जयपुर. राजस्थान एससी आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा ने अपने पद से इस्तीफा देने की पेशकश की. उन्होंने राजस्थान कांग्रेस मुख्यालय पर एआईसीसी के अग्रिम संगठनों के प्रभारी के राजू, कांग्रेस एससी विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश निलोठिया और राजस्थान के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा के सामने ये पेशकश रखी.
दरअसल, खिलाड़ी लाल बैरवा लंबे समय से यह मांग कर रहे हैं कि जिस एससी आयोग के वो अध्यक्ष हैं उस एससी आयोग को मजबूत बनाने के लिए इसे संवैधानिक दर्जा दिया जाए, लेकिन अब तक इस पर कोई विशेष काम नहीं हो सका है. ऐसे में मंगलवार को एसी-एसटी के लिए राजस्थान में रिजर्व 59 सीटों के लिए जीत का प्लान बनाने और इन 59 सीटों पर लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन के तहत इन सीटों पर नेता तैयार करने की चर्चा हुई.
इस दौरान अपनी बात रखते हुए खिलाड़ी लाल बैरवा ने प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा को देखते हुए कहा कि मै एससी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिलवाने की मांग कर चुका हूं, लेकिन अब तक इस पर कोई खास प्रगति नहीं हुई है. ऐसे में कांग्रेस की सरकार दलितों के उत्थान के लिए राजस्थान एससी आयोग को संवैधानिक दर्जा दे. इसके लिए उन्होंने एससी आयोग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा तक देने की बात कही.
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उन्होंने कहा कि अगर एक विधायक एक व्यक्ति एक पद के चलते संवैधानिक दर्जा प्राप्त आयोग का अध्यक्ष नहीं बन सकता, तो फिर ऐसे में मैं दलितों के लिए एससी आयोग अध्यक्ष पद छोड़ने को तैयार हूं. उन्होंने कहा कि अगर हमारा दलित समाज यह चाहेगा कि मैं एससी आयोग का अध्यक्ष बना रहा हूं तो ऐसी स्थिति में अगर एससी आयोग को संवैधानिक दर्जा मिलता है तो मैं दलित समाज के उत्थान के लिए अपना विधायक पद का इस्तीफा भी छोड़ने को तैयार हूं. लेकिन दलितों की बात करने वाली कांग्रेस पार्टी इस आयोग को संवैधानिक दर्जा दे, ताकि दलितों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न या उनके विकास में आयोग अपनी भागीदारी निभा सके.
बता दें कि एससी आयोग के अध्यक्ष खिलाड़ी लाल बैरवा पायलट कैंप के माने जाते हैं और लगातार पायलट को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठाते हैं. सचिन पायलट ने भी एससी आयोग को संवैधानिक दर्जा देने की मांग सरकार से रखी है.