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राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन का प्रांतीय सम्मेलन का हुआ संपन्न.... कर्मचारियों से जुड़ी समस्याओं और मांगों पर हुई चर्चा

जयपुर में राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू का 12वां प्रांतीय सम्मेलन का संपन्न हुआ. इस सम्मेलन में देश की राष्ट्रीय एकता-अखंडता और जनवादी आंदोलन में शहीद हुए शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई.

राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन ,Rajasthan Roadways Workers Union concluded
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Published : Sep 24, 2019, 1:48 AM IST

जयपुर. राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू का 12वां प्रांतीय सम्मेलन जयपुर में संपन्न हुआ. सम्मेलन की शुरुआत झंडारोहण के साथ की गई. सम्मेलन में देश की राष्ट्रीय एकता-अखंडता और जनवादी आंदोलन में शहीद हुए शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई.

राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन का प्रांतीय सम्मेलन का हुआ संपन्न

इस दौरान सीटू के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि केंद्र और राज्य सरकार श्रम कानूनों के अंधाधुन परिवर्तन को आक्रामक तरीके से आगे बढ़ाने का काम कर रही है. मजदूरों के अपार बहुमत को सभी श्रम कानूनों के दायरे से बाहर कर उनके श्रमिकों को दूर करके ट्रेड यूनियन अधिकारों को समाप्त कर रही है.

ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री के के दिवाकरण ने कहा कि मोटर वाहन अधिनियम संशोधन विधेयक सड़क परिवहन श्रमिकों के राष्ट्रीय परीसंघों और स्वतंत्र परिवहन श्रमिकों के भारी विरोध के बावजूद भी केंद्र सरकार ने 1 सितंबर को लागू करवा दिया.

पढ़ेंः भाजपा से गठबंधन हुआ तो समझ लेना वसुंधरा राजे की नहीं चली : हनुमान बेनीवाल

उन्होंने कहा कि इस विधेयक में पहले की तुलना में कई गुना भारी पेनल्टीया और दंड के प्रावधान है जो कि सरकार का जनविरोधी कदम है. राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू के महासचिव किशन सिंह राठौड़ ने सम्मेलन में रिपोर्ट पेश की.

जिसमें रोडवेज कर्मचारियों के ज्वलंत और प्रमुख मांगों के लिए 5 वर्षों तक किये गए आंदोलन और संघर्ष का के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि रोडवेज के कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कई वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन किसी भी सरकार ने अभी तक कर्मचारी हित के लिए कदम नहीं उठाया.

जयपुर. राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू का 12वां प्रांतीय सम्मेलन जयपुर में संपन्न हुआ. सम्मेलन की शुरुआत झंडारोहण के साथ की गई. सम्मेलन में देश की राष्ट्रीय एकता-अखंडता और जनवादी आंदोलन में शहीद हुए शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई.

राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन का प्रांतीय सम्मेलन का हुआ संपन्न

इस दौरान सीटू के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि केंद्र और राज्य सरकार श्रम कानूनों के अंधाधुन परिवर्तन को आक्रामक तरीके से आगे बढ़ाने का काम कर रही है. मजदूरों के अपार बहुमत को सभी श्रम कानूनों के दायरे से बाहर कर उनके श्रमिकों को दूर करके ट्रेड यूनियन अधिकारों को समाप्त कर रही है.

ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री के के दिवाकरण ने कहा कि मोटर वाहन अधिनियम संशोधन विधेयक सड़क परिवहन श्रमिकों के राष्ट्रीय परीसंघों और स्वतंत्र परिवहन श्रमिकों के भारी विरोध के बावजूद भी केंद्र सरकार ने 1 सितंबर को लागू करवा दिया.

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उन्होंने कहा कि इस विधेयक में पहले की तुलना में कई गुना भारी पेनल्टीया और दंड के प्रावधान है जो कि सरकार का जनविरोधी कदम है. राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू के महासचिव किशन सिंह राठौड़ ने सम्मेलन में रिपोर्ट पेश की.

जिसमें रोडवेज कर्मचारियों के ज्वलंत और प्रमुख मांगों के लिए 5 वर्षों तक किये गए आंदोलन और संघर्ष का के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि रोडवेज के कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कई वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन किसी भी सरकार ने अभी तक कर्मचारी हित के लिए कदम नहीं उठाया.

Intro:जयपुर
एंकर- राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू का 12वां प्रांतीय सम्मेलन जयपुर में संपन्न हुआ। सम्मेलन की शुरुआत झंडारोहण के साथ की गई। सम्मेलन में देश की राष्ट्रीय एकता-अखंडता और जनवादी आंदोलन में शहीद हुए शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई। Body:सीटू के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र शुक्ला ने अपने उद्बोधन में कहा कि केंद्र और राज्य सरकार श्रम कानूनों के अंधाधुन परिवर्तन को आक्रामक तरीके से आगे बढ़ाने का काम कर रही है। और मजदूरों के अपार बहुमत को सभी श्रम कानूनों के दायरे से बाहर कर उनके श्रमिकों को दूर करने करके ट्रेड यूनियन अधिकारो को समाप्त कर रही है।
ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट वर्कर्स फेडरेशन के राष्ट्रीय महामंत्री के के दिवाकरण ने बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए कहां की मोटर वाहन अधिनियम संशोधन विधेयक सड़क परिवहन श्रमिकों के राष्ट्रीय परीसंघों और स्वतंत्र परिवहन श्रमिकों के भारी विरोध के बावजूद भी केंद्र सरकार ने 1 सितंबर को लागू करवा दिया। उन्होंने कहा कि इस विधेयक में पहले की तुलना में कई गुना भारी पेनल्टीया और दंड के प्रावधान है जो कि सरकार का जनविरोधी कदम है।
राजस्थान रोडवेज वर्कर्स यूनियन सीटू के महासचिव किशन सिंह राठौड़ ने सम्मेलन में रिपोर्ट पेश की जिसमें रोडवेज कर्मचारियों के ज्वलंत और प्रमुख मांगों के लिए 5 वर्षों तक किये गए आंदोलन और संघर्ष का के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रोडवेज के कर्मचारी अपनी विभिन्न मांगों को लेकर कई वर्षों से संघर्ष कर रहे हैं। लेकिन किसी भी सरकार ने अभी तक कर्मचारी हित के लिए कदम नहीं उठाया।Conclusion:
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