जयपुर. ब्यूरोक्रेसी और गहलोत सरकार के मंत्रियों के बीच की तकरार खुल के सामने आने लगी है. मंत्री परसादी लाल मीणा ने काम नहीं करने पर एक अफसर को लताड़ लगाई, तो उनकी इस कार्रवाई के समर्थन में कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास उतर (Pratap Singh supports Parsadi Lal Meena) आए. खाचरियावास ने कहा कि नायक वही जो गलत देखने पर कार्रवाई करे. इससे पहले प्रताप सिंह ने महेश जोशी को आईएएस की एसीआर भरने के मामले में चापलूस बताया था.
एक्शन सही: खाचरियावास ने कहा कि परसादी लाल मीणा एक सीनियर मिनिस्टर हैं. अगर उन्होंने इतनी बड़ी बात कही है, तो यह वाकई गंभीर है. धीर-गंभीर भला आदमी इस तरह की बात कर रहा है, तो इसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को भी कार्रवाई करनी चाहिए. खाचरियावास ने कहा कि परसादी लाल मीणा को इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात करनी चाहिए. ऐसे अधिकारी को तो फील्ड पोस्टिंग की जरूरत ही नहीं है.
खाचरियावास ने कहा कि मंत्री, एमएलए, सरकार और विपक्ष सभी समाज के लिए काम करने के लिए हैं. यदि कोई मिनिस्टर खुलकर कह रहा है कि अधिकारी निकम्मे हैं, तो समझ लेना चाहिए वो जनप्रतिनिधि सरकार के कामकाज और नियमों को मजबूती से लागू करना चाहता है. गलत काम करने वाली की गलती बताना वाला व्यक्ति सही कह रहा होता है.
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हिम्मत कर रहा वो नायक: प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि जो अफसर गलत काम कर रहा है और उसके खिलाफ जो जनप्रतिनिधि खुलकर कहने की हिम्मत कर रहा है, इसका मतलब समझ लीजिए कि वह नायक है. नायक का काम भी यही है कि वह जो गलत है, उस पर खुलकर बोले और तत्काल प्रभाव से एक्शन करे. खाचरियावास ने कहा कि जब भी कोई मिनिस्टर फील्ड में निकलता है, उसे लगता है कि यहां पर कुछ अफसरों की लापरवाही है, तो तुरंत प्रभाव से उन पर कार्रवाई के निर्देश दें. ऐसे मिनिस्टर की हिम्मत की दाद देनी चाहिए.
मीणा ने पुलिस को कहा था निक्कमी: बता दें कि मंडावरी में बीते दिनों चोरी और बदमाशों की ओर से फायरिंग की घटना को लेकर गुरुवार को चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा का गुस्सा पुलिस पर फूट पड़ा था. बैठक में उन्होंने पुलिस पर अवैध वसूली और दलाली जैसे आरोप जड़ दिए. जिला कलक्ट्रेट में पुलिस अधिकारियों की बैठक में मीणा ने पुलिस अधीक्षक संजीव नैन को यहां तक कह दिया कि आपकी पुलिस निकम्मी है. मंत्री ने कहा कि उस घटना को देखो, ये लोग नौकरी करने लायक नहीं है.
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यह था पूरा मामला: गत 29 अक्टूबर की रात को दौसा के मंडावरी कस्बे में हथियारबंद नकाबपोश बदमाशों ने फायरिंग कर दी. बदमाशों ने एक के बाद एक 3 मकानों में डकैती की. एक घर में घुसते ही परिवार के लोगों की नींद खुल गई. उनके चिल्लाने पर बदमाश वहां से भाग छूटे. इस मामले में परसादी लाल मीणा ने मांग की है कि मंडावरी में हुई डकैती और फायरिंग की वारदात का जल्द खुलासा होना चाहिए. इसके लिए पुलिस चाहे कुछ भी करे. इसके लिए ASP डॉ लालचंद को लालसोट में कैंप करते हुए मॉनिटरिंग करनी चाहिए. इस पर SP ने कहा कि वारदात का जल्द खुलासा कर बदमाशों को गिरफ्तार किया जाएगा.
आइएएस एसीआर मामले में जोशी निशाने पर: उधर आईएएस अधिकारियों की एसीआर मामले में पहले से ही मंत्री महेश जोशी, प्रताप सिंह खाचरियावास के निशाने पर हैं. प्रताप सिंह ने महेश जोशी को चापलूस बताया है. उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने हक के लिए खुलकर नहीं बोल सकता, वह आम जनता के लिए क्या बोलेगा.