जयपुर. सीएम अशोक गहलोत ने शुक्रवार को राज्य का बजट पेश किया. वहीं, कोविड स्वास्थ्य सहायकों ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है. राज्य सरकार के विरोध में वह शुक्रवार को गांधीनगर स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गए. सीएचए का आरोप है कि जब हम लोगों ने आंदोलन किया था तब सरकार के कुछ मंत्रियों ने हमसे वादा किया था कि बजट में आपकी मांग पूरी की जाएगी. लेकिन बजट में कोविड स्वास्थ्य सहायकों को लेकर कोई भी घोषणा नहीं की गई.
राज्य सरकार के बजट में खुद के लिए कोई ऐलान नहीं होने पर 5 कोविड स्वास्थ्य सहायक पानी की टंकी पर चढ़ गए. इन स्वास्थ्य सहायकों का कहना है कि आंदोलन के दौरान मंत्री राजेंद्र यादव और प्रताप सिंह खाचरियावास पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया. इन लोगों का कहना है कि जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं होगी, तब तक हम टंकी से नहीं उतरेंगे.
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दरअसल, प्रदेश जब कोविड-19 संक्रमण की चपेट में था तब सरकार की ओर से सीएचए की भर्ती की गई थी, लेकिन कोविड-19 संक्रमण के मामले कम होने के बाद सरकार ने 31 मार्च 2022 को इन सभी को हटा दिया था, जिसके बाद बेरोजगार हुए इन लोगों ने शहीद स्मारक पर धरना दिया था. इस दौरान कई विधायक और राजनीतिक दलों के नेता इनसे मिलने पहुंचे थे. बता दें कि कोविड स्वास्थ्य सहायक अलग से कैडर बनाकर स्थाई करने की मांग कर रहे हैं.
बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने वर्तमान कार्यकाल का आखिरी बजट शुक्रवार को पेश किया. बजट में सीएम गहलोत ने सभी राज्य के वर्गों को साधा. उन्होंने प्रदेश में 1 हजार इंग्लिश मीडियम स्कूल खोलने की घोषणा की. साथ ही हर साल 30 हजार बालिकाओं को स्कूटी देने की घोषणा की. इस दौरान उन्होंने कई बड़ी घोषणाएं भी की.