जयपुर. राजस्थान विधानसभा में आज वीरांगनाओं के मामले में सरकार की ओर से जवाब आया. जिसमें मंत्री शांति धारीवाल ने इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज करने के साथ ही राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा के कृत्यों की तुलना आतंकी से की. इसके साथ ही उन्होंने वीरांगना मंजू बाला के अपने शादीशुदा देवर के नाते जाने के आरोप लगा दिए जिसके बाद सदन में खूब हल्ला मचा.
राठौड़ बोले- दूंगा इस्तीफा अगर...- जब वीरांगना मंजू बाला के नाते जाने की बात धारीवाल ने कही तो सदन में हंगामा मच गया. उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने यहां तक कह दिया कि अगर वीरांगना नाते पर गई हैं तो मेरा इस्तीफा ले लिया जाए नहीं तो शहीद वीरांगना के लिए इस तरह की बात बोलने वाले धारीवाल को इस्तीफा देना चाहिए. उन्होंने कहा कि आपके पास क्या प्रमाण है कि वीरांगना नाते पर गई हैं. यह शर्म की बात है कि किसी के चरित्र पर इस तरीके से सवाल खड़े किए जाएं, इसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे.
इस मामले में जबरदस्त हंगामा सदन में हुआ जिसके चलते एक बार सदन की कार्रवाई 10 मिनट के लिए स्थगित भी की गई और बाद में जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो भाजपा सदस्यों की ओर से नारेबाजी और हंगामा जारी रहा. सदन में अभी हंगामे की स्थिति है.
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किरोड़ी को मंत्री धारीवाल ने घेरा- मंत्री शांति धारीवाल ने अपनी बात रखी. कहा कि राजनीति में रुचि रखने वाला हर व्यक्ति जानता है कि किरोड़ी लाल मीणा किस तरह का कृत्य करते हैं और वह कृत्य किसी आतंकी से कम नहीं होता. अगर किरोड़ी लाल जैसा राज्यसभा सांसद, विधानसभा का सदस्य रहा और मंत्री रहा नेता नियम को जानते हुए भी नियम विरुद्ध आंदोलन कर रहा है और लॉ एंड ऑर्डर भंग करने की कोशिश करें तो कानून का पालन करने वाली सरकार उसे बर्दाश्त नहीं कर सकती.
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मंत्री बोले क्या तमाशा है और फिर...- धारीवाल ने कहा कि सभी वीरांगनाओं को उनका अधिकार दिया गया है और वैसे भी वर्तमान सरकार शहीदों के सम्मान में दिए जाने वाले पैकेज में पिछली सरकार से कई गुना ज्यादा बढ़ोतरी कर चुकी है. इस मामले में अजीब तमाशा हो रहा है. महिला का देवर पहले से शादीशुदा है और उसके दो बच्चे हैं. महिला उसके नाते चली गई. अब कहती हैं कि मेरे देवर को नौकरी दे दो, क्या अजीब तमाशा है? क्या ऐसा कभी हुआ है, नियम के विरुद्ध नौकरी किसी को नहीं मिलती. इस मामले में भाजपा राजनीतिक रोटियां सेंकने का काम कर रही है लेकिन ऐसी मांगों को नहीं माना जाएगा. भाजपा के लोगों ने ही इन वीरांगनाओं को सीखा कर भेजा है.
विधानसभा की कार्यवाही से डिलीट किए गए ये शब्द : करीब डेढ़ घंटे तक भाजपा के हंगामे और नारेबाजी के बाद स्पीकर सीपी जोशी सदन में आए और उन्होंने कहा कि अगर सदन में चर्चा के दौरान कुछ शब्द ऐसे थे, जिनसे आपत्ति थी तो नाता आतंकित और देशद्रोही शब्दों को विधानसभा की कार्यवाही से डिलीट किया जाता है. दरअसल, मंत्री शांति धारीवाल ने वीरांगना के नाते जाने किरोड़ी लाल मीणा के कृत्य को आतंकित और भाजपा विधायक मदन दिलावर ने वीरांगनाओं से मारपीट करने वालों को देशद्रोही कहा था. इन्हीं को लेकर विवाद हुआ. अब यह शब्द डिलीट कर दिए गए हैं.