जयपुर. राजस्थान कांग्रेस की राजनीति और सचिन पायलट के भविष्य के हिसाब से मंगलवार का दिन काफी अहम रहा. जहां पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पायलट की मांगों पर कुछ कदम चलते हुए मुख्य सचिव को आरपीएससी, डीओपी, आरएसएसबी एवं अन्य हित धारकों के साथ चर्चा कर बेहतर प्रक्रिया तैयार करने की बात कहते हुए पेपर लीक कानून में सजा का प्रावधान 10 साल से बढ़ाकर उम्र कैद करने के लिए विधानसभा सत्र में बिल लाने की घोषणा की तो वहीं बीते दो दिनों से दिल्ली मैं मौजूद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने साफ कर दिया कि राजस्थान चुनाव के लिए कांग्रेस आलाकमान के साथ राजस्थान के नेताओं की बैठक अब 6 जुलाई को होगी. अब भले ही यह बैठक राजस्थान के चुनाव की रणनीति तैयार करने को लेकर बताई जाए, लेकिन हकीकत यह है कि इस बैठक के बाद यह तय हो जाएगा कि सचिन पायलट का कांग्रेस में भविष्य क्या होगा.
पायलट को क्या मिलेगा, इस पर आलकमान लेगा फैसला : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के दोनों पैरों में प्लास्टर है और लगता नहीं है कि 6 जुलाई तक यह प्लास्टर खुल जाएगा. ऐसे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्लास्टर बंधे हुए ही दिल्ली जाएंगे या फिर वह वर्चुअल तरीके से दिल्ली में कांग्रेस आलाकमान के साथ होने वाली बैठक में शामिल होंगे, यह अभी तय नहीं है. लेकिन एक बात साफ है कि इस बैठक में कांग्रेस पार्टी के राजस्थान के चुनाव के लिए रणनीति तो तैयार होगी ही.
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इसके साथ ही सचिन पायलट को पार्टी राजस्थान में क्या जिम्मेदारी देगी ? यह भी तय हो जाएगा. पायलट को कांग्रेस महासचिव या राजस्थान कांग्रेस का चुनाव अभियान समिति प्रमुख बनाया जाएगा या फिर उन्हें राजस्थान के संगठन में पद देने का काम किया जाएगा, यह आने वाला समय ही बताएगा. लेकिन यह बात साफ है कि 6 तारीख को होने वाली बैठक के बाद पायलट के भविष्य का फैसला तय हो जाएगा.
उधर रंधावा बोले- परीक्षा से पहले करनी पड़ती है तैयारी : प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बीते दो दिनों से दिल्ली में हैं. मंगलवार को उनकी प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और विधायक खिलाड़ी लाल बैरवा समेत कई नेताओं से मुलाकात भी हुई. इसके बाद दोनों नेता पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नारायण सिंह के स्वास्थ्य की जानकारी लेने अस्पताल में पहुंचे और फिर दोनों नेता एआईसीसी पहुंचे जहां राजस्थान की राजनीति को लेकर दोनों ने मंथन किया.