जयपुर. 70 वें संविधान दिवस के अवसर पर गुरुवार को विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था. जहां विपक्ष ने आरोप लगाया कि जिन मुद्दों पर बात होनी चाहिए थी उन मुद्दों पर सार्थक चर्चा नहीं हो पाई. उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सत्ता पक्ष की हठधर्मिता के चलते बहस अपनी ऊंचाइयों पर नहीं पहुंच पाई.
उपनेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कहा कि मौलिक कर्तव्य पर दलगत राजनीति से ऊपर उठकर चर्चा हो, इस उद्देश्य के साथ विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था. लेकिन सत्ता पक्ष की हठधर्मिता के चलते और संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल की छींटाकशी के चलते बहस ऊंचाइयां नहीं ले पाई.
राठौड़ ने कहा कि हमारा पूरा प्रयास था कि आज के दिन उन शहीदों की शहादत को नमन किया जाए, जिनके कारण लोकतंत्र और विश्व का सबसे बड़ा संविधान को हम अपनाए हुए हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने जिस इच्छाशक्ति के साथ विशेष सत्र बुलाया था सत्ता पक्ष की हठधर्मिता के चलते वह सारगर्भित चर्चा नहीं हो पाई.
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राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सार्थक चर्चा जरूर की. राठौड़ ने कहा कि यदि तू और मैं की जगह हम पर बात होती तो ज्यादा अच्छा होता. बता दें कि 70 वें सविधान दिवस के अवसर पर यह विशेष सत्र बुलाया गया था और सविधान को लेकर इस पर चर्चा होने थी.
लेकिन विपक्ष का आरोप है कि जिन मुद्दों को लेकर विधानसभा में चर्चा होनी चाहिए थी उन मुद्दों पर चर्चा नहीं हो पाई और सत्तापक्ष ने आरएसएस और मोदी पर टिप्पणी कर चर्चा को किसी ओर दिशा में ले जाने का काम किया.