जयपुर. शिरडी के साईं बाबा अपने भक्तों की मनोकामनाओं को शीघ्र ही पूर्ण करते हैं. माना जाता है कि अगर 9 गुरुवार तक साईं बाबा का व्रत किया जाए. तो मन की हर इच्छा पूरी होती है. साथ ही साईं बाबा के मंत्रो का जाप भी मनोकामना पूर्ण करने वाला माना जाता है.
कैसे करे गुरूवार का व्रत
ये व्रत कोई भी गुरूवार को साईं बाबा का नाम ले कर शुरू किया जा सकता. सुबह और शाम को साईं बाबा के फोटो की पूजा करनी चाहिए. किसी आसन पर पीला या लाल कपड़ा बिछाकर उस पर साईं बाबा का फोटो रखकर साफ पानी से पोछकर चंदन या कुमकुम का तिलक लगाना चाहिये. इसके बाद उन पर पीले रंग का फूल चढ़ाना चाहिए.
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अगरबत्ती और दीपक जलाकर साईं व्रत की कथा पढ़े और साईं बाबा का स्मरण करें. पूजा करने के बाद प्रसाद जरुर बांटें. बाटना चाहिये प्रसाद में कोई भी फलाहार या मिठाई बांटी जा सकती है. अगर संभव हो तो साईं बाबा के मंदिर में जाकर भक्तिभाव से बाबा के दर्शन करना चाहिए. शिरडी के साई बाबा के व्रत की संख्या 9 हो जाने पर अंतिम व्रत के दिन पांच गरीब व्यक्तियों को भोजन और सामर्थ्य अनुसार दान देना चाहिए. इसके साथ ही साई बाबा की कृ्पा का प्रचार करने के लिये 7, 11, 21 साई पुस्तकें अपने आस-पास के लोगों में बांटनी चाहिए. इस प्रकार इस व्रत को समाप्त किया जाता है. इसे उद्यापन के नाम से भी जाना जाता है.
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जपे बाबा के 108 चमत्कारी मंत्र
साईं बाबा के 108 नाम भी साईं महामंत्र के रूप में जपने चाहिए. साईं बाबा के 108 नाम को हम साईं बाबा नामवाली कहते हैं. साईं बाबा के मंत्र उच्चारण से हम साईं बाबा के करीब पहुच सकते हैं. क्योंकि हर मंत्र चमत्कारी और शक्तिशाली होता है. जिसमें ईश्वर के करीब तक जाने की शक्ति होती है.