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Rajasthan Politics: पायलट के 'शक्ति प्रदर्शन' से गहलोत की बढ़ेगी टेंशन, क्या आलाकमान के लिए इशारा?

राजस्थान में नेतृत्व परिवर्तन के इंतजार के बाद सचिन पायलट आज से 5 दिनों तक जनता की अदालत में शक्ति प्रदर्शन करेंगे.

sachin pilot will hold public meetings
सचिन पायलट का 'शक्ति प्रदर्शन'
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Published : Jan 16, 2023, 7:26 AM IST

जयपुर. राजस्थान में 2018 में भले ही कांग्रेस की सरकार बन गई हो, लेकिन 2013 में 21 सीटों पर सिमटी कांग्रेस को अध्यक्ष के तौर पर सम्भालकर वापस सत्ता वापसी करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सचिन पायलट का इंतजार अभी समाप्त नहीं हुआ है. लगता यही है कि यह इंतजार अभी और लंबा होने वाला है. ऐसे में बीते कई महीनों से नेतृत्व परिवर्तन की सुगबुगाहट के बीच जो सचिन पायलट आलाकमान के कहने पर बिल्कुल चुप्पी साधे थे वो अब सीधे जनता के बीच जाने का मानस बना चुके हैं.

  • दिनांक 16 जनवरी को नागौर जिले के दौरे का कार्यक्रम इस प्रकार रहेगा। pic.twitter.com/ndVoR676P2

    — Sachin Pilot (@SachinPilot) January 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पायलट इसकी शुरुआत 16 जनवरी यानि आज नागौर के परबतसर में होने वाली जनसभा के साथ करने जा रहे हैं, जहां पायलट राजस्थान की जनता से सीधे संवाद करेंगे. पायलट के जनता के बीच जाने को भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ एलान के जंग के तौर पर देखा जा रहा है, जिसमें सीधे भले ही पायलट गहलोत का नाम लेकर हमला नहीं करे लेकिन उनकी बातें गहलोत पर हमला ही होंगी. साथ ही लंबे समय से दोनों नेताओं के बीच चल रहा शांति काल ज्यादा लंबा चलेगा इसकी संभावना कम ही दिखाई दे रही है.

पढ़ें- Sachin Pilot Tour: कांग्रेस आलाकमान को 'ताकत' दिखाने को पायलट तैयार, जनता के बीच जाने का किया ऐलान

पायलट का कार्यक्रम- 16 जनवरी से लेकर 20 जनवरी तक सचिन पायलट प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आम सभा और छात्र संवाद के जरिए राजस्थान के लोगों की नब्ज टटोलेंगे. साथ ही इन सभाओं में आने वाली भीड़ के जरिए आलाकमान को जनता में अपनी पकड़ भी दिखाएंगे. 16 जनवरी को पायलट नागौर के परबतसर, 17 जनवरी को हनुमानगढ़ के पीलीबंगा, 18 जनवरी को झुंझुनू के गुड़ा, 19 जनवरी को पाली के बाली में सादड़ी में जनसभा करेंगे. 20 जनवरी को जयपुर में सचिन पायलट का महाराज कॉलेज में छात्रसंघ कार्यालय के उद्धाटन के साथ ही युवाओं से संवाद का कार्यक्रम है. ऐसे में 5 दिनों में सचिन पायलट 5 जिलों में अपनी ताकत दिखाते नजर आएंगे, जिनमें नागौर, हनुमानगढ़, झुंझुनू, पाली और जयपुर शामिल है. लेकिन पायलट ने इन 5 जिलों के जरिए राजस्थान के 7 में से 4 संभाग भी कवर कर लिए हैं, जिनमें जोधपुर, बीकानेर, जयपुर और अजमेर शामिल है.

पढ़ें- Babulal Nagar On Pilot: CM सलाहकार के अजब विचार, बोले- पायलट जैसे नेताओं का काम ही है सभाएं करना

पायलट करेंगे बड़े शक्ति प्रदर्शन- सचिन पायलट लगातार सरकार रिपीट नही करवा पाने ओर सरकार लाने में खून पसीना बहाने वाले कार्यकर्ताओं की उपेक्षा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सवाल खड़े करते रहते हैं. इन्हीं तमाम सवालों के बीच पायलट की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मुख्यमंत्री की कुर्सी की लड़ाई किसी से छिपी नहीं है, लेकिन अब तक पायलट को सिवाय तारीखों के कुछ नहीं मिला है. ऐसे में आज से पायलट जनता के बीच जाकर आने वाली भीड़ के जरिए शक्ति प्रदर्शन पर कांग्रेस आलाकमान को यह मैसेज देने का प्रयास करेंगे कि राजस्थान की जनता उन्हें पसंद करती है, जिस खलक (जनता) की आवाज को खुदा की आवाज गहलोत कहते हैं वो खलक की आवाज उनके साथ है.

पढ़ें- Political Patangbaji in Rajasthan: कांग्रेस बनाम भाजपा की पतंगबाजी है Interesting! 'काय पो छे' कहने का मौका तलाश रहे कई

गहलोत मंत्रियों के साथ करेंगे समीक्षा लेकिन...- एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 23 जनवरी को विधानसभा में बजट सत्र शुरुआत करने से पहले 16 और 17 जनवरी को सभी मंत्रियों के साथ उनके विभागों को लेकर समीक्षा के जरिए फीडबैक लेते दिखाई देंगे. तो दूसरी ओर सचिन पायलट सीधे जनता के बीच जाकर सरकार के प्रति जनता का फीडबैक लेंगे. राहुल गांधी से पंजाब में मुलाकात कर सचिन पायलट ने 16 जनवरी से 20 जनवरी तक लगातार जनता के बीच रहने ऐलान किया है, जिसे अब 'राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए योग्य कौन' की लड़ाई के तौर पर देखा जा रहा है.

जयपुर. राजस्थान में 2018 में भले ही कांग्रेस की सरकार बन गई हो, लेकिन 2013 में 21 सीटों पर सिमटी कांग्रेस को अध्यक्ष के तौर पर सम्भालकर वापस सत्ता वापसी करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सचिन पायलट का इंतजार अभी समाप्त नहीं हुआ है. लगता यही है कि यह इंतजार अभी और लंबा होने वाला है. ऐसे में बीते कई महीनों से नेतृत्व परिवर्तन की सुगबुगाहट के बीच जो सचिन पायलट आलाकमान के कहने पर बिल्कुल चुप्पी साधे थे वो अब सीधे जनता के बीच जाने का मानस बना चुके हैं.

  • दिनांक 16 जनवरी को नागौर जिले के दौरे का कार्यक्रम इस प्रकार रहेगा। pic.twitter.com/ndVoR676P2

    — Sachin Pilot (@SachinPilot) January 15, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

पायलट इसकी शुरुआत 16 जनवरी यानि आज नागौर के परबतसर में होने वाली जनसभा के साथ करने जा रहे हैं, जहां पायलट राजस्थान की जनता से सीधे संवाद करेंगे. पायलट के जनता के बीच जाने को भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ एलान के जंग के तौर पर देखा जा रहा है, जिसमें सीधे भले ही पायलट गहलोत का नाम लेकर हमला नहीं करे लेकिन उनकी बातें गहलोत पर हमला ही होंगी. साथ ही लंबे समय से दोनों नेताओं के बीच चल रहा शांति काल ज्यादा लंबा चलेगा इसकी संभावना कम ही दिखाई दे रही है.

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पायलट का कार्यक्रम- 16 जनवरी से लेकर 20 जनवरी तक सचिन पायलट प्रदेश के अलग-अलग जिलों में आम सभा और छात्र संवाद के जरिए राजस्थान के लोगों की नब्ज टटोलेंगे. साथ ही इन सभाओं में आने वाली भीड़ के जरिए आलाकमान को जनता में अपनी पकड़ भी दिखाएंगे. 16 जनवरी को पायलट नागौर के परबतसर, 17 जनवरी को हनुमानगढ़ के पीलीबंगा, 18 जनवरी को झुंझुनू के गुड़ा, 19 जनवरी को पाली के बाली में सादड़ी में जनसभा करेंगे. 20 जनवरी को जयपुर में सचिन पायलट का महाराज कॉलेज में छात्रसंघ कार्यालय के उद्धाटन के साथ ही युवाओं से संवाद का कार्यक्रम है. ऐसे में 5 दिनों में सचिन पायलट 5 जिलों में अपनी ताकत दिखाते नजर आएंगे, जिनमें नागौर, हनुमानगढ़, झुंझुनू, पाली और जयपुर शामिल है. लेकिन पायलट ने इन 5 जिलों के जरिए राजस्थान के 7 में से 4 संभाग भी कवर कर लिए हैं, जिनमें जोधपुर, बीकानेर, जयपुर और अजमेर शामिल है.

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पायलट करेंगे बड़े शक्ति प्रदर्शन- सचिन पायलट लगातार सरकार रिपीट नही करवा पाने ओर सरकार लाने में खून पसीना बहाने वाले कार्यकर्ताओं की उपेक्षा को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर सवाल खड़े करते रहते हैं. इन्हीं तमाम सवालों के बीच पायलट की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ मुख्यमंत्री की कुर्सी की लड़ाई किसी से छिपी नहीं है, लेकिन अब तक पायलट को सिवाय तारीखों के कुछ नहीं मिला है. ऐसे में आज से पायलट जनता के बीच जाकर आने वाली भीड़ के जरिए शक्ति प्रदर्शन पर कांग्रेस आलाकमान को यह मैसेज देने का प्रयास करेंगे कि राजस्थान की जनता उन्हें पसंद करती है, जिस खलक (जनता) की आवाज को खुदा की आवाज गहलोत कहते हैं वो खलक की आवाज उनके साथ है.

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गहलोत मंत्रियों के साथ करेंगे समीक्षा लेकिन...- एक तरफ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 23 जनवरी को विधानसभा में बजट सत्र शुरुआत करने से पहले 16 और 17 जनवरी को सभी मंत्रियों के साथ उनके विभागों को लेकर समीक्षा के जरिए फीडबैक लेते दिखाई देंगे. तो दूसरी ओर सचिन पायलट सीधे जनता के बीच जाकर सरकार के प्रति जनता का फीडबैक लेंगे. राहुल गांधी से पंजाब में मुलाकात कर सचिन पायलट ने 16 जनवरी से 20 जनवरी तक लगातार जनता के बीच रहने ऐलान किया है, जिसे अब 'राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी के लिए योग्य कौन' की लड़ाई के तौर पर देखा जा रहा है.

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