जयपुर. उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का असर राजस्थान पर भी दिख (Rajasthan Weather Update) रहा है. प्रदेश में लगातार पारा माइनस में जा रहा है. 2023 के पहले दिन से ही प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ रही है. कई जिलों का तापमान जमाव बिंदु के नीचे पहुंच गया है. सिरोही के माउंट आबू में गुरुवार को न्यूनतम तापमान माइनस 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज (Minus temperature in Mount Abu) किया गया. वहीं, शेखावाटी के भी कई इलाकों में तेज ठंड के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
सीकर में घना कोहरा- सीकर में शुक्रवार को भी घना कोहरा और धूजणी छुटाने वाली शीतलहर (Cold Wave in Rajasthan) जारी है. जिले में कड़ाके की ठंड का सितम बरकरार है. फतेहपुर शेखावाटी में शुक्रवार सुबह का न्यूनतम तापमान 0.7 डिग्री दर्ज हुआ. कड़ाके की ठंड के कारण लोगों ने अपनी दिनचर्या बदल ली दै. पांचवें दिन भी शेखावाटी में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है.
पढ़ें- माउंट आबू तो जम गया! देखें तस्वीरें
चार दिनों तक जारी रहेगा शीतलहर का दौर- मौसम विभाग की मानें तो शीतलहर से अति शीतलहर का यह दौर (Cold Wave in Rajasthan) आगामी तीन-चार दिनों तक जारी रहेगा. इस दौरान राज्य के उत्तरी और पूर्वी भागों में कहीं-कहीं घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. साथ ही शीतदिन और पाला पड़ने की संभावना जताई गई है. विभाग के अनुसार आगामी एक सप्ताह तक राजस्थान में मौसम शुष्क बना हुआ रहेगा.
इन जिलों मे अलर्ट- आईएमडी ने आज चार जिलों मे ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. साथ ही 14 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है. आईएमडी ने आज अलवर, झुंझुनू, सीकर और चूरू में अति घना कोहरा और अति शीतलहर को लेकर ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert in Rajasthan) जारी किया है. साथ ही भरतपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, चित्तौड़गढ़, दौसा, धौलपुर, जयपुर, करौली, कोटा, सवाईमाधोपुर, टोंक, हनुमानगढ़, नागौर और श्रीगंगानगर में शीतलहर, घना कोहरा और पाला पड़ने की संभवाना जताई है. विभाग की मानें तो आज जयपुर शहर में आसमान मुख्यत: साफ रहने की संभावना है. साथ ही जयपुर का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 4 डिग्री तक पहुंच सकता है.
जयपुर के जोबनेर में बीती रात न्यूनतम तापमान माइनस 3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. एक दिन पहले ही माउंट आबू का न्यूनतम तापमान माइनस 6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. देश में पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी का असर राजस्थान के मौसम पर हावी हो रहा है. बीती रात जोबनेर का न्यूनतम तापमान -3 डिग्री सेल्सियस, फतेहपुर का 0.7 डिग्री सेल्सियस, माउंट आबू का -1 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर का 0 डिग्री सेल्सियस, चूरू का 1 डिग्री सेल्सियस, सीकर का 0 डिग्री सेल्सियस, जयपुर का 3.6 डिग्री सेल्सियस, कोटा का 3.6 डिग्री सेल्सियस और श्रीगंगानगर का 4.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है.
पढ़ें- घने कोहरे की आगोश में राजस्थान, आवागमन की रफ्तार थमी...जनजीवन अस्त-व्यस्त
न्यूनतम तापमान- प्रदेश में न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature of Rajasthan) की बात की जाए तो अजमेर में 4.4 डिग्री सेल्सियस, भीलवाड़ा में 1.6 डिग्री सेल्सियस, वनस्थली में 1.6 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 4.5 डिग्री सेल्सियस, जयपुर में 3.6 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 3.6 डिग्री सेल्सियस, सीकर में 0 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 3.6 डिग्री सेल्सियस, बूंदी में 3.2 डिग्री सेल्सियस, चित्तौड़गढ़ में 4.8 डिग्री सेल्सियस, डबोक में 5.8 डिग्री सेल्सियस, बाड़मेर में 7.2 डिग्री सेल्सियस, पाली में 3 डिग्री सेल्सियस, जैसलमेर में 6.2 डिग्री सेल्सियस और जोधपुर में 6.5 डिग्री सेल्सियस.
फलौदी में 3.8 डिग्री सेल्सियस, बीकानेर में 0 डिग्री सेल्सियस, चूरू में 1 डिग्री सेल्सियस, श्रीगंगानगर में 4.7 डिग्री सेल्सियस, धौलपुर में 5.7 डिग्री सेल्सियस, नागौर में 1.7 डिग्री सेल्सियस, टोंक में 4.7 डिग्री सेल्सियस, बारां में 1.1 डिग्री सेल्सियस, डूंगरपुर में 11 डिग्री सेल्सियस, हनुमानगढ़ में 4.9 डिग्री सेल्सियस, जालौर में 6.7 डिग्री सेल्सियस, सिरोही में 6.3 डिग्री सेल्सियस, सवाई माधोपुर में 4 डिग्री सेल्सियस, फतेहपुर में 0.7 डिग्री सेल्सियस, करौली में 4.3 डिग्री सेल्सियस, बांसवाड़ा में 4 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature of Rajasthan) दर्ज किया गया है.
पढ़ें- राजस्थान में कड़ाके की ठंड: माउंट आबू में शिमला से ज्यादा सर्दी, -6 डिग्री तक गिरा पारा
ठंड बढ़ा सकती है सर्द हवाएं- विभाग के अनुसार सर्द हवाएं ठंड बढ़ा सकती हैं. शीतदिन की परिस्थिति में रात के साथ-साथ दिन में भी ठंड का एहसास ज्यादा रहेगा. ठंड के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण शीतदंश होने की संभावना बढ़ जाती है. पाला और शीतलहर दलहनी फसलों और पशुओं को प्रभावित कर सकती है. मौसम विभाग ने सुझाव दिया है कि ठंड में लंबे समय तक रहने से बचें. अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को कवर करें ताकि शारीरिक उष्मा की कमी न हो पाए.