जयपुर. पड़ोसी देश चीन में एक और रहस्यमय बीमारी ने दस्तक दी है, जिसकी वजह से अस्पतालों में भर्ती होने वाले मरीज लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस बीमारी में फेफड़ों में सूजन सांस लेने में तकलीफ तेज खांसी और बुखार के लक्षण दिखाई दे रहे हैं. इसे लेकर वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने भी चेतावनी जारी की है. ऐसे में भारत सरकार ने सभी प्रदेशों में सर्वेलेन्स के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं. इस पर राजस्थान चिकित्सा महकमे ने संक्रामक रोगों से बचाव और नियन्त्रण के लिए पूरी तैयारी कर ली है, साथ ही मॉकड्रिल भी की जाएगी.
चीन में बीते दिनों श्वसन रोग में वृद्धि हुई. मुख्य रूप से बच्चों में श्वसन रोग बढ़ा है, जो कि इन्फ्लूएन्जा, माइक्रोप्लाजमान्यूमोनिया और सॉर्सकॉव-2 जैसे सामान्य कारणों से होना पाया गया है. ऐसे में भारत सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक ने फिलहाल स्थिति चिन्ताजनक नहीं बताई है, लेकिन संक्रामक रोगों के सर्वेलेन्स मेकैनिज्म को सुचारू रखने के निर्देश दिए गए हैं. इस संबंध में एसीएस हेल्थ शुभ्रा सिंह ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में श्वसन रोग विशेषकर कोविड-19 और म्यूकोरमाइकोसिस के रोगी नहीं है. जबकि सर्वेलेन्स के लिए प्रदेश के चिकित्सा विभाग को दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. वहीं, संक्रामक रोगों से बचाव और नियन्त्रण के लिए विभाग की पूरी तैयारी है.
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शुभ्रा सिंह ने बताया कि विभाग की ओर से चिकित्सा संस्थाओं पर कोविड-19 सम्बन्धित तैयारियों के जायजा लेने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी की जा रही है, जिसमें विभागीय अधिकारियों के साथ-साथ मेडिकल कॉलेज के अधिकारी भी शामिल होंगे. वहीं, बुधवार को मॉकड्रिल भी की जाएगी. इसके अलावा सभी सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में श्वसन रोग, आईएलआई और SARI रोगियों पर विशेष ध्यान रखेने के निर्देश दिए हैं, साथ ही निर्देशित किया गया है कि पूर्व में जारी दिशा-निर्देशों की पालना करते हुए मानव संसाधन, बैड, जांच, लॉजिस्टिक्स, ऑक्सीजन, कोविड बचाव और नियंत्रण से संबंधित गतिविधियों की मॉनिटरिंग और सुपरविजन के लिए निर्देशित किया गया है.