जयपुर. शनिवार को कांग्रेस प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी हुई, जिसमें 33 नाम में से 32 नाम रिपीट हुए तो वहीं अलवर के मुंडावर से ललित यादव को नए चेहरे के रूप में मैदान में उतारा गया. इस बीच प्रदेश में पार्टी के अंदर की गुटबाजी और सीएम गहलोत बनाम सचिन पायलट के मुकाबले में पायलट खेमे के समर्थक विधायकों में विराटनगर से इंद्राज गुर्जर, लाडनूं से मुकेश भाकर और परबतसर से रामनिवास गावड़िया के नाम सामने आ चुके हैं. ऐसे में पहली लिस्ट ने संकेत दे दिए हैं कि इस लिस्ट में सचिन पायलट समर्थकों को कितनी तवज्जो मिलने वाली है. इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा रविवार सुबह सचिन पायलट से मुलाकात करने उनके आवास पहुंचे.
सचिन पायलट हमारे सीनियर लीडर : बीते 5 सालों तक सचिन पायलट के बंगले से दूर नजर आने वाले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा रविवार सुबह अचानक पायलट से उनके घर जाकर मुलाकात किए. इस मुलाकात के बाद लोकेश शर्मा मीडिया से भी रूबरू हुए. हालांकि, जब उनसे पूछा गया कि उन्हें हमेशा मुख्यमंत्री के ओएसडी के रूप में ही क्यों देखा जाता है. जबकि वे कांग्रेस के सेंट्रल कोर रूम टीम के चेयरमैन भी हैं तो उन्होंने कहा कि यही वजह है कि वो सचिन पायलट से मुलाकात के लिए उनके आवास पहुंचे और पार्टी की रणनीति, दशा व दिशा पर उनसे चर्चा की. साथ ही उन्होंने सचिन पायलट को वरिष्ठ नेता बताया और कहा कि वो उनसे सियासी मसलों पर सलाह व मार्गदर्शन के लिए उनसे मिले, ताकि आगे की रणनीति तय की जा सके. शर्मा ने कहा कि आज जो भी उन्होंने मार्गदर्शन दिया है, हम उसी के तहत आगे बढ़ेंगे और चुनाव जीतेंगे.
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लोकेश शर्मा लड़ना चाहते हैं चुनाव : लोकेश शर्मा लगातार बीते एक साल से अपनी राजनीतिक पारी के नए दौर का संकेत देते रहे हैं. शुरुआती दौर में उन्होंने बीकानेर पश्चिम से बीडी कल्ला के स्थान पर दावेदारी जताई थी और बाद में भीलवाड़ा शहर से उनके नाम की चर्चा रही. पहली लिस्ट में लोकेश शर्मा का नाम किसी भी सीट से नहीं आया और भीलवाड़ा से फिलहाल उन्हें टिकट मिलने के आसार कम है. ऐसे में शर्मा का सचिन पायलट से मिलना उनके चुनाव लड़ने से जुड़ी रणनीति को लेकर भी संकेत मिल सकता है. माना जा रहा है कि लोकेश शर्मा व्यक्तिगत रूप से वरिष्ठ नेताओं से मिलकर अपने नाम के लिए आम सहमति जताने की कोशिश कर रहे हैं.