जयपुर. राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ किले पर स्थित वैक्स म्यूजियम में बुधवार को महापरिनिर्वाण दिवस पर भारत रत्न बाबा साहेब बीआर आंबेडकर का वैक्स स्टैच्यू स्थापित किया गया. इस मौके पर मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए जयपुर वैक्स म्यूजियम के फाउंडर डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव ने बताया, ''वैक्स म्यूजियम में आने वाले पर्यटकों की मांग को देखते हुए यहां भारत रत्न डॉ. भीमराव आंबेडकर के वैक्स स्टैच्यू को बनवाया गया है.'' उन्होंने कहा, ''यहां देश-विदेश से सैलानी वैक्स म्यूजियम को देखने के लिए आते हैं, जो लगातार भारतीय संविधान के जनक बाबा साहेब के वैक्स स्टैच्यू को स्थापित करने की मांग कर रहे थे. ऐसे में उनके महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर यहां उनकी मोम की प्रतिमा स्थापित कराई गई.''
जानें कैसा है वैक्स स्टैच्यू : म्यूजियम के फाउंडर डायरेक्टर अनूप श्रीवास्तव ने बताया, ''किसी व्यक्ति विशेष से आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है तो हम उसे पूरा करने का प्रयास करते हैं. महान विचारों वाले बाबा साहेब का संपूर्ण जीवन प्रेरणादायक रहा है. 6 दिसंबर, 1956 को उनका निधन हो गया था. बाबा साहेब के वैक्स स्टैच्यू को भारत की दूसरी महान शख्सियत मिसाइल मैन भारत रत्न डॉ. अब्दुल कलाम के स्टैच्यू के साथ राष्ट्रपति भवन के सेट पर स्थापित किया गया है. इस स्टैच्यू की हाइट 5 फीट, 11 इंच है और इसका वजन करीब 38 किलोग्राम है. लोगों के मन में बसी बाबा साहेब की आकृति, संविधान की पुस्तक हाथ में लिए, नीले रंग के सूट के साथ बनाया गया है. जयपुर वैक्स म्यूजियम में बाबा साहेब के पुतले समेत 43 हस्तियों के स्टैच्यू अब तक स्थापित की जा चुकी है.''
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यहां कई नामी हस्तियों के हैं स्टैच्यू : डायरेक्टर श्रीवास्तव के मुताबिक जयपुर वैक्स म्यूजियम दुनिया का ऐसा पहला वैक्स म्यूजियम है, जो किसी हेरिटेज साइट नारगढ़ किले पर बना है. पुरातत्व व संग्रहालय विभाग के संयुक्त तत्वावधान में साल 2016 में इसका निर्माण हुआ. आज यहां देश-विदेश की नामी हस्तियों की मोम की मूर्तियों के साथ-साथ जयपुर रियासत के पूर्व महाराजाओं और महारानियों की भव्य प्रतिमाएं लगाई गई हैं.
शीश महल की खासियत : शीश महल इस म्यूजियम का एक अहम हिस्सा है, जिसका निर्माण 25 लाख से भी अधिक कांच के टुकड़ों को तराश कर किया गया है. कलात्मक रॉयल दरबार और भव्य शीश महल का यह अद्भुत संगम पर्यटकों को इस धरती पर सिर्फ वैक्स म्यूजियम में ही देखने को मिलेगा. श्रीवास्तव ने बताया, ''जयपुर वैक्स म्यूजियम को अन्य म्यूजियमों से एक बात जुदा करती है और वो है यहां की विशेष साज-सज्जा और वॉल पेंटिंग.