जयपुर. राजस्थान में विधानसभा चुनाव के टिकट को लेकर मंथन की प्रक्रिया तेज हो गई है. ब्लॉक अध्यक्षों के जरिए संभावित प्रत्याशियों के नामों की सूची जिला कांग्रेस कमेटी को मिल चुकी है. वहीं अब शुक्रवार से प्रदेश इलेक्शन कमेटी के सदस्य जिलों में टिकट को लेकर पैनल तैयार करेंगे. हालांकि, अभी भी टिकट को लेकर अलग-अलग स्तर पर मंथनों का दौर जारी है. इसी कड़ी में गुरुवार को आज दिल्ली में राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा, सह प्रभारी वीरेंद्र सिंह राठौड़, अमृता धवन और काजी निजामुद्दीन ने राज्य स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष तरुण गोगोई और सदस्य शशिकांत सेंथिल के साथ बैठक की.
साथ ही बताया गया कि आगामी 28 से 31 अगस्त तक कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के पदाधिकारी जयपुर में रहेंगे. इस दौरान जिलों से आए तीन-तीन नामों के पैनल को प्रदेश इलेक्शन कमेटी के सदस्य उनके समक्ष रखेंगे और सभी नामों को लेकर चर्चा होगी. वहीं, कहा ये भी जा रहा है कि सितंबर के तीसरे सप्ताह में पार्टी को जो टिकट देने हैं, उनमें पहली सूची में उन 35 से 50 नामों को स्क्रीनिंग कमेटी ग्रीन सिग्नल दे देगी, जिन्हें स्क्रीनिंग कमेटी के पास भेजा जाएगा. दिल्ली के 15 जीआएजी में हुई बैठक में भी राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी और स्क्रीनिंग कमेटी के पदाधिकारियों के बीच टिकटों को लेकर ही चर्चा हुई है.
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टिकट के लिए दूसरों से आस - शुक्रवार से कांग्रेस पार्टी के सभी प्रदेश इलेक्शन कमेटी के सदस्य अलग-अलग जिलों में पैनल तैयार करते दिखाई देंगे. इन सब के बीच खास बात यह है कि जो नेता दूसरे जिले में तीन-तीन नामों का पैनल तैयार करेंगे, उन नेताओं के स्वयं के जिले में और विधानसभा में दूसरे नेता पैनल तैयार करते दिखाई देंगे. ऐसे में साफ है कि जिन नेताओं को खुद को टिकट चाहिए, वो तेज धड़कनों के साथ जिलों में पैनल बनाते दिखाई देंगे, क्योंकि उनके खुद के टिकट किसी अन्य नेता के हाथ में होगा.