जयपुर. राजधानी जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में शुक्रवार को राजस्थान नर्सिंग काउंसिल की राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. इस दौरान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि रहे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि इस बार कांग्रेस नहीं, बल्कि जनता चुनाव लड़ रही है. विश्वास है कि कांग्रेस सरकार रिपीट होगी. उन्होंने पड़ोसी राज्य गुजरात पर तंज कसते हुए कहा कि अगर कार में सोते हुए जा रहे हैं और नींद खुल जाए तो समझो गुजरात आ गया है, क्योंकि वहां सड़कें खराब हैं.
राजस्थान सरकार का वित्त प्रबंधन शानदार : सीएम गहलोत ने कहा कि जब वो पहली बार मुख्यमंत्री बने थे, तब उन्होंने जीवन रक्षा कोष योजना शुरू की थी. ये योजना बीपीएल परिवारों के लिए थी. इसके बाद अगली सरकार में उन्होंने निशुल्क दवा और निशुल्क जांच योजना शुरू की. इस बार चिरंजीवी योजना और राइट टू हेल्थ योजना शुरू की. इस पर विपक्ष रेवड़ी बांटने का आरोप लगाता है, लेकिन कर्जा लेकर ही राज्य और देश की सरकारें चलती हैं. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार का वित्त प्रबंधन शानदार है, तभी इतनी अच्छी योजनाएं लेकर आए हैं.
2030 की ओर जाने के लिए फैसले : उन्होंने कहा कि पहले 6 नर्सिंग कॉलेज थे, अब हर जिले में नर्सिंग कॉलेज बन रहे हैं. जोधपुर में एक और मेडिकल यूनिवर्सिटी खोली गई. राजस्थान में 33 से 50 जिले कर दिए. ये तमाम फैसले 2030 की ओर जाने के लिए हैं, ताकि उस वक्त राजस्थान देश का नंबर वन राज्य बने और अगर नंबर वन नहीं बने तो नंबर वन की श्रेणी में जो राज्य हैं, उस श्रेणी में राजस्थान पहुंच जाए.
ये प्रोजेक्ट बंद किए : उन्होंने कहा कि सरकार बदलने के कई नुकसान हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि रिफाइनरी बंद कर दी गई. 38000 करोड़ का प्रोजेक्ट आज 72000 करोड़ का प्रोजेक्ट बन गया, क्योंकि 5 साल प्रोजेक्ट बंद रखा गया. प्रधानमंत्री कार्य शुभारंभ के मौके पर पचपदरा जा रहे हैं, लेकिन सवाल ये है कि 5 साल से बंद क्यों किया? मेट्रो सीतापुरा से अंबाबाड़ी अब तक बन जाती, क्यों बंद किया? ऐसी कई योजनाओं को बंद कर दिया गया.
गायों को लेकर सरकार कर रही काम : उन्होंने आरोप लगाया कि बद्रीनाथ-केदारनाथ में जो आपदा आई, उसमें अनाथ हुए बच्चों को कांग्रेस सरकार ने नौकरी देने का फैसला लिया, सरकार बदली तो स्कीम भी खत्म कर दी गई. जो लोग नौकरी पर लगाए गए थे, उनको भी हटा दिया गया. उन्होंने दावा किया कि गायों को लेकर विभाग बनाने वाला एकमात्र राज्य राजस्थान है, जो गहलोत सरकार में बना. ये लोग सिर्फ गायों की बातें करते हैं, जबकि कांग्रेस सरकार गोशाला में 9 महीने का अनुदान दे रही है. लंपी से मरने वाली गायों के बदले प्रति गाय 40 हजार रुपए राजस्थान सरकार ने दिए. यूपी दूध उत्पादन में नंबर वन था, आज राजस्थान बन गया है.
नर्सेज की मांगों पर भी विचार किया जाएगा: उन्होंने कहा कि अभी वक्त नहीं है, आगे चुनाव भी आ रहे हैं. इस बार चुनाव वो नहीं लड़ रहे, लोग लड़ रहे हैं. गांव-गांव में जनता का मूड है कि वो खुद चुनावी मैदान में उतरें और वापस कांग्रेस सरकार को रिपीट करें. ये विश्वास है. उन्होंने कहा कि जनता को गुड गवर्नेंस चाहिए, कांग्रेस ने हर क्षेत्र में जनता को गुड गवर्नेंस दी है. नर्सेज की भी जो फाइनेंशियल नॉन फाइनेंशियल मांगे हैं, उनको दिखाया जाएगा.
इससे पहले मंच से नर्सिंग काउंसिल रजिस्ट्रार शशिकांत शर्मा ने सीएम अशोक गहलोत के सामने अपनी मांगों को भी रखा. कार्यक्रम के दौरान नर्सेज एसोसिएशन ने सीएम को विभिन्न मांगों का ज्ञापन सौंपा. कार्यक्रम में चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने भी कहा कि सीएम गहलोत नर्स से बहुत प्रभावित हैं. नर्सेज ने कोरोना काल में काबिल-ए-तारीफ काम किया है. यही वजह है कि नर्स के पदनाम परिवर्तन की मांग को तुरंत पूरा भी किया. नए नर्सिंग कॉलेज खोले और कांग्रेस सरकार ने ही नर्सिंग कॉलेज की फीस भी कम की. बता दें कि एविडेंस बेस्ड प्रैक्टिस थीम पर हुई नेशनल कांफ्रेंस में राजस्थान सहित देश की विभिन्न राज्यों के 1700 प्रतिभागियों ने भाग लिया.