जयपुर. स्मार्ट सिटी मिशन शनिवार को अपनी 8वीं वर्षगांठ मना रहा है. केंद्रीय शहरी मंत्रालय ने स्मार्ट सिटी मिशन की डेडलाइन 4 जून 2024 तक बढ़ा दिया है. ऐसे में जयपुर के 134 प्रोजेक्ट में से बचे रहे 21 प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए 1 साल का समय और मिल गया है. वहीं मिशन के दौरान जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड की करीब 8 करोड़ की सेविंग को अब 3 विधानसभा क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट और पार्कों पर खर्च किया जाएगा.
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जयपुर प्रोजेक्ट पर अभी तक खर्च हो चुके हैं 850 करोड़ः स्मार्ट सिटी मिशन की 8वीं वर्षगांठ पर राजधानी के विभिन्न प्रोजेक्ट और उनकी यूटिलिटी को आम जनता तक पहुंचाने के लिए है, विभिन्न आयोजन किए जा रहे हैं. कई रचनात्मक कार्यों के जरिए छात्रों और युवाओं को जोड़ा जा रहा है. साथ ही हेरिटेज के संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए आईईसी एक्टिविटी भी की जा रही है. हालांकि स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ राजेंद्र सिंह शेखावत का दावा है कि जयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के 1000 करोड़ में से 850 करोड़ खर्च किए जा चुके हैं. अभी कुछ राशि केंद्र सरकार, राज्य सरकार और निगमों की आनी है. जयपुर स्मार्ट सिटी की ओर से 134 काम शुरू किए गए थे. इनमें से 113 काम पूरे किए जा चुके हैं, 21 काम बचे हैं. आगे कार्य योजना यही है कि 1 साल में ये तमाम 21 काम भी पूरे हो जाएं. इनमें से भी जून के बचे हुए समय, जुलाई और अगस्त में 8 से 10 काम पूरे करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
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कुछ बड़े प्रोजेक्ट में लग सकता है समयः उन्होंने बताया कि कांट्रेक्टर को बुलाकर मीटिंग ली जा चुकी है. उन्हें समझाया गया है कि जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के पास ज्यादा समय नहीं है. इसलिए उन्हें जल्द से जल्द प्रोजेक्ट पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं. हालांकि कुछ बड़े प्रोजेक्ट है, जिनमें समय लग सकता है. कोशिश यही है कि इन्हें समय से पूरा कर लें. उन्होंने बताया कि जयपुर स्मार्ट सिटी के पास 8 से 10 करोड़ की सेविंग है. जिससे शहर में स्ट्रीट हेरिटेज लाइट लगाई जाएंगी. इसके लिए नया टेंडर किया जाएगा. पिछले टेंडर की ड्यूरेशन खत्म हो चुकी है. वहीं इसके लिए एरिया भी डिसाइड कर लिया गया है. जिसमें हवामहल, किशनपोल और आदर्श नगर विधानसभा का क्षेत्र शामिल है. इसके अलावा गार्डन पर खर्च किया जाएगा.
अंतिम चरण में ये प्रोजेक्ट:
- चौगान स्टेडियम इंटीग्रेटेड वर्क- 21.37 करोड़
- सीवरेज, मेनहोल, स्ट्रीट लाइट और पार्किंग सेंसर-3.90 करोड़
- निगमों में वर्क इनफार्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम-10.51 करोड़
- फसाड़ लाइटिंग वर्क-3.23 करोड़
- महाराजा कॉलेज डिजिटल लाइब्रेरी-2.30 करोड़
- चौगान स्टेडियम ड्रेनेज सिस्टम-86 लाख
- पांच दरवाजों का रिनोवेशन-62 लाख
- वॉल सिटी डेकोरेटिव पोल-82 लाख
- हेरिटेज वॉक रूट और साइनेज-15 लाख
- जयसिंह पुरा खोर एसटीपी अपग्रेडेशन-4.27 करोड़
ये बड़े प्रोजेक्ट अंडर कंस्ट्रक्शन:
- रामनिवास अंडर ग्राउंड पार्किंग प्रोजेक्ट-86.85 करोड़
- पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल-44.61 करोड़
- सॉलि़ड वेस्ट ट्रांसफर स्टेशन-13.15 करोड़
- कंवर नगर ड्रेनेज सिस्टम-2.07 करोड़
- मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी प्लांट-10 करोड़
- गवर्नमेंट गर्ल्स कॉलेज किशनपोल-8.46 करोड़
- जल महल साइकिल ट्रैक - 53 लाख
शहर में चल रहा है सीसीटीवी लगाने का कामः उन्होंने बताया कि शहर में भर में सीसीटीवी कैमरा लगाने का काम चल रहा है. इसके अलावा स्मार्ट सिटी ऑफिस में ही कंट्रोल रूम में स्थापित किया गया है. जिससे जयपुर के जितने भी कैमरा वॉल सिटी में लगा रखे हैं, उन सभी की पिक्चर्स यहां आती हैं. उसका रजिस्टर भी मेंटेन किया हुआ है. पुलिस के अधिकारी भी समय-समय पर यहां आते हैं. इसके अलावा डिजिटल महाराजा लाइब्रेरी को भी कंट्रोल रूम से कनेक्ट किया हुआ है. जहां डिजिटलाइजेशन का वर्क चल रहा है. इसके बाद लाइब्रेरी के लिए कार्ड जारी किए जाएंगे. जिससे आने वाले समय में लोगों को डिजिटली कनेक्ट किया जा सके. वहीं सीवरेज में भी सेंसर लगाए गए हैं. उनकी सूचना भी यहां पहुंचती है, और इसकी सूचना तुरंत संबंधित एसआई को भेज दी जाती हैं. वहीं उन्होंने स्पष्ट किया कि थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन समय-समय पर करवाया जाता है.