जयपुर. निगम प्रशासन ने साल 2019-20 के राजस्व वसूली को लेकर अभी से तैयारी शुरू कर दी है. शुक्रवार को हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि शहर के उन सभी होटल और रेस्टोरेंट जहां शादी समारोह और अन्य आयोजन होते है, उनको विवाह स्थल की श्रेणी में डाला जाएगा.
नगर निगम कि ओर से उन होटलों को व्यावसायिक श्रेणी में मानते हुए इनका यूडी टैक्स भी व्यावसायिक दर से ही वसूल करेगा. इसके अलावा इस बार निगम का फोकस उन बड़े संस्थानों पर भी होगा जो साल दर साल यूडी टैक्स घटाते जा रहे हैं.
पांच नई संपत्तियां रोजाना चिन्हित करेंगे अधिकारी
राजस्व वसूली के संबंध में फील्ड में रहने वाले अधिकारियों को सर्वे कर यूडी टैक्स के दायरे में आने वाली पांच नई संपत्तियां रोजाना चिन्हित करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके लिए निगम की ओर से एक अभियान चलाया जाएगा जिसमें होटल, अस्पताल, रेस्टोरेंट और स्कूल के सर्वे के लिए एक-एक सप्ताह चिन्हित किया जाएगा.
यहां रहेगा मुख्य फोकस
वहीं इस बार निगम का मुख्य फोकस ऐसे होटल और रेस्टोरेंट पर होगा जहां शादी, सगाई, जन्मदिन जैसे समारोह का आयोजन कराया जाता है. ऐसे होटल्स को अब निगम विवाह स्थल की श्रेणी में शामिल करने की तैयारी कर रहा है. निगम मुख्यालय में राजस्व वसूली को लेकर सभी जोन के अधिकारियों को राजस्व वसूली को लेकर टारगेट दिया गया हैं.
अप्रैल माह से राजस्व वसूली
राजस्व डीसी नवीन भारद्वाज ने बताया की बैठक में हर साल टैक्स देने वाली लोगों का रिकॉर्ड तैयार करने के साथ ही उन संपत्तियों को चिन्हित किया जाएगा जिन्होंने आवासीय श्रेणी के भू-उपयोग का परिवर्तन कर लिया हो. बीते वित्तीय वर्ष में निगम अपने टारगेट से काफी पीछे रह गया. यहीं वजह है कि इस बार अप्रैल महीने से ही राजस्व वसूली की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं.