जयपुर. राजधानी का ड्रीम प्रोजेक्ट (jaipur Dream Project) रिंग रोड दिवाली पर शुरू हो गया. अजमेर रोड, टोंक रोड और आगरा रोड को जोड़ने वाले रिंग रोड को क्लोवरलीफ बनने तक सर्विस लेन से जोड़ा गया है. एनएचएआई और जेडीए के संयुक्त प्रयास से इसकी शुरुआत हुई. हालांकि, रिंग रोड को एक्सीडेंट जोन बनने से रोकने के लिए अजमेर रोड, टोंक रोड और आगरा रोड पर क्लोवरलीफ बनने है. इनमें से अजमेर रोड और टोंक रोड पर बनने वाले क्लोवरलीफ का रास्ता साफ हो चुका है. लेकिन, आगरा रोड पर बड़ी जमीनी समस्या आ रही है, लेकिन जो रोड कंस्ट्रक्ट हो गई है, उस रोड को सर्विस लेन के माध्यम से एक्सेस देकर ऑपरेशनल कर दिया गया है.
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एक ही दिन में यहां से 11 हजार से ज्यादा वाहन गुजरे और अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले दिन में यहां से तकरीबन 20 हजार वाहनों की आवाजाही नियमित हो जाएगी. 47 किलोमीटर की इस रोड पर पर दो जगह टोल भी देना होगा. छोटे वाहनों को 50, कमर्शियल वाहनों को 80, बस और ट्रक को 185 जबकि इससे बड़े वाहनों को 350 का टोल टैक्स देना होगा.
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हालांकि इसे फिलहाल ट्रायल टोलिंग बताया जा रहा है. जल्द इसका औपचारिक उद्घाटन भी किया जाएगा. वहीं, अब जयपुर के दक्षिणी रिंग रोड की तर्ज पर उत्तरी रिंग रोड का भी निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. मास्टर विकास योजना 2025 में जयपुर शहर के लिए रिंग रोड का उत्तरी भाग आगरा रोड से अजमेर रोड वाया दिल्ली रोड विकसित किया जाना है.