जयपुर. सीएम अशोक गहलोत ने शनिवार को एक बार फिर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत पर हमला बोला है. उन्होंने दोहराया कि एसओजी की रिपोर्ट में गजेंद्र सिंह शेखावत आरोपी है और यही कारण है कि मैंने उनका नाम लिया. गहलोत ने गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर से दायर किए गए मानहानि मुकदमे को लेकर कहा कि मुझे जेल भेजने की तैयारी भले ही हो रही हो, लेकिन मैंने उन डेढ़ लाख लोगों की आवाज उठाई जिनके पैसे डूबे.
अशोक गहलोत ने कहा कि मैंने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का नाम तभी लिया जब उनका नाम एसओजी की जांच रिपोर्ट में सामने आया. गहलोत ने यह भी कहा कि यह मेरा काम नहीं है कि गजेंद्र सिंह गिरफ्तार हों, न ही मैं एसओजी, पुलिस या किसी एजेंसी के काम में दखलअंदाजी करता हूं. अगर मैं ऐसा करता तो गजेंद्र सिंह कब के गिरफ्तार हो चुके होते.
इसे भी पढ़ें - केंद्रीय मंत्री का मुख्यमंत्री पर पलटवार, कहा- अशोक गहलोत सीएम हैं या साजिशकर्ता
एसओजी रिपोर्ट के आधार पर कहाः सीएम गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैं आज भी अपनी बात पर कायम हूं कि गजेंद्र सिंह आरोपी है और मैंने जो कहा एसओजी की रिपोर्ट के आधार पर कहा. एसओजी की रिपोर्ट से पहले मैंने किसी का नाम नहीं लिया. गहलोत ने कहा कि जब प्रभावित गरीब लोग मुझसे मिले, उसके बाद मैंने होम मिनिस्टर के तौर पर मालूम किया तो पता लगा कि गजेंद्र सिंह तो मुलजिम है. गहलोत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह कह रहे हैं कि मुझे मुलजिम क्यों कहा ?.
गहलोत ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार करने का काम एसओजी का है मेरा नहीं है, अगर यह मेरा काम होता तो वह कब के गिरफ्तार हो जाते. गहलोत ने कहा कि एसओजी, पुलिस या किसी भी एजेंसी के काम में मैं दखलंदाजी नहीं करता. पूरे 5 साल मैंने कभी ऐसा काम नहीं किया. इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि अगर गजेंद्र सिंह आरोपी नहीं होते तो फिर उन्होंने बिना उनका नाम हुए किस बात की आशंका में जमानत ली और क्यों वह इस मामले को सीबीआई में ले जाना चाहते हैं. गहलोत ने कहा कि हमारे वकील ने एक गलती जरूर की थी जिसे हमने शाम को ही ठीक करवा लिया था.