शाहपुरा (जयपुर). जिले के शाहपुरा सहित आसपास के इलाकों के ग्रामीणों ने बुधवार को संस्कृत विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर के खिलाफ प्रदर्शन किया. ग्रामीणों का आरोप है, कि प्रोफेसर ने त्रिवेणी धाम के ब्रह्मलीन संत नारायणदास महाराज के लिए अशोभनीय टिप्पणी की है.
संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोफेसर की कथित टिप्पणी को लेकर ग्रामीणों में भारी रोष है. इसके चलते ग्रामीणों ने शाहपुरा के पीपली तिराहे पर प्रोफेसर का पुतला फूंका और राज्यपाल के नाम नायब तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा. ग्रामीणों ने प्रोफेसर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. साथ ही मांग की है, कि काशी विश्वविधालय की तरह संस्कृत विश्वविद्यालय में ब्रह्मलीन संत नारायणदास महाराज की मूर्ति लगवाई जाए और संस्कृत विश्वविद्यालय की ओर से प्रकाशित पुस्तिका में नारायणदास जी का फोटो लगाया जाए.
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शाहपुरा के त्रिवेणी धाम के ब्रह्मलीन संत नारायणदास महाराज के देश में काफी संख्या में अनुयायी हैं. अनुयायी बताते हैं, कि ब्रह्मलीन संत नारायणदास महाराज ने कई जगहों पर जनसेवा में कई कार्य किए हैं. बताया ये भी जाता है, कि उनका जयपुर के मदाऊ में जगद्गुरु रामानंदाचार्य राजस्थान संस्कृत विश्वविद्यालय के निर्माण में भी अहम योगदान रहा है. कथित तौर पर संस्कृत विश्वविद्यालय के प्रोफेसर की अशोभनीय टिप्पणी से गुस्साए ग्रामीणों ने बाड़ीजोड़ी, साईवाड़ और शाहपुरा में विरोध प्रदर्शन किया.