जयपुर. राजस्थान विधानसभा में बजट पर चल रहे वाद-विवाद में हिस्सा लेते हुए प्रतापगढ़ से कांग्रेस विधायक रामलाल मीणा ने दावा किया कि अशोक गहलोत चौथी बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बनेंगे. बार-बार सदन में भाजपा विधायकों की ओर से 2023 के विधानसभा चुनाव में फॉर्च्यूनर में आने जितनी संख्या में कांग्रेस विधायक जीतने का भी जवाब दिया. उन्होंने कहा कि विधानसभा में यह कहा था कि हम फॉर्च्यूनर में आएंगे, जबकि हकीकत यह है कि भाजपा की जन आक्रोश रैली राजस्थान में फेल हुई.
विधायक ने कहा कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने कोरोना के चलते रैली बंद करने की बात कही, लेकिन हकीकत यह है कि कोरोना नहीं आया था, पब्लिक आनी बंद हो गई थी. पब्लिक तो अशोक गहलोत की कायल हो चुकी है और राजस्थान में चौथी बार अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बनेंगे. भाजपा विपक्ष में बैठेगी. रामलाल मीणा ने कहा कि हम लोगों की मांग पर ही मुख्यमंत्री ने चिरंजीवी योजना को 10 लाख से बढ़ाकर 25 लाख किया. कई स्कूल क्रमोन्नत किए गए. कई अस्पतालों को पीएचसी से सीएचसी बनाया गया.
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रामलाल मीणा ने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने हमारे प्रतापगढ़ जिले को छोटा और आदिवासियों का जिला बताते हुए मेडिकल कॉलेज देने से इनकार कर दिया, उस पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ही मेडिकल कॉलेज बनाने की घोषणा की. इस उपकार को मैं और प्रतापगढ़ की जनता कभी नहीं भूलेंगे. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने 4 साल के कार्यकाल में प्रतापगढ़ को 7 कॉलेज, राज्य मद से मेडिकल कॉलेज, तीन पंचायत समिति, दो तहसील दिए. इससे लगता है कि जैसे प्रतापगढ़ का विधायक रामलाल मीणा नहीं है, बल्कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हैं.
बीटीपी विधायक ने रखी ये बातः राजस्थान विधानसभा में बीटीपी के विधायक राजकुमार रोत ने भी मुख्यमंत्री के बजट भाषण पर वाद विवाद में हिस्सा लेते हुए भाजपा पर हमला किया. उन्होंने नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया को राज्यपाल बनाने का स्वागत किया. लेकिन साथ ही यह भी कह दिया कि राम मंदिर और नोटबंदी के फैसले को सही ठहराने का फैसला देने वाले को इनाम के रूप में राज्यपाल बनाया गया, यह इस देश के लोकतंत्र के लिए खतरा है. साथ ही उन्होंने गहलोत सरकार को भी इस बात के लिए चेताया कि भले ही गहलोत सरकार अच्छी घोषणाएं कर रही है, लेकिन अधिकारी सरकार को समाप्त करने का काम कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि सरकार की योजना सही है, लेकिन नीचे वाले अधिकारी उसे खोखला कर रहे हैं. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि पिछले बजट में चिरंजीवी योजना घोषित हुई, लेकिन डूंगरपुर के केवल एक व्यक्ति को फायदा मिला. उन्होंने दावा किया कि अधिकारियों की लापरवाही से यह सब हो रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने धार्मिक स्थलों को 30 से 50 फीसदी की छूट दी है, लेकिन हमारे यहां बेणेश्वर मेला हुआ उसमें आरटीओ अधिकारियों ने श्रद्धालुओं को परेशान किया. सरकार सही पॉलिसी ला रही है, लेकिन सरकारी अधिकारी सरकार को खत्म करने का काम कर रही है.
कांग्रेस विधायक राजेंद्र बिधूड़ी ने सुनाया इतिहासः राजस्थान विधानसभा में वैसे तो बजट पर सामान्य वाद विवाद चल रहा है. लेकिन सदन में आज पहली बार अपनी बात रखते हुए कांग्रेस विधायक राजेंद्र बिधूड़ी ने आजादी से पहले और आजादी के बाद का इतिहास सुनाना शुरू कर दिया. जब उन्होंने लंबा इतिहास सुनाया तो भाजपा विधायक सदन में ही त्राहिमाम त्राहिमाम कहने लगे.