जयपुर. राजधानी जयपुर के जामडोली इलाके में स्थित मानसिक विमंदित महिला एवं बाल कल्याण पुनर्वास गृह में मेंटिनेंस और लेबर सप्लाई के ठेके में रिश्वत के खेल का सोमवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने भंडाफोड़ किया है. एसीबी ने 50 हजार रुपए की रिश्वत लेते विशेष योग्यजन निदेशालय के वरिष्ठ लेखाधिकारी को रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. जबकि 50 हजार रुपए की घूस देने वाले ठेकेदार को भी एसीबी ने दबोच लिया है.
दरअसल, मानसिक विमंदित महिला एवं बाल कल्याण पुनर्वास गृह में मेंटिनेंस और लेबर सप्लाई का ठेका हासिल करने और घटिया सामग्री और सेवाएं करने के बावजूद बिल पास करने की एवज में वरिष्ठ लेखाधिकारी और ठेकेदार के बीच रिश्वत का खेल चल रहा था. जिसकी भनक एसीबी को लगी तो जाल बिछाकर वरिष्ठ लेखाधिकारी और ठेकेदार को एसीबी ने दबोच लिया.
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एसीबी के कार्यवाहक डीजी हेमंत प्रियदर्शी ने बताया कि जामडोली स्थित मानसिक विमंदित महिला एवं बाल कल्याण पुनर्वास गृह में मेंटिनेंस और लेबर सप्लाई का ठेका हासिल करने और घटिया सेवा व सामग्री सप्लाई करने के बावजूद बिल पास करने की शिकायत को लेकर एक पत्र मिला था. इसमें विशेष योग्यजन निदेशालय के वरिष्ठ लेखाधिकारी धर्मसिंह मीणा और ठेकेदार जय नारायण मीणा के बीच रिश्वत का लेन-देन होने की भी संभावना जताई गई थी.
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शिकायत मिलने पर एसीबी के एएसपी बजरंग सिंह शेखावत के निर्देशन में उपाधीक्षक सचिन शर्मा के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई करते हुए जगतपुरा की कुसुम विहार कॉलोनी निवासी वरिष्ठ लेखाधिकारी धर्मसिंह मीणा और जयपुर जिले के लालवास निवासी ठेकेदार जय नारायण मीणा को गिरफ्तार किया है. ठेकेदार जय नारायण विशेष योग्यजन निदेशालय कार्यालय के बाहर वरिष्ठ लेखाधिकारी धर्मसिंह को रिश्वत देने पहुंचा था. जैसे ही उसने रिश्वत की रकम दी. एसीबी ने दोनों को दबोच लिया. एसीबी के आईजी सवाई सिंह गोदारा के निर्देशन में दोनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है.