जयपुर. लोकसभा चुनाव में आए नतीजों के बाद प्रदेश में कांग्रेस की राजनीति में जबरदस्त हलचल मची हुई है. जहां एक और राहुल गांधी ना तो अशोक गहलोत से मुलाकात कर रहे हैं और ना ही सचिन पायलट से तो वहीं प्रदेश की कार्यकारिणी बैठक में हंगामा होने के पूरे आसार है.
वहीं दूसरी ओर नेताओं की बयानबाजी भी राजस्थान कांग्रेस की बंद नहीं हो रही है. एक बार फिर से पीपल्दा से विधायक और कोटा से लोकसभा चुनाव लड़े रामनारायण मीणा का विवादित बयान सामने आया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि भाजपा साम, दाम, दंड, भेद अपना रही है. उन्हें खुद की मजबूती और अपनी विचारधारा की मजबूती चाहिए. मैं कांग्रेस के नेताओं को सलाह देता हूं कि आपस में लड़ाई छोड़िए.
मीणा ने कहा की उनके जैसा व्यक्ति यदि कार्यकारिणी का सदस्य नहीं है तो जनता में क्या मैसेज आता है. इस बात पर वह बात करना नहीं चाहते. लेकिन प्रदेश की जो लीडरशिप है वह लीडरशिप अपने स्वार्थ को छोड़ें और राहुल गांधी के नेतृत्व में अच्छे कार्यकर्ताओं और नेताओं को सेलेक्ट करें.
तभी कांग्रेस बचेगी नहीं तो नरेंद्र मोदी इस ताक में बैठे हैं कि संविधान की धारा 356 का इस्तेमाल करके राजस्थान की कांग्रेस सरकार को बर्खास्त करें. यदि कांग्रेस नहीं सुधरी तो जुलाई के महीने तक यह निर्णय भाजपा की मोदी सरकार ले लेगी और प्रदेश की कांग्रेस सरकार को बर्खास्त कर देगी.