जयपुर. राजधानी जयपुर के कई इलाकों में रविवार को ओले गिरे. बादलों की गड़गड़ाहट और तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश हुई. कहीं पर तेज तो कहीं पर हल्की बारिश दर्ज की गई. बारिश होने के साथ ही तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. रविवार रात को भी बारिश का दौर देखने को मिला. मौसम विभाग के अनुसार वायुमंडल के ऊपरी स्तरों में एक नया पश्चिमी विक्षोभ और वायुमंडल के निचले स्तरों में पूर्वी राजस्थान के ऊपर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है.
इसके प्रभाव से आगामी 48 घंटों के दौरान आंधी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी दर्ज होगी. रविवार को राज्य के अधिकांश भागों में तीव्र मेघगर्जन, अचानक तेज हवाएं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हल्की मध्यम बारिश और एक-दो स्थानों पर ओलावृष्टि की प्रबल संभावना है. 20 मार्च को जोधपुर और बीकानेर संभाग के कुछ भागों से आंधी बारिश में कमी होगी. हालांकि, पूर्वी राजस्थान के उदयपुर, अजमेर, जयपुर, भरतपुर और कोटा संभाग के अधिकांश भागों में तीव्र आंधी, बारिश, तेज हवाएं और कहीं-कहीं ओलावृष्टि जारी रहने की प्रबल संभावना है.
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21-22 मार्च को आंधी बारिश की गतिविधियों में कुछ कमी होगी. केवल छुटपुट स्थानों पर हल्की बारिश संभव है. 23 मार्च से एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा. 23-24 मार्च को वापस आंधी बारिश की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी. मौसम विभाग ने जयपुर, दौसा, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, सीकर, नागौर, बीकानेर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, अजमेर, भीलवाड़ा, चित्तौड़गढ़, राजसमंद, सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर प्रतापगढ़, बाडमेर, जालौर, झुंझुनू जिलों और आसपास के क्षेत्रों मे कहीं-कहीं पर मेघगर्जन, आकाशीय बिजली के साथ बारिश की संभावना जताई है। अचानक तेज हवाएं 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा के साथ चलने और हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. इस अवधि के दौरान अजमेर, सवाई माधोपुर, टोंक जिला और आसपास के क्षेत्रों मे कहीं-कहीं ओलावृष्टि और अचानक तेज हवाएं चलने की संभावना है.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष पूनियां का बयान : सतीश पूनिया के अनुसार तेज बारिश और ओलावृष्टि से जयपुर, भीलवाड़ा, अजमेर, कोटा, बूंदी, जोधपुर, धौलपुर, भरतपुर, बीकानेर, उदयपुर, सीकर, झुंझुनू, दौसा, करौली, टोंक, बारां, अलवर सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में फसलों को भारी नुकसान होने की जानकारी मिली है. प्राकृतिक आपदा से फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से आग्रह है कि शीघ्र गिरदावरी करवाकर अन्नदाता को निश्चित समयावधि में आर्थिक संबल प्रदान कराएं.