जयपुर. जिले में जनजातीय क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए अच्छी खबर है, अब उन्हें फीस के कारण तकनीकी शिक्षा से ड्रॉप आउट नहीं करना पड़ेगा. हाल ही ट्राइबल एरिया के विद्यार्थियों के लिए सरकार ने एक निर्णय लिया है कि यदि किसी विद्यार्थी के पास फीस के पैसे नहीं हैं तो सरकार उसे निशुल्क तकनीकी शिक्षा देगी. अभी यह निर्णय बांसवाड़ा के राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में लागू किया गया है.
तकनीकी शिक्षा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बताया कि जनजातीय क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए अब प्रवेश के समय शुल्क की बाध्यता खत्म कर दी गई है. जनजाति विभाग की ओर से प्रवेश के बाद इन विद्यार्थियों से शुल्क का पुनर्भरण कराया जाएगा. तकनीकी शिक्षा भवन में 11 राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की बैठक में यह निर्णय लिया गया. इसमें 6 जिलों के विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा जिसमें उदयपुर, प्रतापगढ़, बारां, डूंगरपुर और बांसवाड़ा शामिल है.
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इसके साथ ही मंत्री ने बांसवाड़ा की राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में जनजातीय विद्यार्थियों के लिए टेक्नोफेस्ट और अन्य कार्यक्रम आयोजित करने के भी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि ऐसा करने से विद्यार्थियों को तकनीकी शिक्षा को लेकर रुझान बढ़ेगा और उनका क्षमता सर्वधन भी हो सकेगा. राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेजों में सीसीटीवी सर्विलेंस की व्यवस्था की गई है. इस सर्विलेंस सिस्टम को संयुक्त शासन सचिव तकनीकी शिक्षा के मोबाइल से जोड़ा जाएगा.
तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष गर्ग ने बताया कि उच्च शिक्षा और स्कूली शिक्षा में तो टीएसपी विद्यार्थियों की फीस की भरपाई हो जाती थी. लेकिन तकनीकी शिक्षा में टीएडी फीस की भरपाई नहीं करता था तो उस स्थिति में विद्यार्थी तकनीकी शिक्षा से ड्रॉप आउट हो जाता था. मंत्री के कहा कि ड्रॉप आउट रोकने के लिए सरकार टीएसपी क्षेत्र के बच्चों की फीस को वहन करेगी.