जयपुर. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का दायरा अब सिर्फ परकोटा ही नहीं रहा है. बल्कि बीते दिनों इसकी पहुंच हॉस्पिटल और धार्मिक स्थलों तक भी जा पहुंच चुकी है. बीते दिनों प्रदेश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एसएमएस के लिए भी 75 करोड़ की मंजूरी मिली थी. जिसके तहत यूजी-पीजी के छात्रों के लिए हॉस्टल, मेडिकल कॉलेज और जेके लोन अस्पताल के लिए अंडर ग्राउंड पार्किंग, एसएमएस मेडिकल कॉलेज और एसएमएस अस्पताल के बीच ओवर ब्रिज, नई मोर्चरी और हाॅस्पिटल को पूरी तरह वाईफाई करने जैसे कई प्रोजेक्ट को लेकर सहमति बन गई है.
इस संबंध में एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. सुधीर भंडारी ने बताया कि एसएमएस अस्पताल का वर्क लोड देखते हुए सरकार की ओर से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बजट को मंजूरी दी गई. हालांकि एक बार फिर इन तमाम प्रोजेक्ट्स का रिव्यू किए जाने की बात की जा रही है. हाल ही में एसएमएस मेडिकल कॉलेज पहुंचे यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत खर्च होने वाली राशि और सभी प्रोजेक्ट का रिव्यू करने की बात कही.
पढ़ें- लापरवाही की हद हो गई : शिक्षा विभाग ने मृत प्रधानाचार्य का ही कर दिया तबादला
एसएमएस में प्रदेशभर के मरीजों के अलावा दूसरे करीब 10 राज्यों के मरीज भी इलाज के लिए पहुंचते हैं. ऐसे में यहां पर इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलप करने की मांग काफी समय से चल रही है. जिसके चलते इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में भी जोड़ा गया, लेकिन फिलहाल ये डीले होता ही नजर आ रहा है.