जयपुर. ईटीवी भारत ने एक बार फिर दर्शकों के बीच अपनी विश्वशनीयता कायम करते हुए कॉलेज प्रशासन के उन नुमाइंदो की आंख खोल दी है जो अभ्यर्थियों को डरा धमका शांत कर परीक्षा दिलवा रहे थे.जी हां हम बात कर रहे है कानोता के आनंद इंटरनेशनल कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग की. जहां पर 6 जून को स्टाफ सेलेक्शन कमीशन यानी एससीसी की ओर से आयोजित की गई. संयुक्त स्नातक परीक्षा 2018 में अभ्यर्थियों ने इंटरनेट धीमा चलने का विरोध जताया था.
लेकिन कॉलेज प्रशासन की तरफ से अभ्यर्थियों को डरा धमका मामला शांत कर दिया गया. वहीं परीक्षा में समस्या बढ़ता देख सभी अभ्यर्थियों ने मिलकर कॉलेज के बाहर विरोध का दिया. जिसके बाद अभ्यर्थियों ने कॉलेज प्रशासन और वार्ड पर बदसलूकी और मारपीट का आरोप लगाया. इस पूरी घटना की खबर ईटीवी भारत ने सबसे पहले और प्रमुखता से प्रकाशित की.
जिसके बाद कॉलेज प्रशासन की आंख खुली. अब यह परीक्षा 19 जून को शाम 4 से 5 बजे को वापस नए सिरे से आयोजित की जाएगी. जिसके बाद उन अभ्यर्थियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. जिनको परीक्षा में इंटरनेट स्लो चलने की परेशानी हुई थी.दरअसल 6 जून को तीन पारी में हुए एग्जाम की पहली पारी में 1500 के करीब अभ्यर्थियों को इस समस्या का सामना करना पड़ा था.
जहां अभ्यर्थियों ने बताया कि इंटरनेट धीरे चलने से प्रत्येक सवाल को हल करने में 10 से 15 सेकेंड का समय लग रहा था जब गए शिकायत कॉलेज प्रशासन से की गयी, तो उन्होंने अभ्यर्थियों को धमका कर बैठा दिया. लेकिन समस्या बढ़ती देख सभी अभ्यर्थियों ने मिलकर कॉलेज ले बाहर प्रदर्शन कर दिया.
जहां अभ्यर्थियों ने कॉलेज प्रशासन पर समस्या हल करने के बजाए डरा धमका और मारपीट कर उनकी आवाज को दबाया गया और यहां तक कि अभ्यर्थियों के मोबाइल तक छीन लिए गए थे, लेकिन ईटीवी भारत की खबर के असर के बाद परीक्षा वापस आयोजित की जाएगी.