जयपुर. 24 जुलाई को विधानसभा में अपने ही विधायक की ओर से लहराई गई लाल डायरी विवाद के चलते हुए जबरदस्त हंगामें और बर्खास्त मंत्री राजेंद्र गुढ़ा के साथ ही भाजपा विधायक मदन दिलावर के निलंबन के 8 दिन बाद आज फिर से राजस्थान विधानसभा की कार्रवाई शुरू होगी. लेकिन 8 दिनों में राजस्थान में कोई स्थितियां बदली हुई नहीं दिखाई दे रही. इसलिए संभावना इसी बात की है कि राजस्थान विधानसभा में आज एक बार फिर हंगामा देखने को मिलेगा. भाजपा की ओर से चेतावनी दी गई है कि "मदन नहीं तो सदन नहीं". इसका मतलब है जब तक भाजपा विधायक मदन दिलावर का निलंबन समाप्त नहीं होता है भाजपा विधानसभा में हंगामा जारी रखेगी. तो वहीं भाजपा की ओर से यह भी ऐलान किया गया है कि जो 5 विधेयक लाने की तैयारी विधानसभा में हो रही है उसका भी भाजपा विरोध करेगी. इसको लेकर आज सुबह 10 बजे भाजपा विधायक दल की बैठक भी बुलाई गई है.
वैसे तो आज विधानसभा में पेश होने वाली कार्यवाही की सूची सुबह तक जारी नहीं हुई है, लेकिन जो विधेयक सदन में रखे जा चुके हैं उन पर संभवतः आज चर्चा हो. अगर सदन में हंगामा हुआ तो चर्चा के बीच ही यह बिल भी उसी तरह पास करवाए जाएंगे जैसे 24 जुलाई को पास करवाए गए थे. आज जो बिल सदन में रखे जाएंगे उनमें नाथद्वारा मंदिर संशोधन विधेयक 2023, राजस्थान राज्य कृषक ऋण राहत आयोग विधेयक 2023, राजस्थान विद्युत शुल्क विधेयक 2023 और महात्मा गांधी विकलांग विश्वविद्यालय विधेयक 2023 है. वहीं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण संशोधन विधेयक 2023 भी आज पारित हो सकता है.
विधानसभा की कार्रवाई में आज जिन विभागों से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे उनमें कृषि, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, खान, पंचायती राज, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, महिला एवं बाल विकास, सार्वजनिक निर्माण, सामाजिक न्याय व अधिकारिता, देवस्थान, जनजाति क्षेत्रीय विकास, पशुपालन विभागों से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे.
पढ़ें बीजेपी बोली-मदन नहीं तो सदन नहीं, विपक्ष ने विधानसभा के बाहर निकाली प्रतीकात्मक लाल डायरी
गुढा के खुलासे पर सबकी नजर, विधानसभा में हंगामा किन मुद्दों पर होगा अभी तय नहीं : उधर बर्खास्त मंत्री और विधानसभा से निलंबित किए गए विधायक राजेंद्र गुढ़ा आज सुबह 10:30 बजे मीडिया से मुखातिब होंगे. इसका मतलब साफ है कि राजेंद्र गुढ़ा कोई बड़ा खुलासा भी इस दौरान कर सकते हैं. कहा यह जा रहा है कि गुढ़ा कथित लाल डायरी के कुछ पन्ने सार्वजनिक कर सकते हैं. अगर उसमें कोई भ्रष्टाचार की बात हुई तो फिर भाजपा को एक और मुद्दा सदन शुरू होने से पहले मिल जाएगा. ऐसे में विधानसभा में हंगामे के लिए एक कारण राजेंद्र गुढ़ा की ओर से आज लगाए गए आरोप भी हो सकते हैं. इसके साथ यह भी कहा जा रहा है कि राजेंद्र गुढा निलंबन के बाद भी 11 बजे विधानसभा जाने का प्रयास भी कर सकते हैं.