ETV Bharat / state

अब रंधावा टटोलेंगे विधायकों के मन, सुखजिंदर 28 से राजस्थान का प्रभार संभालेंगे

author img

By

Published : Dec 23, 2022, 2:24 PM IST

Updated : Dec 23, 2022, 9:11 PM IST

28 दिसंबर से राजस्थान प्रभारी रंधावा जयपुर ग्रामीण और शहर के विधायकों और प्रमुख नेताओं के फीडबैक से शुरू करेंगे राजस्थान का काम (Sukhjindra will take charge of Rajasthan), जनवरी तक सभी संभागों का लेंगे फीडबैक, विधायकों से करेंगे अलग से चर्चा

Randhawa will take feedback of MLA
सुखजिंदर सिंह रंधावा लेंगे विधायकों और प्रमुख नेताओं के फीडबैक.
अब रंधावा टटोलेंगे विधायकों के मन.

जयपुर. राजस्थान के नए बनाए गए प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस के ज्यादातर बड़े नेताओं, विधायकों और मंत्रियों से अनौपचारिक चर्चा कर उनका मन टटोल चुके हैं, लेकिन अब औपचारिक रूप से सुखजिंदर 28 से राजस्थान का प्रभार संभालेंगे. रंधावा जयपुर ग्रामीण और जयपुर शहर के सभी मंत्रियों विधायकों के साथ ही प्रमुख नेताओं के साथ बैठेंगे और संगठनात्मक स्थितियों पर चर्चा करेंगे.

कहा जा रहा है कि रंधावा अन्य नेताओं के साथ ही जयपुर के विधायकों से भी अलग से चर्चा करेंगे और इसमें वह विधायकों का मन भी टटोलेंगे (Randhawa will probe the mind of MLAs) कि वह क्या चाहते हैं. 28 दिसंबर को रंधावा जयपुर से विधायकों के फीडबैक लेंगे और सभी नेताओं से संगठन की चर्चा की शुरुआत करने जा रहे हैं. जनवरी महीने में बाकी अन्य संभागों के विधायकों और अन्य नेताओं से भी रंधावा बारी बारी से चर्चा करेंगे. 25 सितंबर को राजस्थान में विधायक दल की बैठक नहीं होने की नाराजगी में पूर्व प्रभारी अजय माकन ने अपना पद छोड़ने की इच्छा जताई थी.

पढ़ें- हरीश चौधरी का सीएम गहलोत पर बड़ा आरोप- राजस्थान में तीसरी पार्टी गहलोत की प्रायोजित पार्टी

इसके बाद रंधावा का 28 दिसंबर से शुरू हो रहा राजस्थान संगठन को संभालने का काम चुनौतीभरा रहेगा. पद संभालने के साथ ही रंधावा के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि राजस्थान के विधायकों पर जो कांग्रेस आलाकमान की नाफरमानी करने का आरोप है उसे किस तरह दूर किया जाए. साथ ही यह मैसेज दिया जाए कि अब रंधावा के प्रभारी बनने के बाद राजस्थान में ऑल इज वेल है.

अब रंधावा टटोलेंगे विधायकों के मन.

जयपुर. राजस्थान के नए बनाए गए प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस के ज्यादातर बड़े नेताओं, विधायकों और मंत्रियों से अनौपचारिक चर्चा कर उनका मन टटोल चुके हैं, लेकिन अब औपचारिक रूप से सुखजिंदर 28 से राजस्थान का प्रभार संभालेंगे. रंधावा जयपुर ग्रामीण और जयपुर शहर के सभी मंत्रियों विधायकों के साथ ही प्रमुख नेताओं के साथ बैठेंगे और संगठनात्मक स्थितियों पर चर्चा करेंगे.

कहा जा रहा है कि रंधावा अन्य नेताओं के साथ ही जयपुर के विधायकों से भी अलग से चर्चा करेंगे और इसमें वह विधायकों का मन भी टटोलेंगे (Randhawa will probe the mind of MLAs) कि वह क्या चाहते हैं. 28 दिसंबर को रंधावा जयपुर से विधायकों के फीडबैक लेंगे और सभी नेताओं से संगठन की चर्चा की शुरुआत करने जा रहे हैं. जनवरी महीने में बाकी अन्य संभागों के विधायकों और अन्य नेताओं से भी रंधावा बारी बारी से चर्चा करेंगे. 25 सितंबर को राजस्थान में विधायक दल की बैठक नहीं होने की नाराजगी में पूर्व प्रभारी अजय माकन ने अपना पद छोड़ने की इच्छा जताई थी.

पढ़ें- हरीश चौधरी का सीएम गहलोत पर बड़ा आरोप- राजस्थान में तीसरी पार्टी गहलोत की प्रायोजित पार्टी

इसके बाद रंधावा का 28 दिसंबर से शुरू हो रहा राजस्थान संगठन को संभालने का काम चुनौतीभरा रहेगा. पद संभालने के साथ ही रंधावा के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि राजस्थान के विधायकों पर जो कांग्रेस आलाकमान की नाफरमानी करने का आरोप है उसे किस तरह दूर किया जाए. साथ ही यह मैसेज दिया जाए कि अब रंधावा के प्रभारी बनने के बाद राजस्थान में ऑल इज वेल है.

Last Updated : Dec 23, 2022, 9:11 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.