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घर आएंगे 'रामलला', गर्भवती महिलाओं ने की 22 जनवरी को डिलीवरी की मांग - pregnant women of Jaipur demanded

22 जनवरी को अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा होनी है. इसके लिए जयपुर के अस्पतालों में गर्भवती महिलाएं डॉक्टर से संपर्क कर उनकी डिलीवरी डेट 22 जनवरी ही मांग रही हैं. कई गर्भवती महिलाएं चाहती है कि 22 जनवरी को ही उनके घर में नया मेहमान आए.

Pregnant women demand delivery on January 22
गर्भवती महिलाओं की 22 जनवरी को डिलीवरी की मांग
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 18, 2024, 9:58 AM IST

गर्भवती महिलाओं की 22 जनवरी को डिलीवरी की मांग

जयपुर. पूरे देश में 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा आयोजन को लेकर खासा उत्साह है. करीब 500 साल के इंतजार के बाद भगवान राम अपने मंदिर में विराजित होंगे. इस खास दिन को यादगार बनाने के लिए लोग न सिर्फ दीपोत्सव मनाने के लिए तैयार है, बल्कि कुछ परिवार ऐसे भी हैं जो चाहते है उनके घर भी 'रामलला' जन्म ले. जयपुर की कई गर्भवती महिलाएं चाहती हैं कि 22 जनवरी को ही उनके घर में नया मेहमान आए. इसके लिए वो अपनी सिजेरियन डिलीवरी प्रीपोंड भी कराना चाहती हैं.

आमतौर पर सिजेरियन डिलीवरी लोग शुभ मुहूर्त देख ही लेते हैं. इस बार 22 जनवरी की तारीख को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है, जिसका कारण है अयोध्या में बने राम मंदिर में भगवान विराजित होंगे. ऐसे में राजधानी जयपुर की कई गर्भवती महिलाएं और उनके परिजन चाहते हैं कि उनके घर में 22 जनवरी को ही नन्हा मेहमान आए. बेटा हो तो रामलला और बेटी हो तो उसमें माता जानकी का स्वरूप हो. पूरे जयपुर के प्राइवेट अस्पतालों में इस खास दिन के लिए अब तक दो दर्जन से ज्यादा डिमांड आ चुकी हैं.

सीनियर गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. सुरभि गर्ग ने बताया कि आमतौर पर डॉक्टर्स किसी भी गर्भवती महिला की नार्मल डिलीवरी कराने को ही प्राथमिकता देते हैं. महिलाओं की गर्भावस्था की जटिलताएं देखते हुए ही सिजेरियन डिलीवरी की जाती है, लेकिन हाल ही कई गर्भवती महिलाएं जिनकी सिजेरियन डिलीवरी डेट 22 जनवरी से पहले या बाद में हैं, उन्होंने 22 जनवरी को ही डिलीवरी कराने की इच्छा जाहिर की हैं. 29-30 जनवरी तक डिलीवरी डेट वाले रजिस्टर्ड पेशेंट चाहते हैं कि उनकी डिलीवरी 22 जनवरी को हो. हालांकि, नॉर्मल डिलीवरी तो अनप्रिडिक्टेबल होती है लेकिन जो सिजेरियन डिलीवरी वाली गर्भवती महिलाएं चाहती है कि उनकी डिलीवरी 22 जनवरी को ही कर दी जाए.

इसे भी पढ़ें- गर्भवतियों की अनोखी डिमांड, 22 जनवरी को हमारे घर भी आएं 'रामलला', हॉस्पिटलों में कराई एडवांस बुकिंग

डॉक्टर ने कही ये बात : डॉ. सुरभि ने बताया कि गर्भवती महिलाओं का मानना है कि 22 जनवरी को उनके भी घर में भगवान श्री राम जन्म ले. ऐसे में एक-दो नहीं करीब आधा दर्जन केस हैं. इसके लिए बाकायदा उन्होंने ज्योतिष आचार्य और पंडितों से भी पूछा है. उन्होंने कहा कि इन दिनों लोगों में भक्ति भावना का ज्यादा संचार हो रहा है. इसी तरह के मुहूर्त जन्माष्टमी, शिवरात्रि और न्यू ईयर पर भी लोग निकलवाते हैं. उन्होंने ये स्पष्ट किया कि ऐसे किसी भी केस को नहीं लिया जाएगा, जहां बच्चे की प्रीमेच्योरिटी की संभावना बन रही हो. इसके साथ ही ऑपरेशन थिएटर में थोड़ा म्यूजिक चलाया जा सकता है. उस वक्त राम भजन या हनुमान चालीसा चलाएंगे. अस्पताल में जन्मे नवजात बच्चों के लिए भी स्पेशली येलो कलर के कपड़े मंगवाए गए हैं. कोशिश रहेगी कि बच्चों के लिए छोटी-छोटी मालाएं भी रखें. 22 जनवरी को जो भी बच्चे अस्पताल में पैदा होंगे उनका विशेष स्वागत किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें- 22 जनवरी से पहले जोधपुर में बनेगा रामद्वार! यह है खासियत

इस दिन को बनाएंगे यादगार : वहीं, गर्भवती महिला सुनीता ने बताया कि वो 22 जनवरी को अपनी डिलीवरी करवाना चाह रही हैं. उनकी डिलीवरी डेट 24 जनवरी की है, लेकिन परिजन और वो खुद भी चाहती हैं कि यदि डिलीवरी सिजेरियन ही हो रही है तो 2 दिन बाद की डिलीवरी दो दिन पहले हो जाएगी तो राम स्वरूप घर में आएंगे. उन्होंने बताया कि डॉक्टर्स ने किसी भी तरह की रिस्क होने से इनकार किया है. घर में भी सभी 22 जनवरी को उत्सव मनाने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं गर्भवती महिला के पति जितेंद्र ने बताया कि 22 जनवरी को बहुत बड़ा पर्व है. ये दिन अपने जीवन में देख पा रहे हैं, ये बहुत खुशी की बात है. डिलीवरी सिजेरियन तो होनी ही है तो दो दिन पहले क्यों नहीं. उनका घर ही नहीं बल्कि पूरे कॉलोनी वासी श्री रामलला के स्वागत का इंतजार कर रहे हैं.

22 जनवरी को बन रहे ये योग : उधर, ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों ने भी 22 जनवरी को विशेष बताया है. ज्योतिषाचार्य डॉ. अमित व्यास ने बताया कि 22 जनवरी 2024 हिंदू सनातन धर्म के लिए ऐतिहासिक दिन है. इस दिन भगवान श्री रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या में होगी. ये मुहूर्त इसलिए भी निकाला गया, क्योंकि उस दिन अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग बन रहे हैं. यानी इस समय पर जो भी कार्य संपन्न किया जाएगा, वो चमत्कारिक और सार्थक परिणाम देखने वाला होगा.

उन्होंने बताया कि कुछ नव दंपति उन तक पहुंचे जो 22 जनवरी को बालक का जन्म चाहते है, क्योंकि इस दौरान जन्मे बालक पराक्रमी, अपने समाज में मान, पद, प्रतिष्ठा की प्राप्ति करने वाले होंगे. ये बालक सूर्य के समान चमकेंगे और चंद्रमा के समान ओजस्वी होंगे. उन्होंने बताया कि 22 जनवरी के दिन चंद्रमा वृषभ राशि में रहेंगे. ऐसी स्थिति में 11:59 से 12:54 तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा. इस बीच यदि कोई बालक जन्म लेता है, तो वो समाज के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा और अपने परिवार का नाम भी रोशन करेगा.

गर्भवती महिलाओं की 22 जनवरी को डिलीवरी की मांग

जयपुर. पूरे देश में 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा आयोजन को लेकर खासा उत्साह है. करीब 500 साल के इंतजार के बाद भगवान राम अपने मंदिर में विराजित होंगे. इस खास दिन को यादगार बनाने के लिए लोग न सिर्फ दीपोत्सव मनाने के लिए तैयार है, बल्कि कुछ परिवार ऐसे भी हैं जो चाहते है उनके घर भी 'रामलला' जन्म ले. जयपुर की कई गर्भवती महिलाएं चाहती हैं कि 22 जनवरी को ही उनके घर में नया मेहमान आए. इसके लिए वो अपनी सिजेरियन डिलीवरी प्रीपोंड भी कराना चाहती हैं.

आमतौर पर सिजेरियन डिलीवरी लोग शुभ मुहूर्त देख ही लेते हैं. इस बार 22 जनवरी की तारीख को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह है, जिसका कारण है अयोध्या में बने राम मंदिर में भगवान विराजित होंगे. ऐसे में राजधानी जयपुर की कई गर्भवती महिलाएं और उनके परिजन चाहते हैं कि उनके घर में 22 जनवरी को ही नन्हा मेहमान आए. बेटा हो तो रामलला और बेटी हो तो उसमें माता जानकी का स्वरूप हो. पूरे जयपुर के प्राइवेट अस्पतालों में इस खास दिन के लिए अब तक दो दर्जन से ज्यादा डिमांड आ चुकी हैं.

सीनियर गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ. सुरभि गर्ग ने बताया कि आमतौर पर डॉक्टर्स किसी भी गर्भवती महिला की नार्मल डिलीवरी कराने को ही प्राथमिकता देते हैं. महिलाओं की गर्भावस्था की जटिलताएं देखते हुए ही सिजेरियन डिलीवरी की जाती है, लेकिन हाल ही कई गर्भवती महिलाएं जिनकी सिजेरियन डिलीवरी डेट 22 जनवरी से पहले या बाद में हैं, उन्होंने 22 जनवरी को ही डिलीवरी कराने की इच्छा जाहिर की हैं. 29-30 जनवरी तक डिलीवरी डेट वाले रजिस्टर्ड पेशेंट चाहते हैं कि उनकी डिलीवरी 22 जनवरी को हो. हालांकि, नॉर्मल डिलीवरी तो अनप्रिडिक्टेबल होती है लेकिन जो सिजेरियन डिलीवरी वाली गर्भवती महिलाएं चाहती है कि उनकी डिलीवरी 22 जनवरी को ही कर दी जाए.

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डॉक्टर ने कही ये बात : डॉ. सुरभि ने बताया कि गर्भवती महिलाओं का मानना है कि 22 जनवरी को उनके भी घर में भगवान श्री राम जन्म ले. ऐसे में एक-दो नहीं करीब आधा दर्जन केस हैं. इसके लिए बाकायदा उन्होंने ज्योतिष आचार्य और पंडितों से भी पूछा है. उन्होंने कहा कि इन दिनों लोगों में भक्ति भावना का ज्यादा संचार हो रहा है. इसी तरह के मुहूर्त जन्माष्टमी, शिवरात्रि और न्यू ईयर पर भी लोग निकलवाते हैं. उन्होंने ये स्पष्ट किया कि ऐसे किसी भी केस को नहीं लिया जाएगा, जहां बच्चे की प्रीमेच्योरिटी की संभावना बन रही हो. इसके साथ ही ऑपरेशन थिएटर में थोड़ा म्यूजिक चलाया जा सकता है. उस वक्त राम भजन या हनुमान चालीसा चलाएंगे. अस्पताल में जन्मे नवजात बच्चों के लिए भी स्पेशली येलो कलर के कपड़े मंगवाए गए हैं. कोशिश रहेगी कि बच्चों के लिए छोटी-छोटी मालाएं भी रखें. 22 जनवरी को जो भी बच्चे अस्पताल में पैदा होंगे उनका विशेष स्वागत किया जाएगा.

इसे भी पढ़ें- 22 जनवरी से पहले जोधपुर में बनेगा रामद्वार! यह है खासियत

इस दिन को बनाएंगे यादगार : वहीं, गर्भवती महिला सुनीता ने बताया कि वो 22 जनवरी को अपनी डिलीवरी करवाना चाह रही हैं. उनकी डिलीवरी डेट 24 जनवरी की है, लेकिन परिजन और वो खुद भी चाहती हैं कि यदि डिलीवरी सिजेरियन ही हो रही है तो 2 दिन बाद की डिलीवरी दो दिन पहले हो जाएगी तो राम स्वरूप घर में आएंगे. उन्होंने बताया कि डॉक्टर्स ने किसी भी तरह की रिस्क होने से इनकार किया है. घर में भी सभी 22 जनवरी को उत्सव मनाने की तैयारी कर रहे हैं. वहीं गर्भवती महिला के पति जितेंद्र ने बताया कि 22 जनवरी को बहुत बड़ा पर्व है. ये दिन अपने जीवन में देख पा रहे हैं, ये बहुत खुशी की बात है. डिलीवरी सिजेरियन तो होनी ही है तो दो दिन पहले क्यों नहीं. उनका घर ही नहीं बल्कि पूरे कॉलोनी वासी श्री रामलला के स्वागत का इंतजार कर रहे हैं.

22 जनवरी को बन रहे ये योग : उधर, ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों ने भी 22 जनवरी को विशेष बताया है. ज्योतिषाचार्य डॉ. अमित व्यास ने बताया कि 22 जनवरी 2024 हिंदू सनातन धर्म के लिए ऐतिहासिक दिन है. इस दिन भगवान श्री रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा अयोध्या में होगी. ये मुहूर्त इसलिए भी निकाला गया, क्योंकि उस दिन अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग बन रहे हैं. यानी इस समय पर जो भी कार्य संपन्न किया जाएगा, वो चमत्कारिक और सार्थक परिणाम देखने वाला होगा.

उन्होंने बताया कि कुछ नव दंपति उन तक पहुंचे जो 22 जनवरी को बालक का जन्म चाहते है, क्योंकि इस दौरान जन्मे बालक पराक्रमी, अपने समाज में मान, पद, प्रतिष्ठा की प्राप्ति करने वाले होंगे. ये बालक सूर्य के समान चमकेंगे और चंद्रमा के समान ओजस्वी होंगे. उन्होंने बताया कि 22 जनवरी के दिन चंद्रमा वृषभ राशि में रहेंगे. ऐसी स्थिति में 11:59 से 12:54 तक अभिजीत मुहूर्त रहेगा. इस बीच यदि कोई बालक जन्म लेता है, तो वो समाज के लिए महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगा और अपने परिवार का नाम भी रोशन करेगा.

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