चौमू (जयपुर). मॉरीशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन रविवार को भारत भ्रमण पर थे. अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान वो राजधानी जयपुर भी पहुंचे. कड़ी सुरक्षा के बीच परिवार सहित वो सामोद पैलेस और बांसाबाग आए. लेकिन सामोद में पहाड़ी पर लगे रोप-वे के बंद होने चलते 'पधारो म्हारा देश' का नारा सार्थक नहीं हो पाया. मॉरीशस के राष्ट्रपति भी परिवार सहित सामोद में वीर हनुमान के दर्शन नहीं कर पाए. पूरे परिवार ने नांगल भरड़ा गांव से ही वीर हनुमान मंदिर की ओर हाथ जोड़े.
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दरअसल, विभागों की आपसी खींचतान, अफसरों की लेटलतीफी और कानूनी दांवपेच के चलते पहाड़ी पर लगा रोप-वे बंद है. अधिकारियों का कहना है कि पीडब्लूडी के तकनीकी सहायकों से राष्ट्राध्यक्ष के लिए रोव-वे चालू कराने की अनुमति मांगी थी. लेकिन, पीडब्लूडी ने लिखित में कहा कि उच्च प्रशासन ने मना किया है.
इस मामले को लेकर विधायक रामलाल शर्मा ने भी कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि भारत देश की परंपरा रही है- 'अतिथि देवो भव' और यहां आए एक मेहमान को निराश लौटना पड़ा है.
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बता दें कि वीर हनुमान मंदिर का रोप-वे बंद होने का मामला विधायक रामलाल शर्मा विधानसभा में भी उठा चुके हैं. साथ ही कसम भी खा चुके हैं कि जब तक कांग्रेस की सरकार प्रदेश में रहेगी, तब तक मैं रोप-वे में नहीं बैठूंगा. लेकिन कम से कम असहायों और विकलांगों के साथ ही विदेशी मेहमानों के लिए तो इसे शुरू कर दीजिए, जिससे उनको कोई समस्या ना हो .
वहीं, वीर हनुमान के दर्शन नहीं कर पाने की वजह से मायूस हुए मॉरीशस के राष्ट्रपति और उनके परिवार ने हेरिटेज होटल सामोद पैलेस को देखा और सामोद बाग में भी भ्रमण किया. होटल में राष्ट्रपति का हिंदी प्रेम भी देखने को मिला. दरअसल, होटल में एक मैनेजर ने राष्ट्रपति को इंग्लिश में होटल के बारे में जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि मुझे हिंदी में जानकारी दीजिए.