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मंत्री रघु शर्मा बोले- चिकित्सा क्षेत्र के लिए हुए कई शानदार घोषणाएं, सराफ- ना डॉक्टर ना स्टाफ, दवा कौन देगा

सीएम अशोक गहलोत की ओर से बुधवार को बजट में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ी कई घोषणाएं की गई. जिसमें निशुल्क दवा और निशुल्क जांच योजना का विस्तार किया गया है. चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि इससे स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत होगी और आमजन को इनका लाभ मिल सकेगा. वहीं विपक्ष के नेताओं ने इन घोषणाओं को लेकर कहा कि जब अस्पतालों में पद ही रिक्त पड़े हैं तो वहां मरीजों को कैसे बेहतर उपचार और योजनाओं का लाभ मिल पाएगा.

स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बजट घोषणा पर चिकित्सा मंत्री व पूर्व चिकित्सा मंत्री की प्रतिक्रिया
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Published : Jul 10, 2019, 4:40 PM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने इस बजट में एक बार फिर निशुल्क दवा व जांच योजना पर विशेष फोकस किया है. बजट में निशुल्क दवा और जांच योजना का दायरा बढ़ाया गया है. निःशुक्ल दवा योजना में 104 नई दवाओं को शामिल करने की घोषणा की है, लेकिन गहलोत सरकार का ये बजट विपक्ष को कोई खास बजट नहीं लग रहा है. उन्होंने ये कहते हुए इन घोषणाओं को अधूरा बता दिया कि अगर डॉक्टर सहित स्वस्थ्य विभाग में काफी पद खाली चल रहे हैं तो इन घोषणाओं का औचित्य क्या है.

स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बजट घोषणा पर चिकित्सा मंत्री व पूर्व चिकित्सा मंत्री की प्रतिक्रिया

सीएम गहलोत ने बजट में कहा कि वरिष्ठ नागरिक और बीपीएल परिवारों की सवाई मानसिंह अस्पताल में निशुल्क जांच की जा रही है. बजट में अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी वरिष्ठ नागरिक और बीपीएल परिवारों की निशुल्क जांच करने की घोषणा की गई है. इसके अलावा निशुल्क दवा योजना की सूची में 104 नई दवाओं को शामिल करने की भी घोषणा की गई है.

बजट के बाद चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि सीएम ने जो बुधवार को बजट पेश किया है. उसमें राजस्थान के गांव, किसान, गरीब, नौजवान, पिछड़े तबके, अल्पसंख्यक सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए शानदार बजट पेश किया गया है. खासकर स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर इस बजट में विशेष ध्यान दिया गया है. जिसके तहत निशुल्क जांच और निशुल्क दवा योजना का दायरा बढ़ाया गया है. वहीं 200 नए सब सेंटर, 50 पीएचसी, 10 पीएचसी को सीएचसी और 10 सब सेंटर को पीएचसी में क्रमोन्नत किए जाने की घोषणा की गई है.

इतना ही नहीं गंगानगर में मेडिकल कॉलेज खोलने की भी घोषणा मुख्यमंत्री ने इस बजट में की है. रघु शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले ही कहा था कि लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं व सुविधाएं उनकी प्राथमिकता में होगा. वहीं कैंसर, किडनी, हार्ट जैसी गंभीर बीमारियों को भी निशुल्क दवा व जांच योजना में शामिल किया गया है.

यह ऐसी बीमारियां है, जिनके खर्चे के चलते परिवार आर्थिक रूप से बर्बाद हो जाते थे. अब इनको भी निशुल्क दवा योजना और जांच योजना के दायरे में लाने से राजस्थान के लाखों लोगों को लाभ मिल सकेगा. शर्मा ने कहा कि राजस्थान के सभी वर्गों का इस बजट में ध्यान रखा गया है फिर चाहे महिला हो, गरीब हो या किसान हो.

वहीं विपक्ष में बैठी बीजेपी को सरकार की यह घोषणाएं रास नहीं आई. पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ ने मुख्यमंत्री गहलोत के बजट भाषण में स्वास्थ्य को लेकर की गई घोषणाओं पर सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है. जांच सुविधाओं का लोगों को लाभ नही मिल पा रहा है.

जहां पर मशीनें है तो वहां ऑपरेटर नहीं है. जब इतने पद खाली चल रहे हैं तो फिर इन घोषणाओं से जनता को कैसे राहत मिलेगी. सर्राफ ने कहा कि हजारों की संख्या में पद खाली पड़े हैं, लेकिन सरकार को उन पदों को भरने की कोई चिंता नहीं है. उनका कहना रहा कि इस बजट में भी उन रिक्त पदों को भरने को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है. ऐसे में यह बजट महिला विरोधी, किसान विरोधी और गरीब विरोधी बजट है.

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने इस बजट में एक बार फिर निशुल्क दवा व जांच योजना पर विशेष फोकस किया है. बजट में निशुल्क दवा और जांच योजना का दायरा बढ़ाया गया है. निःशुक्ल दवा योजना में 104 नई दवाओं को शामिल करने की घोषणा की है, लेकिन गहलोत सरकार का ये बजट विपक्ष को कोई खास बजट नहीं लग रहा है. उन्होंने ये कहते हुए इन घोषणाओं को अधूरा बता दिया कि अगर डॉक्टर सहित स्वस्थ्य विभाग में काफी पद खाली चल रहे हैं तो इन घोषणाओं का औचित्य क्या है.

स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर बजट घोषणा पर चिकित्सा मंत्री व पूर्व चिकित्सा मंत्री की प्रतिक्रिया

सीएम गहलोत ने बजट में कहा कि वरिष्ठ नागरिक और बीपीएल परिवारों की सवाई मानसिंह अस्पताल में निशुल्क जांच की जा रही है. बजट में अन्य मेडिकल कॉलेजों में भी वरिष्ठ नागरिक और बीपीएल परिवारों की निशुल्क जांच करने की घोषणा की गई है. इसके अलावा निशुल्क दवा योजना की सूची में 104 नई दवाओं को शामिल करने की भी घोषणा की गई है.

बजट के बाद चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि सीएम ने जो बुधवार को बजट पेश किया है. उसमें राजस्थान के गांव, किसान, गरीब, नौजवान, पिछड़े तबके, अल्पसंख्यक सभी वर्गों को ध्यान में रखते हुए शानदार बजट पेश किया गया है. खासकर स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर इस बजट में विशेष ध्यान दिया गया है. जिसके तहत निशुल्क जांच और निशुल्क दवा योजना का दायरा बढ़ाया गया है. वहीं 200 नए सब सेंटर, 50 पीएचसी, 10 पीएचसी को सीएचसी और 10 सब सेंटर को पीएचसी में क्रमोन्नत किए जाने की घोषणा की गई है.

इतना ही नहीं गंगानगर में मेडिकल कॉलेज खोलने की भी घोषणा मुख्यमंत्री ने इस बजट में की है. रघु शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले ही कहा था कि लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं व सुविधाएं उनकी प्राथमिकता में होगा. वहीं कैंसर, किडनी, हार्ट जैसी गंभीर बीमारियों को भी निशुल्क दवा व जांच योजना में शामिल किया गया है.

यह ऐसी बीमारियां है, जिनके खर्चे के चलते परिवार आर्थिक रूप से बर्बाद हो जाते थे. अब इनको भी निशुल्क दवा योजना और जांच योजना के दायरे में लाने से राजस्थान के लाखों लोगों को लाभ मिल सकेगा. शर्मा ने कहा कि राजस्थान के सभी वर्गों का इस बजट में ध्यान रखा गया है फिर चाहे महिला हो, गरीब हो या किसान हो.

वहीं विपक्ष में बैठी बीजेपी को सरकार की यह घोषणाएं रास नहीं आई. पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सर्राफ ने मुख्यमंत्री गहलोत के बजट भाषण में स्वास्थ्य को लेकर की गई घोषणाओं पर सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. अस्पतालों में डॉक्टर नहीं है. जांच सुविधाओं का लोगों को लाभ नही मिल पा रहा है.

जहां पर मशीनें है तो वहां ऑपरेटर नहीं है. जब इतने पद खाली चल रहे हैं तो फिर इन घोषणाओं से जनता को कैसे राहत मिलेगी. सर्राफ ने कहा कि हजारों की संख्या में पद खाली पड़े हैं, लेकिन सरकार को उन पदों को भरने की कोई चिंता नहीं है. उनका कहना रहा कि इस बजट में भी उन रिक्त पदों को भरने को लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है. ऐसे में यह बजट महिला विरोधी, किसान विरोधी और गरीब विरोधी बजट है.

Intro:
जयपुर

सीएम गहलोत की बजट में कई स्वास्थ्य जुड़ी बड़ी घोषणा , निशुल्क दवा योजना में 104 नई दवा की शामिल , सत्ता पक्ष ने कहा गरीबों मिलेगी राहत , विपक्ष ने कहा डॉक्टर नही दवा कोन देगा

एंकर:- मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपनी इस बजट में एक बार फिर निशुल्क दवा जांच योजना के ऊपर फोकस किया , बजट में निशुल्क दवा ओर जांच योजना का दायरा बढ़ाया गया है , निःशुक्ल दवा योजना में 104 नई दवाओं को शामिल करने की घोषणा की है , लेकिन सरकार का ये बजट विपक्ष को कोई खास बजट नही लग रहा है , एहि वजह है उन्होंने ये कहते हुए इन घोषणाओं को अधूरा बता दिया कि अगर डॉक्टर सहित स्वस्थ्य विभाग सभी पद खाली चल रहे है तो इन घोषणाओं का औचित्य ,





Body:VO:- मुख्यमंत्री गहलोत ने बजट में कहा कि वरिष्ठ नागरिक और बीपीएल परिवारों को सवाई मानसिंह अस्पताल में निशुल्क जांच की जा रही है बजट में ऐसे में सहित अन्य मेडिकल कॉलेजों में वरिष्ठ नागरिक और बीपीएल परिवारों को निशुल्क जांच करने की घोषणा की है इसके अलावा निशुल्क दवा योजना की लिस्ट में 104 नई दवाओं को शामिल करने की भी घोषणा करी गई बजट के बाद चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री ने जो आज बजट पेश किया है वह राजस्थान की गांव किसान गरीब नौजवान पिछड़े तबके अल्पसंख्यक सभी वर्ग को ध्यान में रखें शानदार बजट पेश किया गया है खासकर की स्वास्थ्य सेवाओं का इस बजट में विशेष ध्यान दिया गया है जिसके तहत निशुल्क जांच और निशुल्क दवा योजना का दायरा बढ़ाया गया है , 200 नए सब सेंटर, 50 पीएससी , 10 पीएचसी को सीएसी , 10 सब सेंटर को पीएससी में क्रमोन्नत किए जाने की घोषणा करी गई है इतना ही नहीं गंगानगर में मेडिकल कॉलेज कोल्ड की भी घोषणा मुख्यमंत्री ने इस बजट में करी है रघु शर्मा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने सत्ता में आने से पहले ही कहा था कि वह लोगों के स्वास्थ्य पर ध्यान रखना उनकी प्राथमिकता में होगा और यह बजे की कैंसर किडनी हार्ड जैसी गंभीर बीमारियों को भी निशुल्क दवा योजना में शामिल किया गया था यह वह बीमारी है जिनके खर्चे के चलते परिवार बर्बाद हो जाते हैं इनको भी निशुल्क दवा योजना और जांच योजना के दायरे में लाने से राजस्थान के लाखों लोगों को लाभ मिला है रघु शर्मा ने कहा कि राजस्थान के सभी वर्गों का इस बजट में ध्यान रखा गया है फिर चाहे महिला हो चाहे गरीब हो या किसानों , लेकिन विपक्ष में बैठे बीजेपी को सरकार की यह घोषणा को रास नहीं आई पूर्व चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ ने मुख्यमंत्री के बजट भाषण में स्वास्थ्य को लेकर की गई घोषणाओं पर सवाल करते हुए कहा कि प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है डॉक्टर नहीं है जांच सुविधाएं नहीं हो रही है जहां पर मशीनें वहां पर ऑपरेटर नहीं है जब इतने पद खाली चल रहे थे फिर इन घोषणाओं से जनता को कैसे राहत मिलेगी कालीचरण सराफ ने कहा कि मेडिकल उच्च शिक्षा हो हजारों की संख्या में पद खाली पड़े हुए हैं लेकिन सरकार को उन पदों को भरने की चिंता नहीं है और इस बजट में भी उन पदों को भरने को लेकर कोई घोषणा नहीं कर गई ऐसे में यह बजट महिला विरोधी किसान विरोधी गरीब विरोधी बजट है

बाइट:- रघुशर्मा - चिकित्सा मंत्री
बाइट:- कालीचरण सर्राफ - पूर्व चिकित्सामंत्री


Conclusion:
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