के हालातों पर तंज कसते हुए कहा कि नौजवान हैरान,किसान परेशान, कानून व्यवस्था लहूलुहान है. सरकार के अंदर घमासान और किताबों के अंदर महाराणा प्रताप से ज्यादा अकबर महान है. उन्होंने कहा कि आज जब राजस्थान आना होता है तब एक आक्रोश उत्पन्न होता है. पिछले 5 वर्षों में अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार की भरमार रही. नारियों का सम्मान तार-तार हुआ , तुष्टिकरण से जनता त्रस्त रही है. त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस ने सत्ता पाने से पहले बेरोजगार नौजवानों को भत्ता देने की गारंटी दी थी, लेकिन गारंटी पूरी नहीं की. पेपर लीक की बात करें तो डेढ़ दर्जन बार पेपर लीक हुए. किसानों के लिए 2018 के चुनाव में राहुल गांधी का जो तेवर था 1 से 10 तक की गिनती और कर्ज माफ, लेकिन 5 साल हो गए हालात जस के तस हैं. किसानों के कर्ज माफी की बात करने वाले पांच साल से दिखाई नहीं दे रहे हैं.