जयपुर. राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन का 13 सूत्री मांगों को लेकर शुरू हुआ महापड़ाव शनिवार को छठे दिन भी जारी रहा. हर दिन कर्मचारी सरकार तक अपनी मांगों को पहुंचाने के लिए अलग-अलग तरह से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. सद्बुद्धि और अर्धनग्न प्रदर्शन के बाद शनिवार को जगतपुरा स्थित सीबीआई फाटक के पास चल रहे महापड़ाव के छठे दिन तकनीकी कर्मचारियों ने रो-रो कर निगम प्रबंधन और गहलोत सरकार की हठधर्मिता का विरोध दर्ज कराया.
राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वीराज गुर्जर ने बताया कि हजारों की संख्या में विभिन्न कैडर के कर्मचारियों और अभियंताओं ने निगम प्रबंधन और सरकार के खिलाफ रो-रोकर विरोध दर्ज कराया, लेकिन निगम और सरकार की और से मांगों पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है, जिससे हजारों कर्मचारियों में आक्रोश है. जल्द मांगे नही मानी गई तो कर्मचारियों का धैर्य जवाब दे सकता है.
पढ़ें: बिजली की मांग को लेकर किसानों का महापड़ाव जारी, आरोप- विभाग में कुप्रबंधन होने से बने ऐसे हालात
पहले हुआ सद्बुद्धि और अर्धनग्न प्रदर्शन: राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वीराज गुर्जर ने बताया कि 21 अगस्त से पुरानी पेंशन की विसंगति को दूर करने, एक निगम से दूसरे निगम में स्थानांतरण करने सहित 13 सूत्री मांग को लेकर प्रदेश भर से विभिन्न कैडर के कर्मचारियों और अभियंता महापड़ाव डाले हुए हैं. लेकिन प्रदेश की गहलोत सरकार नाम प्रबंधन आंखे बंद किये बैठे हैं. पहले सद्बुद्धि और अर्धनग्न प्रदर्शन किया गया. आज रो-रो कर अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने की कोशिश की गई. उन्होंने कहा कि जब तक मांगें नहीं मानी जाती, महापड़ाव जारी रहेगा. अगर प्रदेश में विद्युत सप्लाई बाधित होती है, तो सम्पूर्ण जिम्मेदारी सरकार की रहेगी.