जयपुर. सांगानेर खुली जेल से 1 सप्ताह में कैदी के फरार होने का यह दूसरा मामला है. इससे पहले 7 जनवरी को भी आजीवन कारावास की सजा काट रहा एक कैदी खुली जेल से फरार हुआ, जिसका अब तक कोई भी सुराग नहीं लगा है. 1 सप्ताह में खुली जेल से 2 कैदियों के भागने से प्रशासनिक अमले में खलबली मची हुई है. शुक्रवार को खुली जेल से फरार हुए कैदी के प्रकरण को लेकर देर रात मालपुरा गेट थाने में मुकदमा दर्ज करवाया गया. फिलहाल, पुलिस मामला दर्ज कर कैदी की तलाश में जुटी हुई है.
मालपुरा गेट थानाधिकारी सतीश चंद ने बताया कि खुली जेल से कैदी के फरार होने के संबंध में दयाराम गुर्जर प्रहरी डॉ. संपूर्णानंद खुला शिविर सांगानेर ने थाने में मामला दर्ज करवाया है. जिसमें बताया गया है कि खुली जेल में बंद जवाहर नगर निवासी देवकिशन उर्फ दीवान (45) आजीवन कारावास की सजा काट रहा था. शुक्रवार शाम को रोल कॉल के समय कैदी के अचानक लापता होने की सूचना मिली. वहीं, जब कैदी से फोन के जरिए संपर्क करने की कोशिश की गई तो उसका फोन बंद मिला. इतना ही नहीं जेल में बने कमरे में भी ताला लटका मिला. इस पर जेल अफसरों को सूचना दी गई और उसके बाद जेल प्रशासन की ओर से मालपुरा गेट थाने में मामला दर्ज करवाया गया.
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बताया गया कि कैदी रोजाना सुबह काम पर जाता था और शाम को वापस लौट आता था. शुक्रवार को वह लौट कर नहीं आया और जेल प्रशासन ने गिनती की तो एक कैदी गायब मिला. जिसके बाद कैदी देवकिशन उर्फ दीवान के गायब होने की जानकारी सामने आई. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर फरार हुए बंदी की तलाश करना शुरू किया है. गौरतलब है कि 7 जनवरी को भी सांगानेर खुली जेल से आजीवन कारावास की सजा काट रहा गंगापुरी सिटी सवाईमाधोपुर निवासी आशीष पाराशर (34) फरार हुआ था जिसका अब तक पुलिस कोई भी सुराग नहीं लगा सकी है.
क्या होती है खुली जेल: खुली जेल में रहने वाले कैदियों को दिन के समय बाहर काम पर जाने दिया जाता है और शाम होते ही सभी कैदी वापस जेल में लौट आते हैं. खुली जेल में रहने वाले कैदी सामान्य कैदियों की तुलना में अलग होते हैं. जिन कैदियों का आचरण और अनुशासन अच्छा होता है, उन्हें खुली जेलों में रखा जाता है. खुली जेल में वही कैदी रहते हैं जो खुद जेल नियमों का अच्छे से पालन करते हैं, अनुशासन में रहते हैं.