जयपुर. राजस्थान कांग्रेस की ओर से आज जयपुर के शहीद स्मारक पर राहुल गांधी के समर्थन में सुबह 10 बजे से लेकर शाम 5 बजे तक मौन सत्याग्रह किया जाएगा. मौन सत्याग्रह में राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा समेत मंत्री विधायक और पदाधिकारी भी शामिल होंगे. लेकिन आज के धरने में हर किसी की नजर उन्हीं सचिन पायलट पर होगी, जो इसी शहीद स्मारक पर अपनी ही सरकार पर पूर्वर्ती वसुंधरा राजे सरकार के भ्रष्टाचार पर कार्रवाई नहीं करने के आरोपों के साथ 11 अप्रैल को अनशन पर बैठे थे.
खास बात यह होगी कि सचिन पायलट के साथ इस दौरान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा भी मौजूद होंगे, जिन्होंने उनके अनशन को पार्टी विरोधी गतिविधि करार दिया था. हालांकि 11 अप्रैल से आज तक राजस्थान कांग्रेस की राजनीति में काफी कुछ बदल चुका है. 11 अप्रैल के अनशन के बाद पहले पायलट ने आक्रामक होकर 11 से 15 मई तक अजमेर से जयपुर पदयात्रा निकाली और 15 मई को सरकार को 15 दिन में उनकी तीन मांगे पूरी करने का अल्टीमेटम दिया. लेकिन पहले 29 मई को राहुल गांधी और मलिकार्जुन खड़गे के साथ हुई वार्ता और उसके बाद 6 जुलाई को राजस्थान कांग्रेस के नेताओं साथ राहुल गांधी और मलिकार्जुन खरगे की बैठक के बाद सचिन पायलट ने राजस्थान में एकजुट होकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था. जिसके बाद से कहा जा रहा है कि अब पायलट गहलोत के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे.
पायलट पहुंचे जयपुर मंगलवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे और संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की चर्चा : सचिन पायलट जयपुर पहुंच चुके हैं और वह आज शहीद स्मारक पर होने वाले इस धरने में शामिल भी होंगे. इससे पहले मंगलवार को सचिन पायलट की कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे और संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल के साथ हुई मुलाकात की भी चर्चाएं चल रही है. बता दें कि पायलट कल दोपहर में जयपुर से रवाना हुए लेकिन गुरुग्राम तक पहुंचने के बाद अचानक वापस दिल्ली लौट गए थे. कहा जा रहा है कि उनकी कल शाम को खड़गे और वेणुगोपाल से उनकी मुलाकात हुई हालांकि मुलाकात में क्या कुछ बातें हुई यह अभी साफ नहीं है. लेकिन वह देर शाम दिल्ली से रवाना हुए और मंगलवार देर रात को जयपुर पहुंचे.