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बीजेपी जुलाई में पोल खोल अभियान के जरिए घेरेगी कांग्रेस को...झुंझुनू, बीकानेर और जयपुर में बड़े प्रदर्शन की तैयारी

नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार गोवंश के अनुदान के नाम पर लोगों को भ्रमित कर रही है. बीजेपी जुलाई में गहलोत सरकार के खिलाफ पोल खोल अभियान के जरिए घेरेगी. राठौड़ ने मंगलवार को बीजेपी मुख्यालय पर मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि बीकानेर और जयपुर में सरकार के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन करेंगे.

Rajendra Rathore Targets Congress
नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़
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Published : Jun 20, 2023, 6:30 PM IST

राजेंद्र राठौड़ ने क्या कहा, सुनिए....

जयपुर. राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के बीच बीजेपी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मार्केटिंग का जिम्मा संभाल रही डिजाइन बॉक्स कंपनी पर सवाल उठाए हैं. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने प्रचार-प्रसार के लिए एक निजी कंपनी के जरिए लाखों करोड़ों रुपए के सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं. झूठी मार्केटिंग करके गोवंश के अनुदान के नाम पर आम जनता को भ्रमित किया जा रहा है. राठौड़ ने कहा कि बड़े-बड़े विज्ञापन जारी हुए, उसकी भी पोल खुल गई. बीजेपी इसको लेकर जुलाई महीने में अलग-अलग जिलों में पोल खोल अभियान के जरिए सरकार को बेनकाब करेंगे.

बीमा कंपनी कहां है ? : राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार ने अपने आंकड़े में बताया कि 90 लाख पशुपालकों ने महंगाई कैम्प में रजिस्ट्रेशन करवाया है, लेकिन सरकार ने अभी तक बीमा कंपनी का चयन नहीं कया. बजट 2023-24 में सरकार ने लंपी स्कीन डिजीज से दुधारु गोवंश की मौत होने पर प्रति गाय 40 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की बजटीय घोषणा की थी. राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना के तहत प्रावधान किया है, जिसकी पालना में सरकार महंगाई राहत कैंपों में 90 लाख से अधिक पशुपालकों का रजिस्ट्रेशन होने का दंभ भर रही है.

पढ़ें : किसान महोत्सव पर बोले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़- आंकड़ों की जादूगरी कर झूठी वाहवाही लूट रही गहलोत सरकार

हैरानी की बात है कि जब बजटीय घोषणा में प्रति 2 दुधारू पशुओं के हिसाब से 20 लाख पशुपालकों को लाभान्वित करने की बात कही गई है तो मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना में 90 लाख पशुपालकों को कैसे लाभान्वित किया जाएगा ? सरकार ने अभी तक एक भी पशुपालक को पशुधन इंश्योरेंस बीमा का लाभ नहीं दिया है कि क्योंकि अभी तक तो सरकार बीमा कंपनी का चयन ही नहीं कर पाई है. सरकार मात्र पशुपालकों को भयंकर गर्मी में जबरन बुलाकर आंकडों की जादूगरी कर रही है.

किसान कर्जमाफी : राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव से पहले नवंबर 2018 में चुनावी जनसभाओं और जनघोषणा पत्र में सरकार बनने के 10 दिन में किसानों का संपूर्ण कर्जामाफ करने की घोषणा की थी जो आज तक पूरी नहीं हो पाई है. कर्ज नहीं चुकाने के चलते रोडा एक्ट 1974 की धारा 13 और 14 के प्रावधानों के अंतर्गत किसानों के एनपीए खाते कुर्क होने से उनकी जमीनें अवश्य नीलाम होंगी. राठौड़ ने कहा कि सीएम गहलोत ने जन घोषणा में किसानों के संपूर्ण कर्जमाफी की बात कही, लेकिन इसकी इसकी क्रियान्वयन नहीं हुआ. 4 सालों में राजस्व विभाग और राजस्व मंडल के आंकड़ों के अनुसार 19 हजार 422 किसानों की जमीनें कुर्क की गई हैं.

पोल खोल अभियान : राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि लाखों गोवंश काल कवलित हुई हैं, लेकिन बड़े-बड़े विज्ञापन जारी कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है, उसकी की पोल खोलने के लिए जुलाई में बीजेपी पोल खोल अभियान के जरिए जनता के बीच गहलोत सरकार को बेनकाब करेगी. अभियान की शुरुआत 5 जुलाई को बीकानेर से होगी, जहां सबसे ज्यादा पशु धन की मौत हुई थी. बीकानेर में वहां पर जिन पशुपालकों के पशु काल कवलित हुए थे उनका एक सम्मेलन होगा, जिसमें सरकार के झूठे आंकड़ों की पोल खोली जाएगी. सरकार जब कामधेनु पशु योजना लेकर आई थी, उसम पशु बीमा योजना देने की बात थी, लेकिन बीमा कंपनी का चयन नहीं किया. इसको लेकर जुलाई के दूसरे सप्ताह में झुंझुनू में किसानों का एक बड़ा सम्मेलन किया जाएगा. जिन किसानों के साथ वादाखिलाफी हुई. इसके बाद जुलाई के आखिरी सप्ताह में 5 लाख से अधिक लोगों का प्रदर्शन राजधानी जयपुर में होगा.

राजेंद्र राठौड़ ने क्या कहा, सुनिए....

जयपुर. राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के बीच बीजेपी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मार्केटिंग का जिम्मा संभाल रही डिजाइन बॉक्स कंपनी पर सवाल उठाए हैं. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री अपने प्रचार-प्रसार के लिए एक निजी कंपनी के जरिए लाखों करोड़ों रुपए के सरकारी धन का दुरुपयोग कर रहे हैं. झूठी मार्केटिंग करके गोवंश के अनुदान के नाम पर आम जनता को भ्रमित किया जा रहा है. राठौड़ ने कहा कि बड़े-बड़े विज्ञापन जारी हुए, उसकी भी पोल खुल गई. बीजेपी इसको लेकर जुलाई महीने में अलग-अलग जिलों में पोल खोल अभियान के जरिए सरकार को बेनकाब करेंगे.

बीमा कंपनी कहां है ? : राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि सरकार ने अपने आंकड़े में बताया कि 90 लाख पशुपालकों ने महंगाई कैम्प में रजिस्ट्रेशन करवाया है, लेकिन सरकार ने अभी तक बीमा कंपनी का चयन नहीं कया. बजट 2023-24 में सरकार ने लंपी स्कीन डिजीज से दुधारु गोवंश की मौत होने पर प्रति गाय 40 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की बजटीय घोषणा की थी. राठौड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना के तहत प्रावधान किया है, जिसकी पालना में सरकार महंगाई राहत कैंपों में 90 लाख से अधिक पशुपालकों का रजिस्ट्रेशन होने का दंभ भर रही है.

पढ़ें : किसान महोत्सव पर बोले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़- आंकड़ों की जादूगरी कर झूठी वाहवाही लूट रही गहलोत सरकार

हैरानी की बात है कि जब बजटीय घोषणा में प्रति 2 दुधारू पशुओं के हिसाब से 20 लाख पशुपालकों को लाभान्वित करने की बात कही गई है तो मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना में 90 लाख पशुपालकों को कैसे लाभान्वित किया जाएगा ? सरकार ने अभी तक एक भी पशुपालक को पशुधन इंश्योरेंस बीमा का लाभ नहीं दिया है कि क्योंकि अभी तक तो सरकार बीमा कंपनी का चयन ही नहीं कर पाई है. सरकार मात्र पशुपालकों को भयंकर गर्मी में जबरन बुलाकर आंकडों की जादूगरी कर रही है.

किसान कर्जमाफी : राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी ने विधानसभा चुनाव से पहले नवंबर 2018 में चुनावी जनसभाओं और जनघोषणा पत्र में सरकार बनने के 10 दिन में किसानों का संपूर्ण कर्जामाफ करने की घोषणा की थी जो आज तक पूरी नहीं हो पाई है. कर्ज नहीं चुकाने के चलते रोडा एक्ट 1974 की धारा 13 और 14 के प्रावधानों के अंतर्गत किसानों के एनपीए खाते कुर्क होने से उनकी जमीनें अवश्य नीलाम होंगी. राठौड़ ने कहा कि सीएम गहलोत ने जन घोषणा में किसानों के संपूर्ण कर्जमाफी की बात कही, लेकिन इसकी इसकी क्रियान्वयन नहीं हुआ. 4 सालों में राजस्व विभाग और राजस्व मंडल के आंकड़ों के अनुसार 19 हजार 422 किसानों की जमीनें कुर्क की गई हैं.

पोल खोल अभियान : राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि लाखों गोवंश काल कवलित हुई हैं, लेकिन बड़े-बड़े विज्ञापन जारी कर लोगों को गुमराह किया जा रहा है, उसकी की पोल खोलने के लिए जुलाई में बीजेपी पोल खोल अभियान के जरिए जनता के बीच गहलोत सरकार को बेनकाब करेगी. अभियान की शुरुआत 5 जुलाई को बीकानेर से होगी, जहां सबसे ज्यादा पशु धन की मौत हुई थी. बीकानेर में वहां पर जिन पशुपालकों के पशु काल कवलित हुए थे उनका एक सम्मेलन होगा, जिसमें सरकार के झूठे आंकड़ों की पोल खोली जाएगी. सरकार जब कामधेनु पशु योजना लेकर आई थी, उसम पशु बीमा योजना देने की बात थी, लेकिन बीमा कंपनी का चयन नहीं किया. इसको लेकर जुलाई के दूसरे सप्ताह में झुंझुनू में किसानों का एक बड़ा सम्मेलन किया जाएगा. जिन किसानों के साथ वादाखिलाफी हुई. इसके बाद जुलाई के आखिरी सप्ताह में 5 लाख से अधिक लोगों का प्रदर्शन राजधानी जयपुर में होगा.

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