जयपुर. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को एक बार फिर मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत को संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव घोटाले मामले में मुलजिम बताया है. गहलोत ने कहा कि जिन धाराओं में अन्य आरोपी जेल में बंद हैं, वही धाराएं केंद्रीय मंत्री पर भी लगी हैं और जिस तरह से जेल में बंद आरोपी मुलजिम हैं उसी तरह से गजेंद्र सिंह भी मुलजिम हैं. उन्होंने कहा कि यह मामला करीब 1000 करोड़ के घोटाले से जुड़ा है, जिसमें गजेंद्र सिंह, इनके पिता, मां, पत्नी और साले शामिल हैं. जिसमें से इनकी मां का निधन हो गया.
ईडी की छत्तीसगढ़ में छापेमारी लेकिन जोधपुर नहीं दिख रहा : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) से यह मांग की है कि ईडी इस केस को तुरंत अपने हाथ में लेकर प्रॉपर्टी सीज करने का काम करे. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को भी चाहिए कि इस तरीके के आरोप वाले मंत्री की जांच करवाएं. क्योंकि यह आरोप हमने नहीं बल्कि जनता ने लगाए हैं.
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उन्होंने कहा कि ईडी ने छत्तीसगढ़ में तो छापेमारी कर रही है जहां हमारा राष्ट्रीय अधिवेशन हो रहा है और वो जोधपुर नहीं आ रही जहां गरीब बर्बाद हुए. उन्होंने कहा कि ईडी ने अगर जल्द इस मामले में कार्रवाई कर प्रॉपर्टी चीज नहीं की तो आरोपी प्रॉपर्टी को खुर्द बुर्द भी कर सकते हैं. गहलोत ने कहा कि एसओजी तफ्तीश तो कर सकती है, लेकिन प्रॉपर्टी सीज करने का अधिकार केवल ईडी के पास है. ऐसे में यदि इस मामले में कार्रवाई करे.
हिम्मत दिखाएं गजेंद्र सिंह और जाएं एसओजी के पास : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस मामले को सीबीआई के सुपुर्द करने से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि सीबीआई तो इनकी जेब में है. ऐसे में सीबीआई को यह मामला मैं कैसे सौंप दूं. उन्होंने कहा कि एसओजी की जो जांच हुई है, उस पर वह जवाब दें और जिस तरह से वह लगातार कह रहे हैं कि अगर उन्हें बुलाया जाएगा तो वो खुद जाएंगे, तो फिर उनको बुलाने की जरूरत नहीं है. वह खुद एसओजी के पास जाएं और कहें कि अगर मुझ पर आरोप हैं तो मुझे अरेस्ट कर लीजिए. केंद्रीय मंत्री इतनी हिम्मत दिखाएं.
ज्यादातर पैसा राजपूतों का, मैंने इनके गुरु से भी की बात : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज इस मामले पर बोलते हुए यह भी कहा कि इस मामले में लोगों के लाखों नहीं बल्कि करोड़ों में पैसे डूबे हैं. इन निवेशकों में से ज्यादातर राजपूत समाज के ही हैं. गहलोत ने कहा कि मैंने इनके गुरु भगवान सिंह रोलसाबसर से भी बात की है कि वह इन्हें समझाएं. गहलोत ने कहा कि अगर रकम लाखों में होती तो मैं भी उद्योगपतियों से कह कर इस मामले में कुछ मदद करवा सकता था. लेकिन यह हजारों करोड़ का मामला है, जिसमें सरकार भी कुछ नहीं कर सकती.
शेखावत मारवाड़ और कांग्रेस के भी मुलजिम : मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर जुबानी हमला करते हुए संजीवनी क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के घोटाले में आरोपी होने की बात तो कही ही, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि साल 2020 में हमारी सरकार को जो गिरा रहे थे उसमें गजेंद्र सिंह भी एक किरदार थे. उन्होंने कहा कि अब वही गजेंद्र सिंह वॉयस सैंपल नहीं दे रहे, बल्कि बार-बार इस मामले में कोर्ट से रिलीफ रे रहे हैं. गहलोत ने कहा कि गजेंद्र सिंह को वॉयस सैंपल देने की जरूरत ही नहीं है, क्योंकि दुनिया जानती है कि उसमें कौन बात कर रहा था. गहलोत ने कहा कि सरकार गिराने में जोधपुर का एक सांसद शामिल था. इन्होंने मारवाड़ के लोगों की भी बेइज्जती की है और गजेंद्र सिंह तो मारवाड़ और कांग्रेस के भी मुलजिम हैं.