जयपुर. जल जीवन मिशन में कथित धांधली और भ्रष्टाचार के खिलाफ बीजेपी के राज्यसभा सांसद डॉ. किरोड़ीलाल मीना का आंदोलन आज गुरूवार को भी जारी है. बता दें कि मंगलवार को सांसद मीणा अशोक नगर थाने में मुकदमा दर्ज कराने गए थे. परंतु थाना में उनकी शिकायत पर एफआईआर दर्ज नहीं की गई. उससे खफा होकर सांसद मीणा थाना के बाहर ही अपने समर्थकों के साथ धरने पर बैठ गए. यहां तक कि बुधवार सुबह को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग भी थाना के बाहर ही धरनास्थल पर किया. पुरे दिन वो थाना के बाहर ही धरने पर बैठे रहे.
आज सुबह जब सांसद मीणा नित्य कर्म के लिए धरना स्थल से उठे. तभी पुलिस ने उनकी अनुपस्थिति में धरनास्थल से उनका गद्दा, तकिया और अन्य सामान हटा दिया. साथ ही उनके कार्यकर्ताओं को भी समझा बुझाकर धरने से उठा दिया. सांसद जब वापस लौटे तो देखा सबकुछ नदारद था. ऐसा देख उनका धैर्य का बांध टूट गया और वो अशोक नगर थाना के अंदर धरने पर बैठने की बात कही. जब जयपुर पुलिस ने उन्हे थाना की ओर जाने नहीं दिया तब वो सड़क पर ही बैठ गए. ऐसा होता देख पुलिस सकते में आ गई. उसके बाद पुलिस सांसद किरोड़ीलाल को समझाने बुझाने का प्रयास करते नजर आए.
इससे पहले पुलिस ने थाने की तरफ जाने वाले रास्ते के दोनों तरफ बैरिकेडिंग करके रास्ता रोक दिया. यहां तक कि उधर से गुजरने वाले लोगों और वाहनों को भी अन्य रूटों पर डायवर्ट कर दिया. इसके साथ ही बैरिकेडिंग के पास भारी पुलिस जाब्ता तैनात कर दिया गया है. हालात का जायजा लेने के लिए पुलिस के आला अधिकारी स्वयं ही बैरिकेडिंग के पास मुस्तैद हैं.
बता दें कि राजस्थान में जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट में कथित घोटाला का मामला अब गरमाता जा रहा है. प्रोजेक्ट में हुए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग को लेकर मंगलवार रात को सांसद किरोड़ी लाल मीणा प्रदेश की राजधानी जयपुर में स्थित अशोक नगर थाने के बाहर धरने पर बैठे हैं. उनकी मांग है कि राजस्थान के कैबिनेट मंत्री मंत्री महेश जोशी और एसीएस सुबोध अग्रवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाए. जब मुकदमा दर्ज नहीं किया गया तब मीणा मंगलवार शाम से शिकायतकर्ता टीएन शर्मा को साथ थाने के बाहर धरने पर बैठे हैं.