जयपुर. आज जयपुर के भट्टा बस्ती में सुबह-सुबह ही बुलडोजर गरजा है. जिसमें हार्डकोर बदमाश राहुल मीणा और उसके भाई की अवैध कब्जे की जमीन पर बने रेस्टोरेंट को ध्वस्त कर दिया गया. इस कार्रवाई के दौरान करीब 700 वर्ग गज बेशकीमती जमीन को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया है. जयपुर कमिश्नरेट क्षेत्र में किसी हिस्ट्रीशीटर के खिलाफ इस तरह की पहली कार्रवाई है. अतिरिक्त उपायुक्त, जयपुर (उत्तर) धर्मेंद्र सागर ने बताया कि किशनबाग स्वर्ण जयंती गार्डन के पीछे जेडीए की बेशकीमती जमीन पर हिस्ट्रीशीटर राहुल मीणा और उसके भाई ने कब्जा कर ईंट, लोहे के चद्दर और एंगल की मदद से शेडनुमा व्यावसायिक निर्माण कर रखा था. जहां 'अभि रेस्टोरेंट' का संचालन किया जा रहा था. आज पुलिस और जेडीए के दस्ते ने बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया है. हालांकि, प्रदेश के कई जिलों में हार्डकोर बदमाशों की अवैध संपत्तियों पर इस तरह की कार्रवाई किया जा चुका है.
राजपासा में भी किया गया है निरुद्ध : राहुल मीणा जयपुर (उत्तर) के विद्याधर नागर थाने का हिस्ट्रीशीटर और हार्डकोर बदमाश है. उसके खिलाफ कई मामले अलग-अलग धाराओं में दर्ज हैं. इसकी चलते उसे पिछले दिनों राजपासा एक्ट के तहत एक साल के लिए निरुद्ध भी किया गया है. हार्डकोर बदमाशों की अवैध संपत्ति पर कार्रवाई के लिए चलाए जा रहे पुलिस के अभियान के तहत डीसीपी, जयपुर (उत्तर) ने इस कार्रवाई की योजना बनाई थी और जेडीए को पत्र लिखा था. आज इस पर कार्रवाई की गई है. उसके खिलाफ 19 मुकदमे दर्ज हैं.
दो नोटिस के बाद भी नहीं हटाया अतिक्रमण : जयपुर डेवलपमेंट अथॉरिटी (जेडीए) के मुख्य प्रवर्तन अधिकारी रघुवीर सैनी के अनुसार स्वर्ण जयंती गार्डन के पीछे जेडीए की जमीन पर कब्जा कर अवैध व्यावसायिक निर्माण को लेकर अतिक्रमणकारियों को 26 जुलाई 2021 को नोटिस जारी किया गया था. इसके बाद कानूनी प्रक्रिया पूरी कर 7 जून 2023 को भी नोटिस दिया गया. लेकिन राहुल मीणा और उसके भाई ने अतिक्रमण नहीं हटाया. पुलिस ने बदमाशों की अवैध संपत्ति पर जारी ऑपरेशन वज्र प्रहार के तहत कार्रवाई के लिए जयपुर (उत्तर) डीसीपी राशि डोगरा डूडी ने 8 जुलाई 2023 को जेडीए को पत्र लिखा था. इसी पर कार्रवाई करते हुए जेडीए ने आज राहुल मीणा के अवैध जमीन पर बने रेस्टोरेंट को ध्वस्त कर दिया.
पढ़ें चंदलाई रामसागर बांध के पास अवैध निर्माण पर चला JDA का बुलडोजर, 2 फैक्ट्री संचालकों को थमाया नोटिस
डीजीपी का साफ संदेश: बदमाशों पर आर्थिक चोट भी जरूरी : राजस्थान पुलिस के मुखिया डीजीपी उमेश मिश्रा कई मौकों पर साफ कर चुके हैं कि अपराधियों को नेस्तनाबूद करने के लिए पुलिस के पास जो भी शक्तियां हैं. उनका उपयोग किया जाएगा. पुलिस वो सभी काम करेगी जिससे माफिया और हार्डकोर बदमाशों का इको सिस्टम तहस-नहस हो. इसी कड़ी में उनके आर्थिक स्रोतों पर चोट के साथ ही गैरकानूनी तरीकों से इकठ्ठा की गई संपत्तियों पर भी कार्रवाई की जा रही है. जब पता चलता है कि किसी अपराधी का निर्माण अवैध है तो पुलिस उसकी सूचना स्थानीय निकाय को देकर उसे ध्वस्त करवा रही है.
पांच हजार से ज्यादा हिस्ट्रीशीटर की बनाई कुंडली : राजस्थान पुलिस की फाइलों में करीब 12 हजार हिस्ट्रीशीटर्स के अपराध दर्ज हैं. अब पुलिस इन हिस्ट्रीशीटर्स की संपत्ति की कुंडली भी तैयार करवा रही है. इनमें से पांच हजार से ज्यादा हिस्ट्रीशीटर्स की संपत्तियों की जानकारी पुलिस ने इकठ्ठा कर ली है. बाकि अपराधियों की भी संपत्ति की जानकारी जुटाई जा रही है. इन सभी अपराधियों पर आर्थिक चोट करने के लिए उनकी अवैध संपत्तियों पर ध्वस्त करने की तैयारी पुलिस ने कर रखी है.
बदरवास में बेसमेंट किया सील : जेडीए के दस्ते ने बदरवास गांव में कार्रवाई करते हुए आवासीय योजना डॉ. राजेंद्र प्रसाद नगर-ए में भूखंड संख्या 32 में स्वीकृत नक्शे से इतर बेसमेंट का अवैध निर्माण करने के मामले में भी कार्रवाई की है. इसके मालिक को पहले दो बार नोटिस भी जारी किया गया. लेकिन उसने अवैध बेसमें' को किसी और को बेच दिया. इस पर कार्रवाई करते हुए अवैध बेसमेंट को खाली करवाकर इसके प्रवेश द्वार पर ईंटों की दीवार खड़ी कर इसे सील किया जा रहा है.