जयपुर. राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनाव के बीच पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत मिशन 2023 की नहीं, बल्कि विजन डॉक्यूमेंट 2030 के बात कर रहे हैं. कांग्रेस के विजन डॉक्यूमेंट 2030 को लेकर मंगलवार को बीजेपी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर हमला बोला. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने निशाना साधते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री को विजन दिखाई नहीं पड़ रहा है तो अपने आंखों से चश्मा हटाएं. राजस्थान के लिए यह विजन कितना खौफनाक और दर्दनाक है. जिस व्यक्ति की आंखों पर पट्टी बंधी हो उसका कैसा विजन हो सकता है.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत दर्दनाक और खौफनाक विजन डॉक्यूमेंट 2030 जारी किया है. मुख्यमंत्री जिस विजन की बात कर रहे हैं, वह पूरी तरह से ब्लर है. राजस्थान की छवि कई कानून व्यवस्था को लेकर ऐसी कभी नहीं रही जैसी आज है. कानून व्यवस्था, महिला अपराध, संप्रदायिक वातावरण को लेकर भी आज जैसी स्थिति कभी नहीं रही.
गहलोत विजन खौफनाक और दर्दनाक : उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री को विजन दिखाई नहीं पड़ रहा है तो अपनी आंखों से चश्मा हटाएं. यह विजन कितना खौफनाक और दर्दनाक है राजस्थान के लिए उसकी कल्पना करना भी मुश्किल है. 5 साल के शासन में जिस तरह से जनता ने तुष्टिकरण को सहा है, उसका जवाब प्रदेश की जनता 2023 के चुनाव में देगी. उनका ये विजन पूरी तरह से फेल होता हुआ दिखाई दे रहा है. आजकल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गारंटी देने की बात करते हैं, लेकिन गारंटी तो अब उनके खुद के विधायक और मंत्रियों की नहीं रही. उन्हें भी वह अपने विरोधी खेमे में मानकर चल रहे हैं.
आंखों पर पट्टी बंधी : सांसद कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने कहा कि जिस व्यक्ति की आंखों पर पट्टी बंधी हो उसका कैसा विजन हो सकता है. इसी कांग्रेस ने 2018 में जो विजन रखा था, उससे राजस्थान की जनता भ्रमित हो गई थी. इस शासन को जनता ने 5 साल देख लिया. उनका विजन टोटली फेल हो गया है. अब आखिर के गिनती के दिनों में जनता को लुभाने के लिए योजनाओं की घोषणा कर रहे हैं, यह प्रदेश की जनता है जिसने सरकार के कुशासन को देखा है. महिला हिंसा, महिला दुष्कर्म, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, खनन, बजरी माफिया इन सब के भ्रष्टाचार को देख लिया है, जिसका जवाब आने वाले चुनाव में साफ दिखाई देगा.