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SMS अस्पताल में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत होने वाले कामों का होगा रिव्यू, उसके बाद ही मिलेगा पैसा

बीते दिनों प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल किया गया था. जिसके तहत यहां तकरीबन 75 करोड़ रुपए की लागत से हॉस्टल, ओवर ब्रिज और पार्किंग जैसे निर्माण कार्य होने थे. लेकिन हाल ही में यूडीएच मंत्री ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत होने वाले कामों का रिव्यू करने और उसके बाद 50 से 60 करोड़ रुपए देने की बात कही है.

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Published : Oct 7, 2019, 9:55 AM IST

जयपुर. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का दायरा अब सिर्फ परकोटा ही नहीं रहा है. बल्कि बीते दिनों इसकी पहुंच हॉस्पिटल और धार्मिक स्थलों तक भी जा पहुंच चुकी है. बीते दिनों प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस के लिए भी 75 करोड़ की मंजूरी मिली थी. जिसके तहत यूजी-पीजी के छात्रों के लिए हॉस्टल, मेडिकल कॉलेज और जेके लोन अस्पताल के लिए अंडर ग्राउंड पार्किंग, एसएमएस मेडिकल कॉलेज और एसएमएस अस्पताल के बीच ओवर ब्रिज, नई मोर्चरी और हाॅस्पिटल को पूरी तरह वाईफाई करने जैसे कई प्रोजेक्ट को लेकर सहमति बन गई है.

sms अस्पताल के काम का लिया जाएगा रिव्यू

इस संबंध में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि एसएमएस अस्पताल का वर्क लोड देखते हुए सरकार की ओर से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बजट को मंजूरी दी गई. हालांकि एक बार फिर इन तमाम प्रोजेक्ट्स का रिव्यू किए जाने की बात की जा रही है. हाल ही में एसएमएस मेडिकल कॉलेज पहुंचे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत खर्च होने वाली राशि और सभी प्रोजेक्ट का रिव्यू करने की बात कही.

पढ़ें- लापरवाही की हद हो गई : शिक्षा विभाग ने मृत प्रधानाचार्य का ही कर दिया तबादला

एसएमएस में प्रदेशभर के मरीजों के अलावा दूसरे करीब 10 राज्यों के मरीज भी इलाज के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में यहां पर इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलप करने की मांग काफी समय से चल रही है. जिसके चलते इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भी जोड़ा गया, लेकिन फिलहाल ये डीले होता ही नजर आ रहा है.

जयपुर. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का दायरा अब सिर्फ परकोटा ही नहीं रहा है. बल्कि बीते दिनों इसकी पहुंच हॉस्पिटल और धार्मिक स्थलों तक भी जा पहुंच चुकी है. बीते दिनों प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस के लिए भी 75 करोड़ की मंजूरी मिली थी. जिसके तहत यूजी-पीजी के छात्रों के लिए हॉस्टल, मेडिकल कॉलेज और जेके लोन अस्पताल के लिए अंडर ग्राउंड पार्किंग, एसएमएस मेडिकल कॉलेज और एसएमएस अस्पताल के बीच ओवर ब्रिज, नई मोर्चरी और हाॅस्पिटल को पूरी तरह वाईफाई करने जैसे कई प्रोजेक्ट को लेकर सहमति बन गई है.

sms अस्पताल के काम का लिया जाएगा रिव्यू

इस संबंध में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि एसएमएस अस्पताल का वर्क लोड देखते हुए सरकार की ओर से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बजट को मंजूरी दी गई. हालांकि एक बार फिर इन तमाम प्रोजेक्ट्स का रिव्यू किए जाने की बात की जा रही है. हाल ही में एसएमएस मेडिकल कॉलेज पहुंचे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत खर्च होने वाली राशि और सभी प्रोजेक्ट का रिव्यू करने की बात कही.

पढ़ें- लापरवाही की हद हो गई : शिक्षा विभाग ने मृत प्रधानाचार्य का ही कर दिया तबादला

एसएमएस में प्रदेशभर के मरीजों के अलावा दूसरे करीब 10 राज्यों के मरीज भी इलाज के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में यहां पर इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलप करने की मांग काफी समय से चल रही है. जिसके चलते इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भी जोड़ा गया, लेकिन फिलहाल ये डीले होता ही नजर आ रहा है.

Intro:जयपुर - बीते दिनों प्रदेश के सबसे बड़े एसएमएस अस्पताल को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में शामिल किया गया था। जिसके तहत यहां तकरीबन 75 करोड़ रुपए की लागत से हॉस्टल, ओवर ब्रिज और पार्किंग जैसे निर्माण कार्य होने थे। लेकिन हाल ही में यूडीएच मंत्री ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत होने वाले कामों का रिव्यू करने, और उसके बाद 50 से 60 करोड़ रुपए देने की बात कही।


Body:स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का दायरा अब सिर्फ परकोटा नहीं रहा है। बल्कि बीते दिनों इसकी पहुंच हॉस्पिटल और धर्म स्थलों तक भी जा पहुंची है। बीते दिनों प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल s.m.s. के लिये भी 75 करोड़ की मंजूरी मिली थी। जिसके तहत यूजी पीजी के छात्रों के लिए हॉस्टल, मेडिकल कॉलेज और जेके लोन अस्पताल के लिए अंडरग्राउंड पार्किंग, एसएमएस मेडिकल कॉलेज और एसएमएस अस्पताल के बीच ओवर ब्रिज, नई मोर्चरी, s.m.s. को पूरी तरह वाईफाई करने जैसे कई प्रोजेक्ट को लेकर सहमति बनी। इस संबंध में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ सुधीर भंडारी ने बताया की s.m.s. अस्पताल का वर्क लोड देखते हुए, सरकार की ओर से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बजट को मंसूरी दी गई।
बाईट - डॉ सुधीर भंडारी, प्रिंसिपल, एस एम एस मेडिकल कॉलेज

हालांकि एक बार फिर इन तमाम प्रोजेक्ट्स का रिव्यू किए जाने की बात की जा रही है। हाल ही में एसएमएस मेडिकल कॉलेज पहुंचे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत खर्च होने वाली राशि और सभी प्रोजेक्ट का रिव्यू करने की बात कही।
डेस्क बाईट - शांति धारीवाल, यूडीएच मंत्री


Conclusion:एसएमएस में प्रदेशभर के मरीजों के अलावा दूसरे करीब 10 राज्यों के मरीज भी इलाज के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में यहां पर इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलप करने की मांग काफी समय से चल रही है। जिसके चलते इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भी जोड़ा गया। लेकिन फिलहाल ये डीले होता नजर आ रहा है।
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