जयपुर. शहर के सुभाष चौक थाना इलाके में चांदी की टकसाल स्थित काले हनुमान मंदिर निवासी रामप्रसाद मीणा के सुसाइड मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस मामले में अब राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी मृतक रामप्रसाद मीणा के परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए हैं. नामजद सभी आरोपियों की गिरफ्तारी, परिवार के एक सदस्य को नौकरी, मुआवजा सहित अन्य मांगों को लेकर परिजनों ने सरकार को मांग पत्र सौंपा है.
राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि पट्टा होने के बावजूद भी रामप्रसाद मीणा को उसका मकान नहीं बनाने दिया गया. गरीब की कोई सुनने वाला नहीं है. वो दर-दर भटका और फिर आखिर में मौत को गले लगा लिया. उन्होंने कहा कि जिस तरह भरतपुर में जुनैद और नासिर के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी, उसी तर्ज पर मृतक रामप्रसाद मीणा के लिए भी घोषणा की जाए. मृतक परिवार को सरकार पैकेज दे और होटल के अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जाए. इसके साथ ही परिवार में एक सदस्य को नौकरी और उनका मकान बनवाए जाने की मांग की.
उन्होंने नगर निगम पर आरोप लगाया कि पूरे शहर में नगर निगम ने लूट मचा रखी है. उन्होंने आरोप लगाया कि पीड़ित परिवार मंत्री महेश जोशी से मिलने गया था, तो उन्होंने फटकार कर भगा दिया. परिवार के सदस्य को लात मारा गया. इससे डिप्रेशन में आकर रामप्रसाद मीणा ने सुसाइड किया है. उन्होंने मांग की है कि जिन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, उन्हें गिरफ्तार किया जाए. पीड़ित परिवार का पालन पोषण करने वाला भी कोई नहीं है, इसलिए उन्हें राहत पैकेज दी जाए. इसके अलावा जिन अधिकारियों ने लापरवाही की है, उनको सस्पेंड किया जाए.
मंत्री जोशी ने दी सफाई : राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री महेश जोशी ने खुद पर लगे आरोपों को गलत बताया है. महेश जोशी के बयान पर किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि महेश जोशी खुद का बचाव करना चाहते हैं. पूरे मामले की जांच होनी चाहिए. मृतक रामप्रसाद के पास नगर निगम का पट्टा था, इसके आधार पर ही निर्माण किया था. आरोप है कि पीड़ित के मकान के कार्य को रोक दिया गया. मंत्री ने भू माफियाओं का साथ दिया है. मंत्री के प्रभाव के चलते ही चार मंजिला होटल का निर्माण हो गया.
उन्होंने कहा कि रामप्रसाद ने मरने से पहले वीडियो बनाया था और एक सुसाइड नोट भी लिखा था. इसमें उन सभी लोगों के बारे में बताया है जिन्होंने उसे परेशान किया था. वीडियो में मंत्री महेश जोशी समेत मंदिर संचालक देवेंद्र शर्मा, ललित शर्मा, होटल मालिक राकेश टांक, मुनजी टांक, देव अवस्थी, लालचंद देवनानी, हिमांशु देवनानी करीब 8 लोगों पर परेशान करने के आरोप लगाए हैं. सासंद ने बताया कि अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एडिशनल पुलिस कमिश्नर कुंवर राष्ट्रदीप को सरकार के नाम ज्ञापन दिया गया है. मुकदमे में मंत्री का नाम है, तो जांच सीआईडी सीबी करेगी. मामले में लिप्त अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए, ताकि पीड़ित परिवार को संतुष्टि हो.