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राजस्थान में धर्मांतरण: भाजपा ने उठाए गहलोत सरकार पर सवाल, सख्त कार्रवाई की मांग - etv bharat Rajasthan news

राजस्थान में धर्मांतरण के मामले में एक बार फिर प्रदेश की सियासत (Religion conversion in Rajasthan) गर्म है. पिछले दिनों जबरन धर्म परिवर्तन के मामलों के बीच बीजेपी ने गहलोत सरकार को निशाने पर लिया है. बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस राज में जबरन धर्म बदलवाने वालों को संरक्षण मिल रहा है.

राजस्थान में धर्मांतरण
राजस्थान में धर्मांतरण
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Published : Oct 20, 2022, 9:30 PM IST

जयपुर. क्या राजस्थान में जबरन धर्म बदलवाने का खेल चल रहा है. क्या पैसे के प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. ये सवाल इस लिए भी उठ रहा है कि राजस्थान के अजमेर (Religion conversion in Rajasthan) और जोधपुर के बाद अब अलवर में भी जबरन धर्म बदलने का मामला सामने आया. जहां एक दंपती ने अपने ही परिजनों पर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है. पीड़ित पति-पत्नी का आरोप है कि पूजा पाठ करने पर परिवार के लोग उनकी पिटाई करते हैं. पीड़ित दंपती की शिकायत पर पुलिस ने जांच के आदेश दे दिए हैं तो वहीं बीजेपी और VHP ने इसे लेकर गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.

अलवर में जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव
अजमेर और जोधपुर में जबरन धर्मांतरण के मामले पूर्व में सामने आ चुके हैं. अब अलवर में धर्मांतरण की घटना ने गहलोत सरकार को विपक्ष के निशाने पर लिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि धर्मांतरण का यह अलवर का ही एक मामला नहीं है. प्रदेश में पूर्व में भी लगातार इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं. यह बड़ा गंभीर और संजीदा विषय है कि लोग अपना धर्म नहीं बदलना चाहते हैं फिर भी दबाव में लेकर धर्म बदलने के लिए उन्हें मजबूर किया जा रहा है. गहलोत सरकार को चाहिए कि वह इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाएं.

भाजपा ने उठाए गहलोत सरकार पर सवाल

पढ़ें. परिवार ने लगाए जबरन धर्मांतरण के आरोप, एसपी से मांगी सुरक्षा

धर्मांतरण मामले में उदारता क्यों
बीजेपी प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि जब से कांग्रेस सरकार आई है, तब से धर्म परिवर्तन की अनेक घटनाएं देखने को मिली हैं. राजस्थान की सरकार इस तरह के मामलों में उदारता दिखाने (BJP raised questions on Gehlot government) की कोशिश कर रही है, लेकिन प्रलोभन के आधार पर जबरन धर्म परिवर्तन कराना गंभीर मामला है. अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, जोधपुर के बाद अब अलवर में भी इस तरह के जो मामले सामने आए हैं इस पर सख्त कार्रवाई कर नजीर पेश की जाए. रामलाल शर्मा ने कहा कि जबरन प्रलोभन के आधार पर धर्म परिवर्तन कराना अनुचित है और सरकार इस पर गंभीरता से कार्रवाई करे.

गहलोत सरकार का मिल रहा संरक्षण
बीजेपी के प्रदेश मंत्री लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में सबसे कांग्रेस सरकार बनी है और तभी से विशेष जाति को संरक्षण दिया जा रहा है. राजस्थान में सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है. सरकार के संरक्षण का नतीजा है कि इस तरह की घटनाएं एक के बाद एक सामने आ रही हैं. इस तरह की घटनाओं को लेकर लगातार बीजेपी पहले भी सड़क से सदन तक आवाज उठाती रही है. आगे भी बीजेपी सरकार को इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण करने के लिए दबाव डालेगी. भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार आएगी तो इन इस तरह के लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.

पढ़ें. धर्मांतरण के मामले को लेकर VHP सख्त, 'क्रिप्टो क्रिश्चियन' रोकने के लिए चलाएगी जनजागरण अभियान

घर वापसी का चलाएंगे अभियान
दूसरी तरफ इस मसले पर VHP यानी विश्व हिंदू परिषद भी सरकार के खिलाफ मुखर हो गई है. VHP नेताओं की माने तो अलवर के 60 फीट हरिजन बस्ती में कुछ लोग हैं, जो रुपयों का लालच देकर स्थानीय लोगों को धर्म परिवर्तन कराने का लगातार प्रयास कर रहे हैं. उनकी बात नहीं मानने पर मारपीट करते हैं. VHP के केन्द्रीय प्रचार प्रसार प्रमुख विजय शंकर तिवाड़ी ने कहा कि पीड़ित दंपती के साथ VHP खड़ी है. विहिप सरकार से भी मांग करेगी की वह इस मामले में गंभीरता से कारवाई करे. तिवाड़ी ने कहा कि इस तरह जिनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है उसकी वापसी के लिए विश्व हिंदू परिषद अभियान चलाएगा. उनके अधिकारों को किसी भी तरीके से हनन नहीं होने दिया जाएगा.

अलवर का मामला
अलवर में सोनू और उसकी पत्नी रजनी ने पुलिस से सुरक्षा की मांग करने पहुंचे हैं. इनका आरोप था कि उनके परिवार के बाकी सभी सदस्यों ने अपना धर्म बदल लिया है और अब उन्हें भी धर्म परिवर्तन के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है. पीड़ित दंपती सोनू और उसकी पत्नी रजनी ने अपने सास-ससुर और परिवार के लोगों पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. इनकी माने तो उन लोगों ने घर में हिंदू देवी देवताओं के मूर्ति और पोस्टरों को भी हटा दिया है और पूजा-पाठ करने पर उनके साथ मारपीट भी करते हैं. पीड़ित परिवार की ओर से थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है और अब पुलिस ने उस पर कार्रवाई भी शुरू कर दी है.

पढ़ें. युवती का अपहरण कर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप, पिता ने 7 लोगों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा

अजमेर, जोधपुर सहित अन्य जिलों में धर्मान्तरण
अलवर का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले अजमेर, जोधपुर सहित कई जिलों में जबरन धर्मांतरण के मामले सामने आ चुके हैं. बीजेपी का आरोप है कि समुदाय विशेष के लोग पैसे का प्रलोभन देकर कई गरीब परिवारों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करते हैं. पिछले दिनों अजमेर से विधायक वासुदेव देवनानी ने पहले भी इस मामले को उठाया था. तब भी देवनानी ने कहा था कि कुछ समय से धर्मांतरण का कारखाना चल रहा है. पहले यह कोटा में ही था, अब यह अजमेर में भी फैल रहा है. हाल ही में किशनगढ़ से एक घटना सामने आई. जहां एक गरीब परिवार रहता है. वहां एक विशेष समुदाय की महिलाएंं जाती हैं और धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करती हैं. गरीब परिवारों को पैसों का लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है. इस मुद्दे को लेकर किशनगंज में तनाव व्याप्त है.

जयपुर. क्या राजस्थान में जबरन धर्म बदलवाने का खेल चल रहा है. क्या पैसे के प्रलोभन देकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है. ये सवाल इस लिए भी उठ रहा है कि राजस्थान के अजमेर (Religion conversion in Rajasthan) और जोधपुर के बाद अब अलवर में भी जबरन धर्म बदलने का मामला सामने आया. जहां एक दंपती ने अपने ही परिजनों पर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है. पीड़ित पति-पत्नी का आरोप है कि पूजा पाठ करने पर परिवार के लोग उनकी पिटाई करते हैं. पीड़ित दंपती की शिकायत पर पुलिस ने जांच के आदेश दे दिए हैं तो वहीं बीजेपी और VHP ने इसे लेकर गहलोत सरकार पर तुष्टिकरण को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.

अलवर में जबरन धर्म परिवर्तन का दबाव
अजमेर और जोधपुर में जबरन धर्मांतरण के मामले पूर्व में सामने आ चुके हैं. अब अलवर में धर्मांतरण की घटना ने गहलोत सरकार को विपक्ष के निशाने पर लिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि धर्मांतरण का यह अलवर का ही एक मामला नहीं है. प्रदेश में पूर्व में भी लगातार इस तरह की घटनाएं सामने आती रही हैं. यह बड़ा गंभीर और संजीदा विषय है कि लोग अपना धर्म नहीं बदलना चाहते हैं फिर भी दबाव में लेकर धर्म बदलने के लिए उन्हें मजबूर किया जा रहा है. गहलोत सरकार को चाहिए कि वह इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लगाएं.

भाजपा ने उठाए गहलोत सरकार पर सवाल

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धर्मांतरण मामले में उदारता क्यों
बीजेपी प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि जब से कांग्रेस सरकार आई है, तब से धर्म परिवर्तन की अनेक घटनाएं देखने को मिली हैं. राजस्थान की सरकार इस तरह के मामलों में उदारता दिखाने (BJP raised questions on Gehlot government) की कोशिश कर रही है, लेकिन प्रलोभन के आधार पर जबरन धर्म परिवर्तन कराना गंभीर मामला है. अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, जोधपुर के बाद अब अलवर में भी इस तरह के जो मामले सामने आए हैं इस पर सख्त कार्रवाई कर नजीर पेश की जाए. रामलाल शर्मा ने कहा कि जबरन प्रलोभन के आधार पर धर्म परिवर्तन कराना अनुचित है और सरकार इस पर गंभीरता से कार्रवाई करे.

गहलोत सरकार का मिल रहा संरक्षण
बीजेपी के प्रदेश मंत्री लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में सबसे कांग्रेस सरकार बनी है और तभी से विशेष जाति को संरक्षण दिया जा रहा है. राजस्थान में सरकार का इकबाल खत्म हो चुका है. सरकार के संरक्षण का नतीजा है कि इस तरह की घटनाएं एक के बाद एक सामने आ रही हैं. इस तरह की घटनाओं को लेकर लगातार बीजेपी पहले भी सड़क से सदन तक आवाज उठाती रही है. आगे भी बीजेपी सरकार को इस तरह की घटनाओं पर नियंत्रण करने के लिए दबाव डालेगी. भारद्वाज ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार आएगी तो इन इस तरह के लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.

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घर वापसी का चलाएंगे अभियान
दूसरी तरफ इस मसले पर VHP यानी विश्व हिंदू परिषद भी सरकार के खिलाफ मुखर हो गई है. VHP नेताओं की माने तो अलवर के 60 फीट हरिजन बस्ती में कुछ लोग हैं, जो रुपयों का लालच देकर स्थानीय लोगों को धर्म परिवर्तन कराने का लगातार प्रयास कर रहे हैं. उनकी बात नहीं मानने पर मारपीट करते हैं. VHP के केन्द्रीय प्रचार प्रसार प्रमुख विजय शंकर तिवाड़ी ने कहा कि पीड़ित दंपती के साथ VHP खड़ी है. विहिप सरकार से भी मांग करेगी की वह इस मामले में गंभीरता से कारवाई करे. तिवाड़ी ने कहा कि इस तरह जिनका जबरन धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है उसकी वापसी के लिए विश्व हिंदू परिषद अभियान चलाएगा. उनके अधिकारों को किसी भी तरीके से हनन नहीं होने दिया जाएगा.

अलवर का मामला
अलवर में सोनू और उसकी पत्नी रजनी ने पुलिस से सुरक्षा की मांग करने पहुंचे हैं. इनका आरोप था कि उनके परिवार के बाकी सभी सदस्यों ने अपना धर्म बदल लिया है और अब उन्हें भी धर्म परिवर्तन के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है. पीड़ित दंपती सोनू और उसकी पत्नी रजनी ने अपने सास-ससुर और परिवार के लोगों पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाया है. इनकी माने तो उन लोगों ने घर में हिंदू देवी देवताओं के मूर्ति और पोस्टरों को भी हटा दिया है और पूजा-पाठ करने पर उनके साथ मारपीट भी करते हैं. पीड़ित परिवार की ओर से थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई है और अब पुलिस ने उस पर कार्रवाई भी शुरू कर दी है.

पढ़ें. युवती का अपहरण कर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप, पिता ने 7 लोगों के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा

अजमेर, जोधपुर सहित अन्य जिलों में धर्मान्तरण
अलवर का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले अजमेर, जोधपुर सहित कई जिलों में जबरन धर्मांतरण के मामले सामने आ चुके हैं. बीजेपी का आरोप है कि समुदाय विशेष के लोग पैसे का प्रलोभन देकर कई गरीब परिवारों को धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करते हैं. पिछले दिनों अजमेर से विधायक वासुदेव देवनानी ने पहले भी इस मामले को उठाया था. तब भी देवनानी ने कहा था कि कुछ समय से धर्मांतरण का कारखाना चल रहा है. पहले यह कोटा में ही था, अब यह अजमेर में भी फैल रहा है. हाल ही में किशनगढ़ से एक घटना सामने आई. जहां एक गरीब परिवार रहता है. वहां एक विशेष समुदाय की महिलाएंं जाती हैं और धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित करती हैं. गरीब परिवारों को पैसों का लालच देकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा है. इस मुद्दे को लेकर किशनगंज में तनाव व्याप्त है.

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